राधिका और वीर की शादी के बाद, उनके परिवार में तनाव बढ़ गया। राधिका के माता-पिता, रमेश और विमला, वीर के अमीर होने के बावजूद, उनकी शादी से खुश नहीं थे। वे चाहते थे कि राधिका एक साधारण लड़के से शादी करे, जो उनके गाँव का हो और उनके जैसा ही जीवन जीता हो। उन्हें डर था कि राधिका शहर में जाकर बदल जाएगी और अपने परिवार को भूल जाएगी।
वीर के माता-पिता, विक्रम और अंजलि, भी राधिका की शादी से खुश नहीं थे। वे राधिका के मध्यम वर्गीय होने के कारण उनकी शादी का विरोध कर रहे थे। वे चाहते थे कि वीर किसी अमीर और प्रभावशाली लड़की से शादी करे, जो उनके समाज की हो और उनके जैसी ही जीवन शैली रखती हो। उन्हें डर था कि राधिका उनके परिवार की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाएगी।
राधिका और वीर दोनों अपने परिवारों को समझाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन वे उनकी बात सुनने को तैयार नहीं थे। राधिका के माता-पिता ने उससे कहा कि वह वीर को भूल जाए और घर वापस आ जाए। वीर के माता-पिता ने उसे कहा कि वह राधिका को छोड़ दे और किसी और लड़की से शादी कर ले।
लेकिन राधिका और वीर अपने प्यार के लिए दृढ़ थे। उन्होंने अपने परिवारों से कहा कि वे एक-दूसरे के बिना नहीं रह सकते हैं और वे किसी भी कीमत पर एक-दूसरे को नहीं छोड़ेंगे।
उनके परिवारों ने उन्हें धमकी दी कि अगर वे नहीं माने तो वे उनसे सारे रिश्ते तोड़ देंगे। लेकिन राधिका और वीर ने हार नहीं मानी। वे जानते थे कि उनका प्यार सच्चा है और वे किसी भी मुश्किल का सामना करने के लिए तैयार थे।
उन्होंने फैसला किया कि वे अपने परिवार को मनाने की पूरी कोशिश करेंगे, लेकिन अगर वे नहीं माने तो वे भाग जाएंगे और शादी कर लेंगे।
एक दिन, राधिका और वीर ने अपने परिवारों को एक आखिरी मौका देने का फैसला किया। वे उनके पास गए और उनसे अपने प्यार के बारे में बात की। उन्होंने उन्हें बताया कि वे एक-दूसरे से कितना प्यार करते हैं और वे एक-दूसरे के बिना नहीं रह सकते हैं।
लेकिन उनके परिवारों ने उनकी बात सुनने से इनकार कर दिया। उन्होंने उनसे कहा कि वे कभी भी उनकी शादी को स्वीकार नहीं करेंगे।
राधिका और वीर बहुत निराश हुए। वे जानते थे कि अब उनके पास कोई और रास्ता नहीं है।
उन्होंने फैसला किया कि वे भाग जाएंगे और शादी कर लेंगे।
एक रात, राधिका और वीर अपने घर से भाग गए। वे शहर के एक छोटे से मंदिर में गए और वहाँ शादी कर ली।
उनकी शादी बहुत ही साधारण थी। उनके पास कोई गवाह नहीं था, सिवाय मंदिर के पुजारी के।
लेकिन वे बहुत खुश थे। वे जानते थे कि उनका प्यार सच्चा है और वे किसी भी मुश्किल का सामना करने के लिए तैयार थे।
शादी के बाद, राधिका और वीर एक छोटे से घर में रहने लगे। वे दोनों काम करने लगे और अपना जीवन खुशी से बिताने लगे।
उनके परिवार अभी भी उनसे नाराज थे, लेकिन वे जानते थे कि एक दिन वे उन्हें माफ कर देंगे
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