मंगलदोष वाली मोहब्बत in Hindi Women Focused by rimjhim kumari books and stories PDF | मंगलदोष वाली मोहब्बत

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मंगलदोष वाली मोहब्बत

कुंडली का कैदी

"तुम मंगलिक हो अवनि, तुम्हारी शादी आसान नहीं होगी..."
पंडित की ये बात आज भी उसके कानों में गूंजती है। 25 की हो चुकी अवनि शर्मा, एमए इंग्लिश में गोल्ड मेडलिस्ट — लेकिन उसकी सबसे बड़ी पहचान अब बस एक है: मंगलिक। रिश्ते आते हैं, फिर कुंडली देखते ही लौट जाते हैं। "तुम बहुत सुंदर हो, लेकिन हमारे बेटे के साथ कुंडली नहीं मिल रही..." 
ये सुनते-सुनते अब तो अवनि को अपनी सुंदरता भी बोझ लगने लगी थी।
लेकिन एक दिन, कॉलेज की लाइब्रेरी में, किताबों के बीच से एक आवाज़ आई —
"तुम्हारी आँखें कहती हैं कि तुम्हें ग्रहों से नहीं, मोहब्बत से डर लगता है।"
वो था आरव मेहता, एक शांत सा लड़का, जो किताबों में डूबा रहता था — लेकिन उस दिन अवनि की दुनिया में उतर आया।
 पहली मुलाकात ----
अवनि की नज़रें उस अजनबी पर टिक गईं।
वो लड़का किताब के पन्नों से झाँकता हुआ सीधा उसकी आत्मा तक पहुँच गया था।
"मैंने तुमसे कुछ पूछा था," आरव ने मुस्कुराते हुए दोबारा कहा,
"तुम्हारी आँखें डरती क्यों हैं?" अवनि थोड़ी झेंपी, फिर धीमी आवाज़ में बोली,
"क्योंकि मेरी कुंडली में मंगल बैठा है... और वो किसी को साथ बैठने नहीं देता।"
आरव हँस पड़ा, लेकिन उसकी हँसी में मज़ाक नहीं था, अपनापन था।
"कुंडली में ग्रह बैठा है, मन में नहीं। और मैं ग्रहों से नहीं डरता।"
उस दिन पहली बार किसी ने अवनि की आँखों में उसकी कुंडली नहीं देखी, उसकी ख़ामोशी पढ़ी।
आकाश में ग्रहों का खेल -----
आरव और अवनि की मुलाकातें बढ़ने लगीं। वो दोनों अब और खुलकर बातें करते थे, किताबों के अलावा उनके जीवन की छोटी-छोटी बातें भी आपस में शेयर होती। अवनि को आरव के साथ अच्छा लगने लगा था, लेकिन मन में डर भी था। एक दिन आरव ने कहा, "मैं तुमसे शादी करूंगा।" अवनि ने चौंक कर पूछा, "पर मेरी कुंडली?" आरव ने मुस्कुरा कर कहा, "कुंडली की दीवार को हम दोनों ही तो पार कर सकते हैं, अगर तुम मेरे साथ चलो।" लेकिन अवनि के परिवार का क्या? उसका डर सच्चा था। उसकी माँ ने तो उसे समझाया था, "यह मंगल दोष ही तुम्हारा सबसे बड़ा दुश्मन है।"
परिवार का विरोध अवनि के परिवार ने जब आरव के बारे में सुना, तो पूरा माहौल बदल गया। "तुम मंगलिक हो, और इस लड़के के साथ तुम्हारी शादी नहीं हो सकती," अवनि की माँ ने उसे कड़ा संदेश दिया।
आरव, जो कभी इतनी आसानी से अवनि से बातें करता था, अब उसका सामना उसके परिवार से करने की योजना बना रहा था। उसने ठान लिया था कि अगर उसे अवनि का साथ चाहिए, तो उसे उस दीवार को तोड़ना ही होगा। "क्या तुम मेरी तरफ खड़ी हो, अवनि?" आरव ने एक रात अवनि से पूछा।
अवनि के दिल में दुविधा थी, लेकिन उसने फैसला लिया — "मैं तुम्हारे साथ हूं, अगर हम दोनों साथ हों।"
एक नया रास्ता परिवार के विरोध के बावजूद, आरव और अवनि ने अपने प्यार के रास्ते पर चलने का फैसला किया। वे दोनों अपने-अपने परिवारों से बात करने गए, लेकिन जैसे ही आरव ने अपनी बात रखी, पूरी दुनिया उनके खिलाफ खड़ी हो गई। लेकिन अवनि ने हार नहीं मानी। उसने तय किया कि उसे अपनी खुशियों के लिए लड़ना होगा, और इस लड़ाई में आरव उसका साथी बनेगा।
"हम प्यार करते हैं, और यही हमारी सबसे बड़ी ताकत है," अवनि ने आरव से कहा।

क्या दोनों के प्यार को समाज और परिवार स्वीकार करेगा? या फिर उनका रिश्ता भी मंगल दोष की तरह टूट जाएगा?


निर्णायक मोड़ ----
अवनि और आरव का प्यार अब तक कई कठिनाइयों से गुजर चुका था। परिवार का विरोध, समाज की बातों और मंगल दोष के डर ने उन्हें कभी टूटने नहीं दिया, लेकिन एक नया संकट सामने था।
"तुम दोनों को एक-दूसरे से अलग करने के लिए हम किसी भी हद तक जा सकते हैं," अवनि की माँ ने गहरी चिंता के साथ कहा। लेकिन अवनि ने फिर से दृढ़ नायक की तरह अपने कदम उठाए।
"माँ, मैं इस लड़के से प्यार करती हूं, और मुझे विश्वास है कि हम दोनों एक-दूसरे के बिना अधूरे हैं।"
अवनि की आवाज़ में अब पहले जैसी नर्मी नहीं थी, अब उसमें आत्मविश्वास था, जो उसकी माँ के दिल को छू गया। आरव ने अपना प्यार और संघर्ष दिखाया। उसने अवनि के परिवार से मिलने का फैसला किया। वह जानता था कि अगर वह अवनि का परिवार जीत लेता है, तो उनका प्यार जीत जाएगा।
उसने अवनि से कहा, "तुम अगर मेरे साथ खड़ी हो, तो कोई भी हमें तोड़ नहीं सकता।"
"हम दोनों के बीच कोई दीवार नहीं है, आरव।" अवनि ने अपने प्यार को एक नई ताकत दी।
लेकिन क्या उनका प्यार केवल मंगल दोष से लड़ाई नहीं, बल्कि अपने परिवार और समाज की मानसिकता से भी जीत पाएगा? यह सवाल अब दोनों के जीवन का अहम मोड़ बन चुका था।
"तुम्हारा मंगल दोष कोई दीवार नहीं है," आरव ने अवनि से कहा, "हम इसे प्यार से तोड़ सकते हैं।"


क्या यह संघर्ष अवनि और आरव के रिश्ते को हमेशा के लिए मजबूत बना देगा? या फिर वे हार मानने को मजबूर होंगे?



आखिरी चुनौती अवनि और आरव का प्यार अब किसी और चीज़ से ज्यादा मजबूत हो चुका था, लेकिन एक और बड़ी चुनौती सामने थी। "हम तुम्हें सिर्फ एक बार में सबक सिखाएंगे," अवनि के घर वालों ने धमकी दी। लेकिन अवनि और आरव के इरादे अब और भी सख्त थे। "मुझे तुमसे प्यार है, और मैं तुमसे शादी करूंगी," अवनि ने आरव से कहा। आरव ने मुस्कुराते हुए कहा, "हम दोनों का प्यार इस दुनिया की सबसे बड़ी ताकत है, और यह मंगल दोष से भी कहीं ज़्यादा मजबूत है।"
इस बार अवनि ने खुद को और आरव को साबित करने का मन बना लिया। उसने अपनी माँ को कहा, "माँ, मैं तुम्हारा आदर करती हूं, लेकिन मैं अपने जीवन का फैसला खुद लूंगी।"


क्या अवनि और आरव की राह में अब कोई और दीवार खड़ी हो पाएगी? क्या उनका प्यार पूरी दुनिया से भिड़कर जीत पाएगा?


परिवार की स्वीकृति धीरे-धीरे, अवनि के परिवार ने उनके प्यार को स्वीकार करना शुरू कर दिया। अवनि की माँ ने भी आरव को एक अच्छे लड़के के रूप में देखना शुरू किया।
एक दिन, अवनि की माँ ने कहा, "तुम दोनों ने मेरे दिल को समझाया। शायद ये मंगल दोष सिर्फ एक मिथक था, और तुम दोनों का प्यार सच्चा है।"
अब परिवार के समर्थन के साथ, अवनि और आरव के रास्ते खुल गए थे।
उन्होंने अपनी शादी की योजना बनाई और एक नई शुरुआत करने के लिए तैयार हो गए।

 क्या यह सचमुच प्यार की जीत होगी? क्या समाज अब भी उन्हें स्वीकार करेगा?


एक नई शुरुआत ----
शादी के दिन अवनि और आरव दोनों के चेहरे पर एक खुशी थी, जो शब्दों से परे थी।
"हमने ये सब कुछ इस दुनिया के लिए नहीं किया, बल्कि अपने प्यार के लिए किया है," आरव ने अवनि से कहा।
अवनि की आँखों में आंसू थे, लेकिन ये आंसू खुशी के थे। "हम दोनों ने मंगल दोष से लड़कर साबित किया कि असली प्यार में कोई दीवार नहीं होती।"
शादी के बाद, उनका जीवन अब पूरी तरह से बदल चुका था। अब वे दोनों अपने परिवार, समाज और एक-दूसरे के साथ नए सफर की ओर बढ़ रहे थे।

खुशी की शुरुआत -----
अवनि और आरव की शादी को एक साल हो चुका था, और अब उनके जीवन में एक नया मोड़ आया था। वे दोनों अपने परिवारों के साथ खुश थे। अवनि ने समाज को भी यह दिखा दिया था कि प्यार किसी ग्रह और कुंडली से नहीं, बल्कि दिल से होता है।
"हम दोनों अब मंगल दोष से परे एक नई दुनिया में जी रहे हैं," अवनि ने कहा।
और फिर, एक दिन अवनि ने आरव से कहा, "तुम्हारी वजह से मैंने खुद को ढूंढा, और हम दोनों अब हर किसी के लिए मिसाल बन गए हैं।"



अंत में, यह कहानी साबित करती है कि अगर सच्चा प्यार हो, तो कोई भी शक्ति किसी रिश्ते को तोड़ नहीं सकती। ग्रहों का खेल चाहे जैसा हो, दिलों का प्यार हमेशा जीतता है। ❤️