Ek Musafir Ek Hasina - 1 in Hindi Thriller by Swati Grover books and stories PDF | एक मुसाफ़िर एक हसीना: A Dangerous Love Story - 1

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एक मुसाफ़िर एक हसीना: A Dangerous Love Story - 1

1

बेवफ़ा 


आज शनिवार  की शाम दिल्ली के  कनॉट प्लेस की सड़कों  पर जहाँ  ट्रैफिक  जाम था, वहीं क्लब पैराडाइस  में अमन  भी अपने  दोस्तों  के साथ जाम  से जाम  टकरा  रहा था I  उसके दोस्त, नयन, रोहित और मिताली   ने चियर्स  करते हुए कहा,  “फॉर  अमन!!!!” और सब रेड वाइन  के घूँट  भरने  लगें I मिताली  ने वाइन  का एक सिप  लेने  के बाद उसकी तारीफ करते हुए कहा,  “तू अपनी  शादी  के ब्रेकअप  को कैसे एन्जॉय  कर रहा है,  यार,  माइंड  ब्लोइंग!!” “अरे !! मिताली  यह सिर्फ शादी  के ब्रेकअप  को नहीं बल्कि  अपनी  नए  प्यार माया  को पाकर  भी बहुत  खुश  है I क्यों अमन ?”  रोहित ने उसे  आँख  मारते  हुए पूछा I “हाँ  यार!!! जब  से  मैं  माया  से मिला हूँ, मेरी ज़िन्दगी  बदल गई  है I माया  में  एक नशा  है, जो किसी  को भी उसका दीवाना  बना  दें I”


यह कहकर  अमन  एक ही साँस में  पूरा  वाइन  का गिलास  गटक  गया I “पर कुछ भी कह, वैसे तूने शुभांगी  के साथ ठीक नहीं किया, वह तुझसे बहुत प्यार  करती थी, यार !! सोच, ऐसे  एक हफ्ते  पहले  शादी  तोड़ने से उस लड़की  पर क्या बीत  रही होगी I” “तुझे इतना  बुरा  लग रहा है तो तू उससे शादी कर  लें I” रोहित  ने मज़ाक  उड़ाया  तो नयन ने उसे घूरकर  देखा I  “वैसे  नयन  सही कह  रहा है, “ मिताली  ने भी उसकी हाँ  में  हाँ  मिलाई I अमन ने एक गहरी साँस छोड़ते  हुए कहा, “यार मुझे लगा कि  शुभांगी  मेरे लिए सही लड़की है पर जबसे माया से मिला  हूँ , यह ख्याल  दिल से जाता रहा, अब तो मैं बस इतना ही कह  सकता हूँ,

हम बेवफा  हरगिज़  न थें पर हम वफ़ा कर न सकें हमको मिली माया डार्लिंग कि हम तुझसे शादी कर न सकें !!!


”ऐसे गाना  गाते हुए, अमन  डांस  फ्लोर  पर चढ़  जाता है  और उसकी देखा-देखी  उसके दोस्त  भी हँसते  हुए उसके साथ डांस  फ्लोर  पर थिरकने  लगते  हैं I  वहीं दूसरी  तरफ़  शुभांगी  अपने कमरे  में  बैठी, अमन  के साथ अपनी पुरानी  तस्वीरों  को देखते हुए आंसू  बहा रही है I तभी उसकी  सहेली रीमा उसके कमरे में  आती है और उसे तस्सली  देते हुए कहती है,  “तुझे उससे कहीं गुना अच्छे  लड़के मिलेंगे , इसीलिए  यह आँसू  बहाना  बंद  कर I” “पर अमन तो नहीं मिलेगाI” “ बकवास बंद  कर यार !! जिस इंसान ने तेरा और तेरे घरवालों  का तमाशा  बना दिया, मैं  तो कहती हूँ ऐसे  इंसान  को तो मर  जाना  चाहिए I” रीमा ने दाँत  भींचते  हुए कहा I “मरने का तो पता नहीं, पर उसे मेरी बद्दुआ  लगेगीI”  अब शुभांगी  ने भी आँसू  पोंछ  लिए I “अरे !! मेरा बस चले  तो मैं  तो जाकर  उसके सीने  में  खंजर  खोंप  दूँ I” रीमा  अभी  भी गुस्से में  है I अपनी एक्स  गर्लफ्रेंड की भावनाओं  से अनजान  अमन अपने दोस्तों  के  साथ डांस  फ्लोर  पर ग़दर मचा रहा है I तभी उसे माया का फ़ोन आता है कि  वह क्लब पैराडाइस  पहुँचने  वाली है I अमन  ने अब ख़ुशी से चिल्लाते  हुए कहा,  “दोस्तों मेरी जान  माया यहाँ आने वाली है”  और यह सुनकर सब चीखते हुए डांस फ्लोर पर और उधम  मचाने  लगें I



थोड़ी देर बाद माया क्लब में  दाखिल  हुई  तो सबकी नज़रे  उस पर ठहर  गई I ब्लैक  रंग  की शार्ट मिनी  ड्रेस के साथ पिंक  टॉप,.चेहरे  पर मेकअप,  गर्दन  से थोड़े लम्बे  बाल I हाई हील्स, गेहुँआ रंग  और आँखो  का ग्रे कलर, जो किसी  सौ  में  से एक व्यक्ति  का होता है  I जब वह अपनी नागिन चाल से अमन  की तरफ  बढ़ी  तो सबकी नज़रे  उसकी परफेक्ट फिगर  पर ठहर  गई I अब अमन  ने माया  को अपने  नज़दीक  पाते ही उसके होंठो  को चूम  लिया I ज़वाब  में  माया  ने भी उसकी किस लौटा  दी I अब अमन  ने उसे अपने दोस्तों  से मिलवाया  I  वे लोग भी स्मार्ट, सेक्सी, इंटेलीजेंट  माया से मिलकर  उससे इम्प्रेस  हुए बिना नहीं रह  सकें I  अब अमन  उसकी कमर  में  हाथ  डाले उसके साथ डांस  फ्लोर पर थिरकने  लगा I अब थोड़ी  देर के डांस  के बाद माया  ने अमन   के कान  में  कहा, “जान!  कहीं  और चले” और वह भी अपने दोस्तों  से मिलकर क्लब से निकल गया I अब अमन की गाड़ी  हौंडा सिटी दिल्ली  की उन सुनसान सड़कों पर दौड़ने  लगी, जहाँ  रात  के दस बजे के बाद शमशान जैसा  सन्नाटा  हो जाता है I


माया ने गाड़ी  में  म्यूजिक  ऑन  कर दिया और दोनों चलती  गाड़ी  में  ही हिलते डुलते  डांस करने लगे I तभी अमन  ने ब्रेक लगायी  तो माया  ने कहा,  “गाड़ी  यहाँ  क्यों  रोक दी, जान!!” “कल मैं  ऑफिस  की तरफ से दस दिन के लिए बंगलौर  जा रहा  हूँ इसीलिए आज की रात......I”  अमन की आँखों  में  शरारत  देखकर माया  ने उसे पीछे  वाली सीट  पर खींच  लिया  और उसकी  शर्ट के बटन  खोलने लगी I अमन  ने भी उसकी स्कर्ट  में  हाथ डाला  तो वह  बेचैन  होते हुए अमन  को सीट  पर धक्का  मारकर  उसके ऊपर सवार  हो गई  और कुछ ही देर में  दोनों  एक दूसरे  के बदन से खेलते  हुए चरम  सुख  का आनंद  लेने लगे, इस बात से बेखबर  की दो आँखें इस बियावान  जगह पर भी उन्हें  देख रही है I


करीब आधे  घंटे  के इस परम  आनंद  के बाद, उसने  बिना कपड़ों  की माया  को अपने सीने  से चिपकाते  हुए कहा, “तुम नहीं जानती  कि  मैं  तुम्हें  कितना प्यार  करने लगा हूँ I” “क्यों मुझमें  ऐसा क्या खास है, जिसकी वजह से तुमने  अपनी  लवमैरिज  भी तोड़  दी I” माया  ने अमन  की छाती  के बाल  छेड़ते  हुए पूछा I“माना  मैं शुभांगी को  कॉलेज से डेट  कर रहा  था पर जो बात तुममें  है, वह उसमे  नहीं है I”  उसने अब माया  की नग्न  पीठ  पर हाथ फेरना शरू  कर  दिया I“क्यों उसके साथ कभी सो  नहीं पाए या उसने सोने नहीं  दिया I”अमन  ज़ोर से हँसा,  “नहीं ऐसी  कोई बात नहीं है I”  अब माया  ने अपने फ़ोन में टाइम देखा तो रात  के दो बज रहें  हैं I


“चलो  मुझे मेरे घर  छोड़  दूँ,  मुझे कल ऑफिस  भी जाना  है I”  यह कहकर माया  अमन   से अलग  हुई और कपड़े  पहनने  लगी I माया  साउथ  दिल्ली  की एक पॉश सोसाइटी  में  रहती है I अमन  उसका हाथ पकड़कर  गाड़ी  से निकला और माया के होंठ चूमते  हुए बोला,  “आई  मिस  यू!!!” “आई  मिस यू टू!!” माया ने भी जवाब में  उसके होंठ चूम  लिए I “दस दिन बाद मैं  तुम्हें  अपने पेरेंट्स  से मिलवाऊँगा,  ओके!!! मैं तैयार  हूँ I” यह कहकर  एक फिर दोनों  ने एक दूसरे  को गुडबाय  किस  किया और माया सोसाइटी  के अंदर  चली गई I सोसाइटी के बाहर  बैंठा  गार्ड  माया  और अमन  को देखकर  सिगरेट  सुलगाते  हुए बोला,  “माया मेमसाहब  का नया बकरा!!!”माया  जब तक उसकी आँखों  से ओझल  नहीं हो गई तब तक अमन  वहां से नहीं गया I उसके लिफ्ट में  जाते ही उसने गाड़ी  अपने  घर की तरफ दौड़ा दी I


अमन  वेस्ट  दिल्ली  के एक अपार्टमेंट  में  अकेला  रहता है, शादी टूटते  ही उसके मम्मी-पापा और छोटा  भाई  अनमोल  वापिस  हिसार  लौट  गए थें I जहाँ  अमन  का जन्म हुआ थाI उसके पापा दो साल बाद पीडबलयूडी की नौकरी  से रिटायर  होने वाले है और माँ  घर में  ही कोचिंग  चलाती  है I छोटा  भाई बारहवीं  में है और अमन  एक मल्टीनेशनल  कंपनी  में मार्केटिंग  मैनेजर  है  I


दो लाख  की मंथली  सैलरी  के साथ एक अच्छा  लाइफस्टाइल  जी रहा हैI अब अमन  ने  अपनी  सोसाइटी रोज़मेरी के आगे अपनी गाड़ी  को ब्रेक  लगाते  ही घड़ी  की तरफ देखा तो तीन बजे हैI  सोसाइटी  का गॉर्ड  हमेशा  की तरह अपनी  सीट से गायब हैI  सड़क इतनी शांत  है कि सुई  गिरने की आवाज़  भी सुनाई दे सकती हैI  सड़क के कुत्ते भी सुस्ता  रहें हैंI अब वह गाड़ी  से निकलने ही वाला है कि  तभी  उसे लगा कि  उसकी  पीछे  वाली सीट  पर कोई है, उसने अपनी गाड़ी के सामने वाले मिरर  से देखा तो उसे एक काला साया नज़र आयाI कौन है कहते हुए जैसे ही मुँह  पीछे की तरफ  किया तो एक चीख  के साथ गली  के सोते  कुत्ते  भी जाग गए और भोंकते  हुए अमन  की गाड़ी  की तरफ बढ़ने  लगेंI