Momal :Diary ki gahrai - 41 in Hindi Horror Stories by Aisha Diwan books and stories PDF | मोमल : डायरी की गहराई - 41

Featured Books
  • My Wife is Student ? - 25

    वो दोनो जैसे ही अंडर जाते हैं.. वैसे ही हैरान हो जाते है ......

  • एग्जाम ड्यूटी - 3

    दूसरे दिन की परीक्षा: जिम्मेदारी और लापरवाही का द्वंद्वपरीक्...

  • आई कैन सी यू - 52

    अब तक कहानी में हम ने देखा के लूसी को बड़ी मुश्किल से बचाया...

  • All We Imagine As Light - Film Review

                           फिल्म रिव्यु  All We Imagine As Light...

  • दर्द दिलों के - 12

    तो हमने अभी तक देखा धनंजय और शेर सिंह अपने रुतबे को बचाने के...

Categories
Share

मोमल : डायरी की गहराई - 41

पिछले भाग में हम ने देखा कि लूना के कातिल पिता ने आकर उसे ले जाने की कोशिश की, घर में अब्राहम नही था इस लिए वो उसे जबरदस्ती ले जा रहा था लेकिन फीलिक्स शैतानों के कैद से छूट कर आ गया और उस आदमी को एक बवंडर के ज़रिए दूर फेंक दिया। वो वापस आ कर बहुत खुश था और उसे पा कर मोमल बहुत खुश थी।

अब आगे :__

आज मोमल इतनी खुश थी के जैसे ईद का चांद देखा हो। किचेन में काम वाली बाई के साथ अच्छे अच्छे पकवान बना रही थी। उसने एक बार सोचा के अब्राहम को कॉल कर के फीलिक्स के वापस लौटने की खुशखबरी सुना दूं फिर सोचा घर आ कर देखेंगे तो ज़्यादा खुशी होगी। बस उनसे ऐसे ही बात कर लेती हूं। 
उसने ये सब सोच कर उसे कॉल किया। रिंग बज रही थी लेकिन फोन रिसीव नहीं हो रहा था। उसने बार बार किया लेकिन किसी ने कॉल रिसीव नहीं किया। 
अब उसका दिल घबराया और घबराहट में कई सारे मैसेज कर डाले लेकिन फिर भी कोई जवाब नही आया। रसोई घर में परेशान सी खड़ी थी तभी वहां नहा धोकर फीलिक्स आया और बोला :" कैसा लग रहा हूं मॉम?.... डैड के कपड़े और छोटे बालों में ठीक लग रहा हूं ना ?

मोमल ने उसे बड़ी सी मुस्कान के साथ देखा और ठीक से देखते हुए बोली :" हां किसी की नज़र ना लगे बहुत प्यारे लग रहे हो! My handsome boy!"

फीलिक्स ने उसके मुस्कान के पीछे की परेशानी को समझ लिया और बोला :" क्या बात है मॉम! कोई बात हो गई है क्या?

मोमल ने मोबाइल दिखाते हुए कहा :" देखो ना तुम्हारे डैड फोन नही उठा रहे हैं और मैसेज का भी जवाब नहीं दे रहे हैं! रात को उनसे मेरी बात हुई थी उसके बाद फिर कोई बात नहीं हुई सुबह से !"

फीलिक्स ने कहा :" डैड कहां है मुझे बताइए मैं वहां उड़ कर पहुंच जाऊंगा!"

मोमल :" क्या तुम उड़ सकते हो?

फीलिक्स :" हां! मैं उन आसमानी शैतानों की तरह गायब हो कर तो नही जा सकता कहीं क्यों के मुझ में इंसानी खून है इस लिए मैं अपने पंखों से उड़ सकता हूं।"

मोमल उदासी से बोली :" लेकिन तुम तो अभी आए ही हो !"

"कोई बात नही मॉम इस बहाने डैड से मिलना भी हो जाएगा और ये भी पता चल जायेगा की वो कॉल का जवाब क्यों नहीं दे रहे हैं।"

फीलिक्स बीच में ही बोल पड़ा।

मोमल उसे मोबाइल में दिखा कर लोकेशन बताने लगी और कहा के मोबाइल साथ मे ले जाओ लूना के पास भी फोन है कोई बात हो तुम उसमे कॉल कर देना। 

लूना और फेलिसिया कमरे से बाहर आई। फेलिसिया खाने की खुशबू का आनंद लेते हुए किचेन की ओर जाते जाते बोली :" वाह क्या खुशबू है!.... क्या क्या बनाया है मम्मा ने ?"

वहां फीलिक्स को देख कर लूना और फेलिसिया आंखे फाड़ फाड़ कर देखने लगी। दोनो बहनों ने साथ में कहा :" भैया !.....(फिर लूना ने कहा) आप तो बिलकुल बदल ही गए हैं! You are looking awesome!"

मोमल ने उसे खीर की कटोरी दे कर कहा :" इसे जल्दी से खा लो फिर जाओ कहीं!"

वोही खड़े हो कर उसने खीर खा लिया और दोनों बहनों के सर पर हाथ फेरते हुए चला गया। 

फीलिक्स घर से बाहर गया और अपने लंबे लंबे काले और नुकीले पंखों को खोल कर उड़ गया।

लूना हैरत में बोली :" भैया फिर से कहा चले गए ? 

फेलिसिया उसे जाते हुए मुंह खोल कर देख रही थी। देखते देखते चमकीले आंखो से बोली :" वाह मेरे भैया मेरे डैड जैसे ही हैंडसम है अब मैं भी स्कूल में शो ऑफ करूंगी के मेरा भी बड़ा भाई है जो बहुत हैंडसम हैं।"

लूना उसकी चोटी पकड़ कर खींचते हुए बोली :" पहले ये पूछो मम्मा से की वो कहां चले गए! ( फिर लूना ने परेशान हो कर पूछा) क्या बात है मम्मा आप कुछ परेशान सी दिख रहीं हैं।"

मोमल ने एक लंबी सांस ली और कहा :" तुम्हारे डैड के पास गया है! वो मेरा फोन नही उठा रहे हैं, न मैसेज का जवाब दे रहे हैं! ऐसा तो वो कभी नहीं करते कितने ही बिजी हो एक बार में ही फोन उठा लेते हैं।"

ये बात सुन कर दोनों बहन भी परेशान हो गई। 
मोमल के मन में तो कई बुरे बुरे खयाल आने लगे थे। 

उधर जब फीलिक्स वहां पहुंचा और उसने अब्राहम को ढूंढा लेकिन वहां वो नही था। एक बहुत बड़ा यूनिवर्सिटी था जिस के बगल में एक होटल था जहां अब्राहम रात को रुका था। उसने पहले यूनिवर्सिटी में जाना सही समझा। वहां के वॉचमैन से अब्राहम के बारे में पूछा तो वो ज़्यादा कुछ बता नही पाया लेकिन उस ने वहां के क्लर्क से फीलिक्स को मिलवाया।
वॉचमैन ने कहा :" ये किसी प्रोफेसर का बेटा है अपने फादर से मिलना चाहता है।"

क्लर्क को बता कर वॉचमैन चला गया। क्लर्क ने फीलिक्स से पूछा :" आप के फादर का नाम क्या है? मैं उन से मिलवा देता हूं।"

फीलिक्स ने कहा :" डॉक्टर अब्राहम विल्डर!... वो यहां एक कांफ्रेंस मीटिंग में आए थे! वो फोन रिसीव नहीं कर रहें हैं।"

अब्राहम का नाम सुनते ही क्लर्क के चहरे से मुस्कान गायब हो गई और एक बार गहरी सांस लेकर कहा :" बड़े अफसोस की बात है आप के फादर एक एक्सपेरिमेंट के दौरान किसी वायरस से इंफैक्ट हो गए हैं! आज सुबह सुबह उन्हे हॉस्पिटल में एडमिट किया गया है।"

फीलिक्स नाराज़गी से बोला :" ये आप क्या कह रहे हैं! यहां और भी लोग है लेकिन सिर्फ मेरे डैड कैसे वायरस से इंफैक्ट हो गए ? आप लोग इतने केयरलेस कैसे हो सकते हैं!"

क्लर्क ने उसे शांत करने की कोशिश करते हुए कहा :" ये सब मेरा काम तो नही है लेकिन मैं आपकी बात समझ सकता हूं! आप अपनी जगह सही है।"

फीलिक्स ने गुस्से में पूछा :" किस हॉस्पिटल में है वो, मुझे एड्रेस दीजिए! अगर मेरे डैड को किसी ने जान बुझ कर वायरस दिया है तो मैं उसे ढूंढ निकालूंगा।"

उसका गुस्सा देख कर क्लर्क थोड़ा डरा हुआ सा बोला :" इस शहर के सब से बड़े हॉस्पिटल में है सेंट्रल हॉस्पिटल!"

फीलिक्स भागा भागा वहां गया। बहुत देर तक परेशान होने के बाद उसे अब्राहम का लोकेशन मिला। जिस वार्ड में वो था वहां के कर्म चारियों से पूछा। वे लोग उसे उसके कमरे के बाहर ले गए लेकिन अंदर जाने से रोका। फीलिक्स ने ज़िद की के मुझे अंदर जाने दो मुझ पर इन्फेक्शन असर नहीं करेगा!"

लेकिन डॉक्टर और नर्सों ने उसे बाहर ही रोके रखा। उसने अब्राहम को कांच के खिड़की से देखा जो बेड पर बेजान सा आंखे बंद कर के लेटा हुआ था। उसे बहुत तेज़ बुखार था लेकिन वायरस के डर से जिस तरह खयाल रखना चाहिए उस तरह नही रखा जा रहा था। Personal Protective Equipments (PPEs) पहन कर भी हॉस्पिटल के कर्म चारियों को करीब जाने से डर लग रहा था। 
वेंडिलेटर में अब्राहम को देख कर अंदर ही अंदर फीलिक्स उबलने लगा। वो किसी भी तरह से अंदर जाना चाहता था लेकिन आसपास सब लोग आते जाते थे इस लिए अब तक रुका हुआ था। 
उसे भी गए हुए दोपहर से शाम हो गई अब मोमल को और इंतज़ार नहीं किया जा रहा था इस लिए उसने फीलिक्स को कॉल किया। 

"फीलिक्स तुम्हे अब्राहम मिले की नही? इतनी देर हो गई है तुम ने कुछ बताया ही नहीं।"

मोमल ने परेशानी में कहा।

फीलिक्स ने रुके रुके अंदाज़ में कहा :" मॉम डैड मुझे मिल गए हैं लेकिन आप घबराएं नहीं मैं उन्हे सही सलामत ले कर आऊंगा।"

मोमल उसकी बात सुन कर और ज़्यादा घबरा गई और सीने में हाथ रख कर बोली :" लेकिन क्या हुआ है बात क्या है तुम साफ साफ क्यों नही कहते ? 

फीलिक्स ने हिचकिचाते हुए कहा :" डैड को कोई इंफेक्शन हो गया है! वो हॉस्पिटल के इमरजेंसी वार्ड में है।"

ये खबर सुनते ही मोमल बद हवास हो कर फर्श पर बैठ गई और कांपते हाथों से फोन कान से हटा कर रोने लगी। 
कुछ से कुछ बोली जा रही थी " पता नहीं वो कैसे हैं! कैसा वायरस? कौन सा वायरस ? पता नहीं क्या हालत होगी! मुझे जाना होगा।"

उसने अपने आप को मज़बूत किया और उठ कर कार की चाबी ली और जाने लगी। दोनो बेटियों से बोली :" तुम दोनो मेरे साथ चलो मैं तुम्हे अकेले घर पर नहीं छोड़ सकती।"

लूना और फेलिसिया भी रो रही थी। शाम का समय था धीरे धीरे अंधेरा छाने लगा। मोमल कार लेकर निकल पड़ी।

उधर फीलिक्स को मौका मिला और वो बिना पीपीई कीट के ही कमरे में चला गया। उसने जा कर अब्राहम का सर छू कर देखा जिसमे से आग उबल रहा था। बुखार के करण उसकी आंखे भी नहीं खुल रही थी। 

फीलिक्स ने धीरे से आवाज़ दी :" डैड, मैं फीलिक्स! डैड एक बार आंखे खोलिए!"

उसकी आवाज़ अब्राहम के कानों में जा तो रही थी लेकिन पलकों पर जैसे कुछ बोझ पड़ा हो ऐसे भारी हो गया था जिसे वो चाह कर भी उठा नही पा रहा था। 

इतने में दो कंपाउंडर पीपीई कीट में आए और फीलिक्स को वहां से जाने के लिए कहा। फीलिक्स ने डांट कर कहा :" आप क्या कर रहे हैं मेरे डैड को इतनी तेज़ बुखार है! इनका इलाज हो भी रहा है या नही?

उनमें से एक ने कहा :" आप को इस तरह अंदर नही आना चाहिए था इस तरह आप ये वायरस दूसरों में भी फैला देंगे! उनके लिए एंटीडॉट बन चुका है हम उन्हे देने ही आए हैं लेकिन आपको पूरी तरह से पीपीई कीट पहन कर यहां से निकलना होगा!"

फीलिक्स ने शांत हो कर कहा :" ठीक है मैं पीपीई कीट पहन लूंगा लेकिन मेरे सामने डैड को एंटीडोट दीजिए!"

वे दोनों बहुत ज़िद करने लगे के आप पहले यहां से जाइए लेकिन फीलिक्स एक इंच भी वहां से नहीं हिला। उसे उन दोनों पर शक होने लगा। 

अब्राहम की हालत ठीक नहीं थी जिसे फीलिक्स समझ रहा था लेकिन वे लोग बस समय बरबाद कर रहे थे। फीलिक्स अब खुद पर काबू नहीं रहा और उनकी तरफ लाल आंखों से देखा। देखते देखते वे दोनों बेहोश हो कर गिर पड़े। 
फीलिक्स ने जल्दी से उनके पास जो एंटीडोट थे वो उठा लिया और ठीक से देखने लगा। उसे कुछ समझ नहीं आया तो बाहर गया और एक डॉक्टर को रोक कर बोला :" डॉक्टर!... प्लीज़ मेरी मदद कीजिए यहां मेरे डैड एडमिट है और कोई कंपाउंडर बन कर उन्हे ये गलत दवाई देने वाला था!"

डॉक्टर ने दवाई हाथ में लिया और देखते हुए कहा :" क्या हुआ है उन्हे ? 

फीलिक्स ने बताया :" वो एक एग्रीकुलरल प्रोफेसर है। किसी एक्सपेरिमेंट्स में उनको इंफेक्शन हो गया है। वे लोग कह रहे थे की ये एंटीडोट है।"

डॉक्टर ने हैरत में कहा :" कहीं आप डॉक्टर अब्राहम विल्डर की बात तो नही कर रहें हैं?

फीलिक्स :" हां हां मैं उन्हीं का बेटा हूं।"

डॉक्टर ने कहा :" उनका डॉक्टर तो मैं ही हूं! अभी हम एंटीडोट बनाने की कोशिश कर रहे हैं! अभी बना नही है। ये तो मुझे कोई अननोन ड्रग लगता है।"

ये बात सुनते ही फीलिक्स वापस गया और उन बेहोश पड़े दो लोगों को उठा कर बाथ रूम में बांध कर रख दिया। 


उसे देखते हुए डॉक्टर ने हैरत में अपने आप से कहा :" डॉक्टर अब्राहम का इतना बड़ा बेटा !....लगता है उन्होंने टीनेज में शादी कर ली थी।"


इधर मोमल पहुंचने वाली थी। रात हो चुकी थी। शहर जगमगा रहा था। फेलिसिया सहमी हुई बोली :" मम्मा गाड़ी थोड़ा धीरे चलाइए हम पहुंचने वाले हैं!"

लेकिन मोमल को जल्द से जल्द पहुंचना था। उसे इस बात का भी डर था के कहीं फीलिक्स मामले को संभाल पाएगा या नहीं या फिर कुछ और परेशानी में पड़ जायेगा।

To be continued.....