internet wala love - 93 in Hindi Love Stories by Mehul Pasaya books and stories PDF | इंटरनेट वाला लव - 93

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इंटरनेट वाला लव - 93

मेने कहा था ना सर की मेरी स्पीड कई गुना ज्यादा है. में कोई आम मशीन नही हु. और आप इस बात को अच्छे से जानते हो राइट.

ओह आम लड़की अब सारा भांडा यही फोड़ोगे क्या चलो वहा काम भी पड़ा है. और तुमको कहा था ना यार की अपने बारे में यहा पर किसीको बताना नही है. फिर क्यू अपने बारे बता बता कर सबके कानो में पीपुडी बजाना ठीक है क्या. चलो जाओ अब काम पर लगो पर हा एक और बात सारे काम नॉर्मली करना ठीक है. हमे कोई जल्दी नहीं है.

हा ठीक है में कर लूंगी आप थोड़ा शांत रहिए. और देखिए मेरा कमाल में क्या कमाल करती हु. जस्ट वेट एंड वॉच.

हा चलो करो कमाल तब तक हम अपना काम देख कर आते है. चलो आस्था जी हमे लिस्ट बनानी है. उसमे जोजो समान आना है. वो सारा सामान याद कर के रखना पड़ेगा.

ठीक दो दिन बाद. . .

समीर बेटा सुनो तो. ये दोनो माशय कब तक आ जायेंगे. और एक बात पता आपको समीर बेटा. शादी से पहले पहले लड़की और लड़के को साथ में नही रहने देना था. वो तो किसीने याद ही नही किया. अब ये अशुभ चीज कब ठीक होगी. पता नही अब क्या होगा. समीर बेटा पता करो ना. वो लोग अभी तक नही आए. मुझे टेंशन हो रही है.

हा आंटी जी में फोन करता हु. आखिर कार ये लोग पहुंचे क्यू नही. अभी तक तो उन लोगो को आ जाना चाहिए था. लेकिन कोई अता पता ही नही है.

जी नहीं किसीको भी फोन लगाने की जरूरत नही है. क्यू में आ गया हु. और.. और एक बात जो अभी ने कही ना मम्मी की शादी से पहले लड़का और लड़की साथ में नही रह सकते. जब तक शादी न हो जाए. तो उस परंपरा को हमने बेखूबी से निभाया है मम्मी हमने कोई ऐसी हरकतें नही की है. वहा पर ना भूमि जी का एक अक्षय नाम का लड़का था. वो मिल गया था. तो उसने ना ये अनहोनी होने से बचा लिया सो चिल करो मम्मी आप खामा खा परेशान हो रहे हो.

भगवान तेरा लाक लाक धन्यवाद हो. जो ये अनहोनी होने से मेरे बच्चो को बच्चा लिया. लेकिन बेटा वो लड़का कोन था कहा का था. एक घर तो लाते. चाय पानी करके जाता. तुमने ऐसे कैसे बिना नाश्ता किया भेज दिया.

मम्मा वो आया नही मेने उसको बहुत मनाया घर आने के लिए. पर उसने कहा की अब लेट बहुत हो गया है. तो में अब घर जा रहा हु. घर पर फिर कभी चले आयेंगे. ऐसा कह कर वो निकल गया.

अरे..रे. ये सही तो नही है. चलो ठीक है. लेकिन इस बार कोई भूल मत करना ठीक है. सीधा उठा कर यहा पर ले आना ठीक है. पता है उसने तुम दोनो जिंदगी में बड़ी आफत आने से बचा लिया है. उसका धन्यवाद कहना तो बनता है.

डोंट वरी मम्मा वो शादी में तो आयेगा ही. तब धन्यवाद कह देना. और चाय पानी क्या खाना भी खिला देना ठीक है.

पढ़ना जारी रखे. . . . . .