love story of hassu and a stranger girl in Hindi Love Stories by Wow Mission successful books and stories PDF | हस्सु और अजनबी लड़की की प्रेम कहानी

Featured Books
Categories
Share

हस्सु और अजनबी लड़की की प्रेम कहानी

"हस्सु और अजनबी लड़की की प्रेम कहानी"**

हस्सु एक शांत और सच्चे दिल वाला लड़का था, जो हमेशा अपनी पढ़ाई और भविष्य के बारे में सोचता रहता था। वह किसी से ज्यादा बात नहीं करता था, लेकिन उसकी आँखों में एक अलग सी चमक थी, जो उसकी मासूमियत और सच्चाई को दर्शाती थी। 

वहीं दूसरी ओर खुशी एक चुलबुली और खुशमिजाज लड़की थी, जो किसी भी परिस्थिति में अपनी मुस्कान नहीं खोती थी। वह स्कूल में सबसे लोकप्रिय थी, और हर कोई उससे दोस्ती करना चाहता था। उसकी आदतें और उसकी हंसी बहुत लोगों को आकर्षित करती थीं, लेकिन उसका दिल सिर्फ एक ही इंसान के लिए धड़कता था - हस्सु।

यह कहानी एक स्कूल प्रोजेक्ट के दौरान शुरू होती है। हस्सु और खुशी दोनों को एक ग्रुप में काम करने के लिए चुना गया था। पहले तो हस्सु को यह पसंद नहीं आया, क्योंकि उसे किसी से ज्यादा बात करने की आदत नहीं थी, और खुशी तो एकदम उलटी थी—वह हर समय बात करती रहती थी। लेकिन धीरे-धीरे वह दोनों एक-दूसरे के साथ काम करने में सहज हो गए। खुशी ने हस्सु को समझाया कि जीवन में कभी भी किसी को हंसी-मजाक और खुशी से नकारा नहीं करना चाहिए। हस्सु को उसका यह नजरिया बहुत अच्छा लगा, और उसने महसूस किया कि खुशी उसकी ज़िन्दगी में कुछ खास जगह बना रही थी।

एक दिन, जब वे दोनों काम कर रहे थे, खुशी ने हस्सु से पूछा, "क्या तुमने कभी किसी को दिल से पसंद किया है?" 

हस्सु थोड़ी देर चुप रहा, फिर उसने धीरे से कहा, "तुमसे पहले नहीं, लेकिन अब लगता है मैं तुमसे बहुत कुछ महसूस करता हूँ।" 

खुशी ने हंसते हुए कहा, "तुम हमेशा सच्चे होते हो, हस्सु। मैं भी तुम्हारे लिए यही महसूस करती हूँ।"

उस दिन के बाद, हस्सु और खुशी एक-दूसरे के और करीब आए। वे एक-दूसरे के साथ समय बिताने लगे, और उनके दिलों में एक सच्ची और गहरी प्रेम कहानी शुरू हो गई। खुशी ने हस्सु को दिखाया कि ज़िन्दगी में न केवल मेहनत, बल्कि प्यार और खुशी भी जरूरी हैं। हस्सु ने खुशी को सिखाया कि हर चीज़ को अपनी आँखों से नहीं, दिल से देखना चाहिए। 

समय के साथ, हस्सु और खुशी का प्यार गहरा हुआ, और वे एक-दूसरे के लिए परफेक्ट साथी बन गए। उनके रिश्ते में सच्चाई, विश्वास और बहुत सारी हंसी थी, जो हर दिन उनका दिल और भी करीब लाती थी
समय बीतता गया और हस्सु और खुशी का रिश्ता और मजबूत होता गया। दोनों एक-दूसरे के सबसे अच्छे दोस्त बन चुके थे। खुशी की मुस्कान और हस्सु की शांति, दोनों मिलकर एक अद्भुत सामंजस्य बना रहे थे। स्कूल के प्रोजेक्ट्स और अन्य कार्यों में वे हमेशा साथ रहते, एक-दूसरे की मदद करते। वे एक-दूसरे के विचारों और भावनाओं को पूरी तरह समझने लगे थे, और उनका प्यार धीरे-धीरे और गहरा होता गया।

एक दिन, स्कूल में वार्षिक समापन समारोह हुआ, जहाँ हस्सु और खुशी को एक साथ परफॉर्म करने का मौका मिला। वे दोनों मंच पर खड़े होकर एक नाटक में हिस्सा ले रहे थे। खुशी अपनी उत्साही हंसी और ऊर्जा से सबको मंत्रमुग्ध कर रही थी, जबकि हस्सु ने अपनी सादगी और दिल से अभिनय करके हर किसी का दिल जीत लिया। नाटक के अंत में, हस्सु और खुशी ने एक साथ एक सीन किया जिसमें वे अपने दिल की बातें एक-दूसरे से साझा करते थे। 

नाटक के बाद, जब वे दोनों मंच से नीचे उतर रहे थे, खुशी ने हस्सु से कहा, "तुम जानते हो, इस नाटक के इस सीन में जो प्यार था, वह असल में हमारे बीच का प्यार था।" हस्सु हंसते हुए बोला, "हाँ, खुशी, तुम ठीक कहती हो। तुमसे मेरी ज़िन्दगी पूरी हो गई है।"

वह दिन उनके रिश्ते में एक नए मोड़ का था। अब, वे सिर्फ दोस्त नहीं थे, बल्कि एक-दूसरे के लिए सच्चे जीवनसाथी बन चुके थे। हस्सु और खुशी ने अपनी ज़िन्दगी के सफर की शुरुआत एक साथ की। अब दोनों जानते थे कि किसी भी रिश्ते में सच्चाई, विश्वास, और खुशी ही सबसे महत्वपूर्ण हैं। वे एक-दूसरे के साथ हमेशा रहकर एक-दूसरे को समझने और समर्थन देने का वचन लिए हुए थे। 

और इस तरह, हस्सु और खुशी की प्रेम कहानी एक खूबसूरत अध्याय में बदल गई, जो हमेशा के लिए उनकी ज़िन्दगी का हिस्सा बन गई।