मुम्बई की एक सड़क पर एक 10 साल की बच्ची मदद के लिए पुकार रही थी लेकिन इस मरे हुए समाज में से किसी के हिम्मत नहीँ हुई कि उस लड़की की पुकार पर आगे आये और उसे बचाये बल्कि लोग अपने अपने मोबाइल पर उस बच्ची का वीडियो बनाने लगें।
“बचाओ, बचाओ”
“अंकल मुझे बचा लो! प्लीज़”
तभी एक काली रंग की बड़ी सी गाडी रूकती है और उस गाडी से 3-4 हट्टे कट्टे मुशटंडे बाहर निकलते है और उस लड़की को बिठाकर ले जाने लगते है। दूर से देखकर लग रहा था कि ये शायद एक किडनैपिंग का केस हो सकता है।
अचानक गाड़ी को जोर से झटका लगता है।जैसे कोई बड़ी चीज़ टकराई हो।एक मुशटण्डा माज़रे को देखने के लिए बाहर निकलता है और बाहर निकलते ही वो अचानक से हवा में लहर जाता है।
अंदर बैठे सभी मुशटंडे घबरा के बाहर निकलते हैं और उनका भी यही हाल होता है।ऐसा मालूम होता है कि किसी सुपर नेचुरल पॉवर ने उनका ये हाल किया था।
अचानक से एक शख्स का दीदार होता है।लेदर की काली जैकेट पहने, डोले कम से कम कुछ नहीँ तो 16 इंच तो होंगे ही और लंबाई भी 6 फिट के आसपास थी और रंग भी गोरा था।
ये वही शख्स था, जिसने सभी गुंडों की जमकर धुलाई की थी और वो शख्स उस बच्ची को बचा लेता है।देखने वालों को ये जानकर ख़ुशी हो रही थी कि कम से कम किसी के अंदर इंसानियत भरी हुई है।
तभी एक अधेड़ उम्र का आदमी जिसने सिर पर cowboy hat पहनी हुई थी, ज़ोर से चिल्लाता है।
“Cut it, what a shot RK.”
“देखना ये पिक्चर भी सुपरहिट होगी और ये शॉट तो कमाल का होगा, तुम देखना हॉल में सीटियां गूंजेगी सीटियां।”
“एकदम ब्लॉकबस्टर होगी ये फिल्म !”
रोशन आहूजा हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के एक जाने माने प्रोड्यूसर हैं और पिछले तीस सालों से वो एक से एक बेहतरीन फिल्में प्रोड्यूस कर चुकें है। उनकी पिछली फिल्म
' मैंने प्यार करके देखा है' ने सिर्फ 15 दिनों में 400 करोड़ का कलेक्शन करके बॉक्स ऑफिस पर कई सारे रेकॉर्ड तोड़ दिए थे। ये फिल्म भी उन्होंने RK यानी राहुल कपूर के साथ मिलकर बनाई थी।
राहुल कपूर और रोशन आहूजा दोनों ने ही अपना करियर लगभग एक साथ ही शुरू किया था और एक साथ मिलकर दोनों ने कई सुपरहिट फिल्में भी दी।दोनों एक बार फिर से दर्शकों का मनोंरजन करने के लिये अपनी नई फिल्म ' मैं हूँ सुपरस्टार' को बड़ी स्क्रीन पर लाने वाले थे।
फिल्म पंडितों की माने तो इस फिल्म की लागत 1000 करोड़ की है और ये अब तक की सबसे महंगी फिल्म होगी यानी इस फिल्म से पीयूष आहूजा और राहुल कपूर दोनों का करियर दांव पर लगा हुआ है।
इस फिल्म को लेकर रोशन आहूजा के चेहरे पर एक अलग ही एक्साइटमेन्ट दिख रही थी।वहीँ राहुल कपूर भी इस फिल्म से अपने लवर बॉय की इमेज को पूरी तरह से तोड़कर एक्शन हीरो के रूप में भी अपनी पहचान बनाना चाहते थे।
“RK next shot ready है!”
“ये एकदम फाडू एक्शन सीन होगा।”
रोशन आहूजा ने RK को पूरा सीन समझाया और हर एक फ्रेम को सेट किया और जैसे तैसे करके सीन को पूरा किया।
“क्या बात है यार ! “
“Nice shot RK”
“क्या ख़ाक nice shot !!”
“एक ऊँगली भी जो इस बन्दे ने हिलायी हो!”
“सारा एक्शन सीन तो मैंने किये हैं।”
Vanity van के पास कुर्सी पर बैठे राकेश ने अपने ग्लव्स को उतारते हुए कहा और झुंझला कर सामने रखे टेबल पर दे मारा।
ग्लव्स टेबल पर रखी चाय पर पड़ने ही वाला था कि आनंद भाई ने तपाक से चाय को उठा लिया।
राकेश और आनंद की दोस्ती भी कॉलेज के टाइम से है लेकिन इन दोनों ने अपना फ़िल्मी करियर अलग अलग टाइम पर शुरु किया था।
आनंद एक स्पॉट बॉय है और अगर हम आनंद को स्पॉट बॉय का लीजेंड कहें तो कम न होगा और प्यार से लोग उन्हें आनंद भाई कहते हैं।
छोटे कद के आनंद भाई ने फिल्म इंडस्ट्री की लगभग हर सफल फिल्में में स्पॉट बॉय का काम किया था।जब उन्होंने इंडस्ट्री को ज्वाइन किया था, तब वो काफी दुबले पतले थे। अब वो जहाँ भी जाते हैं तो उनसे पहले उनकी तोंद पहुँच जाती है।
वही राकेश ने अभी 4- 5 साल पहले ही RK के बॉडी डबल के रूप में काम करना शुरू कर दिया था।उससे पहले वो एक प्राइवेट कम्पनी में जॉब करता था। फिल्म इंडस्ट्री की चका चौंध और आनंद भाई की वजह से राकेश भी खुद को इस इंडस्ट्री में काम करने से रोक नहीँ पाया।
राकेश और राहुल कपूर की उम्र लगभग एक ही है और दोनों के नैन नक्श,डील डौल से लेकर हाव भाव सब एक ही जैसे है। लेकिन अगर कोई दोनों की नाक को गौर से देखे, तो वो आसानी से राहुल कपूर और राकेश के बीच में फ़र्क़ बता देगा। राकेश का लुक हूबहू राहुल कपूर जैसा ही था और इसी वजह से ही राहुल कपूर के बॉडी डबल के लिए सभी प्रोड्यूसर की पहली पसन्द राकेश ही होता है।। फिल्म इंडस्ट्री में आने से पहले राकेश, राहुल का बहुत बड़ा फैन हुआ करता था लेकिन अब उसे राहुल कुछ ख़ास नहीँ लगता है और इसकी वजह है राहुल कपूर का रवैया।
“ये राहुल कपूर में कितना अक्खड़पन है!
भगवान ने इतना पैसा दिया है, इतनी शोहरत दी।
अपने नाम और अपने पैसे को किसी अच्छे काम में लगाएं।”
“मैं इसका बॉडी डबल हूं, कम से कम मेरी ही मदद कर दे”
“बस 5 लाख ही तो माँगा था यार!”
“मैंने एक एक पाई लौटाने का वादा भी किया था लेकिन मजाल हो, जो इस बन्दे को तरस आई हो।”
“अरे ये सुपरस्टार ऐसे ही होते हैं।”
“बाहर के लोगों को इनके बारे में क्या ही मालूम, पता नहीँ क्यों लोग इन फिल्मस्टारों को इतना मानते हैं।”
आनंद भाई ने राकेश की बातों में हामी भरी और अपना पूरा फोकस चाय पीने में लगा दिया।
आनंद भाई इस इंडस्ट्री के खोखलेपन को बहुत गहराई से जानते थे,उन्होंने इस इंडस्ट्री में ना जाने कितने सावन बिता दिए थे। वो ये भी जानते थे कि राकेश राहुल कपूर से कितनी भी मदद मांग ले, उसे राहुल कपूर जैसे इंसान से एक फूटी कौड़ी नहीँ मिलने वाली है।
इधर राकेश की झुंझलाहट ख़त्म नहीँ हुई थी, उसने ये तय कर लिया था कि आज वो राहुल कपूर को बुरा भला कहकर अपने दिल को हल्का करेगा।
“कसम से !”
“मुझे अपनी ज़िंदगी में ज़्यादा पैसा नहीँ चाहिये।
ज़्यादा से ज़्यादा 50 लाख मैं कमा लूँ तो मेरी लाइफ एकदम सेट हो जायेगी।”
“लेकिन अगर 50 लाख से ज़्यादा तूने कमा लिया तो बाकी मुझे दे देना।”
इधर आनंद भाई अपनी बेफिक्री में मस्त थे।चाय के साथ अगर सिगरेट का कश हो तो इतना ही काफी है किसी को बेफ़िक्र होने के लिए।
“आनंद भाई!”
“आप देखना अगर सच में मेरे पास ज़्यादा पैसे आ गये तो मैं इतना अक्खडपन नहीँ दिखाऊंगा और सबसे प्यार से बात करूँगा बल्कि मैं तो लोगों की पैसे से मदद भी करूँगा।”
“मैं आपको भी वादा करता हूँ अगर सच में 50 लाख से ज़्यादा कमा लिया तो ज़रूर आपको कभी पैसे की कमी नहीँ होने दूँगा।”
राकेश की ये बातें सुनकर आनंद भाई के नसों में कोई हलचल नहीँ हुई, वो ये जानते थे कि राकेश पर अभी इमोशन और झुंझलाहट दोनों हावी है और ऐसे में सामने वाले से हामी भरने में ही समझदारी है।
“चलो ये अच्छा है कि इस इंडस्ट्री में कोई तो ऐसा है, जिसे वाकई में मेरी चिंता है।”
राकेश ने सिगरेट के बड को ज़मीन पर फेंकते हुए कहा
तभी प्रोड्यूसर की आवाज़ आती है!
“Everybody get ready.
Next सीन के लिए तैयार हो जाओ।”
प्रोड्यूसर रोशन आहूजा अपनी अगली सीन को पूरा करके पैक अप बोल देते हैं और अब मूवी का next schedule अगले महीने का था क्योंकि राहुल कपूर की डेट अगले महीने की थी।
अब इसे डेट की प्रॉब्लम ना ही बोलें तो ज़्यादा बेहतर है क्योंकि राहुल कपूर को अपने private vacation के लिए बैंकॉक जाना था और वो अपने इस private vacation को बिल्कुल भी कैंसल नहीँ करना चाहता था।
शूटिंग का पहला शेड्यूल खत्म हुए एक महीने बीत चुके थे और दूसरा शेड्यूल जल्द ही शुरू होने वाला था। दूसरे शेड्यूल के लिए रोशन आहूजा की तैयारी पूरी पक्की थी, बस इंतेज़ार था सुपरस्टार राहुल कपूर का बैंकॉक से वापस आने का!
रात के 3 बजे थे कि तभी फ़ोन की घण्टी तेज़ी से बजने लगती है, जिसकी वजह से गहरी नींद में सो रहे रोशन आहूजा की आँखे खुल जाती है।गुस्से में फ़ोन का रिसीवर उठाते हुए रोशन हेल्लो बोलता ही है कि रिसीवर एन्ड से फ़ोन करने वाला इंसान ऐसी बात बोलता है कि रोशन आहूजा के पाँव से ज़मीन खिसक जाती है और सिर से आसमान फट जाता है।
“What nonsense,I can't believe this shit!”
“अगर ये प्रैंक हैं तो ये जान लो, You have to pay for this!”
लेकिन फ़ोन करने वाले की आवाज़ में अभी भी घबराहट थी।जैसे तैसे खुद को संभालते हुए वो फ़ोन पर बात कर रहा था।
“सर, ये बिल्कुल सच है।”
“अभी जस्ट आधे घण्टे पहले की ही बात है और ये बात मैंने सबसे पहले आपको ही बताई।”
रोशन आहूजा जानते थे कि जिस शख्स से वो फ़ोन पर बात कर रहे हैं। वो शख्स की हर एक इनफार्मेशन सच्ची होती है, ऐसे में रोशन ऐसी सिचुएशन में आ गया था। जहाँ पर वो इस बात पर यक़ीन नहीँ करना चाहता था लेकिन वो सच से मुँह भी नहीँ मोड़ सकता है।
“मुझे यक़ीन नहीँ हो रहा कि RK अब इस दुनिया में नहीँ रहा।”
रोशन अपने आपको सम्भाल नहीँ पा रहा था, ऐसा लग रहा था कि दुःख ने उसे अपने चंगुल में पूरी तरह से फंसा लिया है लेकिन ये दुःख शायद RK के इस दुनिया से जाने का नहीँ था।
“मेरे हज़ार करोड़ बर्बाद हो गए!!!”
“मेरी सारी मेहनत की कमाई मिट्टी में मिल जायेगी।अब मेरी फिल्म का क्या होगा।”
हर रिश्ता कभी ना कभी उस मुक़ाम पर पहुँचता है। जहाँ पर हर इमोशन्स पर भारी पैसा या फिर पॉवर हो जाता है।
रोशन आहूजा और राहुल कपूर का रिश्ता भी उसी मुकाम पर पहुँच गया था। रोशन को राहुल कपूर की मौत का उतना ग़म नहीँ था, जितना कि उसे अपने 1000 करोड़ डूबने का था।
रोशन की नींद अब नदारद हो गयी थी क्योंकि अपनी नई मूवी से उसने जितने पैसे कमाने के सपने देखे थे, उस सपने को टूटते हुए देखने के लिए उसे नींद की ज़रूरत नहीँ थी।
इस कमरे से उस कमरे तक टहलते हुए ना जाने कब घड़ी ने सुबह के 5 बजा दिए, ये पता ही नहीँ चला। जहाँ आम जनता के लिए ये वक़्त चाय का था, वहाँ रोशन ने इस वक़्त शराब का दामन थाम लिया था।अभी एक ही पेग हुआ ही था कि रोशन ने फौरन अपना फ़ोन उठाया और कॉल लगाई।
“हेल्लो!”
“हां,रोशन बोल रहा हूं। सुनो ये बात अभी किसी को पता तो नहीँ चली ना।”
“मेरा मतलब मीडिया में ये बात अभी लीक नहीँ हुई ना !!”
रोशन ने उसी शख्स को कॉल लगाया था, जिसने उसे राहुल कपूर की मौत की ख़बर उसे दी थी।
“नहीँ सर !”
“अभी सबसे पहले आपको बताया था मैंने!”
“Very Good.”
“अब जैसा मैं कहता हूँ, तुम वैसा ही करो और अपना अकाउंट नंबर दो, मैं तुम्हें कुछ पैसे भेजता हूँ।”
रोशन को हर आदमी की नब्ज़ टटोलना आता था और ना जाने क्या चल रहा था रोशन के शातिर दिमाग़ में और उस शख्स के अकाउंट में पैसे भेजकर वापस फिर से सो गया।
अगले दिन अख़बार की बड़ी बड़ी सुर्खियां आती है कि सुपरस्टार राहुल कपूर का एक बहुत बड़ा एक्सीडेंट हो गया है और इस एक्सीडेंट में उनको काफी गंभीर चोटें आईं हैं। राहुल कपूर का कन्धे और नाक की चोट काफी ज़्यादा सीरियस है और जिसके लिए उन्हें लन्दन में जाकर सर्जरी करवानी होगी।
अख़बार में आगे ये भी लिखा था कि राहुल कपूर के एक्सीडेंट होने से फिल्म इंडस्ट्री को काफी नुकसान होगा।Especially रोशन आहूजा को, हालांकि इसके बाबत जब रोशन आहूजा से पूछा गया तो उन्होंने अपनी दोस्ती का हवाला देते हुए कहा कि राहुल कपूर के लिए वो किसी भी नुकसान को झेल सकते हैं। जब एक बार राहुल कपूर सही हो जाएंगे तो दोबारा उनकी फिल्म की शूटिंग की जायेगी।
शूटिंग ठीक दो महीने बाद शुरु होती है और राहुल कपूर की जगह कोई और नहीं बल्कि उसका बॉडी डबल राकेश ने ले ली थी। शेड्यूल का पहला शॉट होने वाला ही था कि रोशन आहूजा राकेश के पास आते हैं और उसके कान में कहते हैं।
“देख बे ! ज़्यादा हीरो बनने की कोशिश मत करना
और ज़्यादा ओवरएक्टिंग करने की भी कोशिश मत करना।मैं तेरा करियर सेट कर रहा हूं। आज से तू एक नई जिंदगी की शुरुआत करने जा रहा है और ये राज़ राज़ ही रहना चाहिए।”
राकेश को और चाहिए भी क्या था। अब उसके पास वो सब कुछ था, जो कभी राहुल कपूर की पास हुआ करता था। नाम, शोहरत और पैसा हालांकि ये सब उसका खुद का बनाया हुआ नहीँ था लेकिन वो फिर भी सुपरस्टार की ज़िंदगी को जी रहा था। राकेश बैठे बैठे यही सोचकर मुस्कुरा रहा था कि जिस राहुल कपूर ने उसे जीते जी पचास लाख नहीँ दिए, मरते ही उसने उसे वो सब उसे दे दिया। जिसका सपना एक आम आदमी देखा करता है।
राकेश का पहला शॉट ओके हो गया था और पहला शॉट ओके होते ही उसमें भी वो एटीट्यूड दिखने लगा था, जो कभी राहुल कपूर में हुआ करता था।
शॉट ओके होते ही राकेश अपनी वैनिटी वैन के पास जा रहा था और उसकी नज़र आनंद भाई पर पड़ी और उसे देखकर उसने हल्की सी मुस्कुराहट दी।
आनंद भाई भी हल्के से मुस्कुराये और वो समझ गए थे कि जब इंसान के पास पैसा और पावर
आता है, तो मिजाज़ बदलते देर नहीँ लगती है।
और ..राकेश के भी मिजाज़ बदल गए थे |
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