Devil Ceo Ki Mohabbat - 71 in Hindi Love Stories by Saloni Agarwal books and stories PDF | डेविल सीईओ की मोहब्बत - भाग 71

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डेविल सीईओ की मोहब्बत - भाग 71

अब आगे,

अब अर्जुन अपने केबिन में पहुंच गया था और अपने केबिन में रखी हुई अपनी किंग साइज कुर्सी के पास जाकर अपने थ्री पीस सूट के कोट के बटन खोलकर उस पर बैठ गया और अब अभिनाश से अर्जुन से कहा, "बॉस, वो आपकी मीटिंग अगले एक घंटे बाद होनी है तो तब तक के लिए आप ये फाइल देख लीजिए इसमे उस मीटिंग की सारी डिटेल्स मौजूद है..!" 

अर्जुन ने अभिनाश की बात सुनकर अब अर्जुन ने थोड़ी कड़क आवाज में अभिनाश से कहा, "ठीक है, अब तुम जा सकते हो और मुझे कुछ देर के लिए अकेला छोड़ दो और हां अगले 10 मिनट तक कोई भी मेरे केबिन में नही आना चाहिए, समझ में आया तुम्हे..!" 

अर्जुन की बात सुनकर अब अभिनाश ने अर्जुन से कहा, "जी बॉस..!" 

अपनी बात कहकर अब अभिनाश उसके केबिन से बाहर निकल गया..!

वही अभिनाश के जाने के बाद, 

अब अर्जुन ने अपनी आंखे बंद कर ली और आज उसको पहली बार किसी के साथ किए हुए अपने व्यवहार के लिए थोड़ा बुरा लग रहा था और अर्जुन का सारा ध्यान इस समय पूरी तरह से अराध्या पर ही था और अर्जुन ने अराध्या को अपने गुस्से में सजा दे तो दी थी मगर साथ में उसको इस बात का दुख भी हो रहा था..!

अर्जुन, अराध्या के बारे मे कुछ सोचते हुए थोड़े कन्फ्यूजन से अपने आप में ही बड़बड़ाते हुए बोला, "कही मैने अपने गुस्से में अराध्या को ज्यादा बड़ी सजा तो नही दे दी न, मतलब उसको उस अंधेरे कमरे में बंद करना जिसमे मै अपने दुश्मनों को बांधकर रखता हूं और उस ही अंधेरे कमरे में उस लड़की को बंद कर देना जिसको मैं अपनी जान से भी ज्यादा प्यार करने लगा हु और क्या मैने ये सब सही करा है..!" 

अपनी बात अपने आपसे कहने के बाद अर्जुन को अराध्या की बाते और उसका व्यवहार और बर्ताव याद आने लगा और जिसको यादकर के अब अर्जुन अपनी ही कही हुई बात से मुकरते हुए अपने आपसे ही गुस्से से कहने लगा, "नही मैने कुछ भी गलत नही किया और ये सजा उसके लिए बहुत ज्यादा जरूरी थी और मेरे इतना समझाने के बाद भी वो बस अपनी एक ही रट लगाए हुए बैठी हुई थी कि उसको यहां से जाना है और इस सजा के बाद अब वो मुझे छोड़कर कभी नही जायेगी और उसको यहां अपने पास रखने के लिए उसके अंदर मेरा खोफ होना बहुत ज्यादा जरूरी है तभी वो अपना व्यवहार और बर्ताव मे बदलाव करेगी और चुपचाप मेरे साथ यहां रहने को तैयार हो जायेगी..!" 

अपनी बात कहकर अब अर्जुन ने अराध्या से जुड़े सारे ख़्याल को झटक कर अपनी अपने सामने रखी हुई शीशे के टेबल पर से अपनी इंपोर्टेंट मीटिंग की फाइल को उठा लेता है और उस फाइल को पढ़ने लगता है..! 

करीब 10 मिनट बाद, 

अर्जुन अपनी किंग साइज कुर्सी पर अपने केबिन में बैठ कर उस इंपोर्टेंट फाइल को पढ़ ही रहा था तभी उसके केबिन का दरवाजा खुल गया और समीर अंदर आ गया और समीर, अर्जुन के केबिन में अंदर आने के बाद, उसके सामने वाली कुर्सी पर बैठ गया और अब समीर ने अर्जुन की तरफ देखा और उस पूछा, "तू यहां पर क्या कर रहा है..?" 

समीर की बात सुनकर अब अर्जुन ने अपने हाथ में पकड़ी हुई फाइल को साइड में रख दिया और फिर समीर को देखते हुए उससे कहा, "तुझे क्या लगता है कि मैं अपनी कंपनी में क्या करने के लिए आता हु..!" 

अर्जुन की बात सुनकर अब समीर ने अर्जुन से कहा, "मुझे पता है तू क्या करने आता है और मेरे कहने का मतलब था कि तू यहां केसे क्योंकि मुझे तो लगा था कि तू आज आराध्या के साथ रहेगा और तू उसको अपने विला में अकेले कैसे छोड़कर आ सकता है और ऐसे में कही वो भागने में सफल हो गई तो तू क्या करेगा..!" 

समीर की बात सुनकर अब अर्जुन ने बिना किसी भाव से उसकी तरफ देखा और फिर उससे कहा, "नही भागेगी क्योंकि मैंने उसको अंधेरे कमरे में बंद कर दिया है..!" 

अर्जुन की बात सुनकर समीर को तो जैसे शॉक ही लग गया और उसने अब अपनी हैरान नजरों से अर्जुन से कहा, "क्या, तुमने उस मासूम सी लड़की को उस डार्क रूम में बंद कर दिया और तू पागल हो गया है क्या और क्यों कर रहा है उस बेचारी के साथ ऐसा और एक तो तूने पहले ही उसको किडनैप करके जबरदस्ती अपने पास रखा हुआ है और ऊपर से तू उसको डाटता है उस पर गुस्सा करता है और अब तो तूने उस मासूम को अंधेरे कमरे में भी बंद कर दिया और तू अच्छे से जानता तो है ही कि हम उस अंधेरे कमरे में अपने दुश्मनों को बांध कर रखते हैं और उसमे उनको टॉर्चर करते हैं और तूने उस मासूम को उस अंधेरे कमरे में बंदकर दिया जबकि एक तरफ तू ये कहता है कि तू उससे प्यार करता है और वही दूसरी तरफ तू उसके साथ ऐसा बर्ताव कर रहा है ऐसा क्यू कर रहा है तू उस मासूम के साथ बता मुझे..!" 

To be Continued......❤️✍️

अगर अर्जुन का आराध्या के साथ ऐसा ही व्यवहार रहा तो क्या आराध्या उसको छोड़ कर चली जायेगी और उससे नफरत करने लगेगी और क्या अंधेरे कमरे में बंद रहने से आराध्या को समझ आ जाएगा कि वो अर्जुन के विला और उसकी जिंदगी से बाहर नहीं निकल सकती है और जब अर्जुन के कंपनी वालो को पता चलेगा कि उनसे किसी को पसंद कर लिया तो उन सबका क्या रिएक्शन होने वाला है..?

हेलो रीडर्स, यह मेरी दूसरी नोवेल है। कृपया इसे अपनी लाइब्रेरी में जोड़ें, मेरी प्रोफाइल को फॉलो करे और कमेंट्स, रिव्यू और रेटिंग के साथ मुझे अपना सपोर्ट दे। अधिक जानने के लिए पढ़ते रहिए मेरी दूसरी नोवेल "डेविल सीईओ की मोहब्बत" और अगला भाग केवल "मातृभारती" पर।