Momal :Diary ki gahrai - 25 in Hindi Horror Stories by Aisha Diwan books and stories PDF | मोमल : डायरी की गहराई - 25

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मोमल : डायरी की गहराई - 25

सुबह के नौ बज रहे थे। अब्राहम ने यूनिवर्सिटी में मोमल के लिए मेडिकल लीव की एप्लीकेशन दे दी और खुद के लिए भी छुट्टी के लिए अर्जी डाल दी क्यों के मोमल एक तो ज़ख्मी है और दूसरी तरफ वो पेड़ से सिमोन की लटकती हुई लाश देख कर डरी हुई है। उसका दिल व दिमाग शांत नही हो रहा था। उसे इस हाल में वो अकेले छोड़ कर काम पर नहीं जा सकता था। 
वो हॉल में सर पकड़ कर बैठी थी। अब्राहम उसके लिए चाय बना कर लाया। कप आगे बढ़ाते हुए उसने कहा :" मैं ने डेनियल को सिमोन के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराने को कहा दिया है! वो उसे जल्द ज़िंदा या मुर्दा ढूंढ निकालेगा! तुम फिक्र मत करो, वो एक बेहतरीन ऑफिसर है।"

मोमल कप पकड़ते हुए बोली  :" कैसे ना फिक्र करूं! आपको पता है मैं ने उसे पहले भी देखा था एक बार यूनिवर्सिटी के सामने और एक बार हमारे तालाब के पास जो मुझे बहुत ही अजीब तरीके से घूर रहा था। उसके चहरे पर एक शैतानी मुस्कान थी। तब मैं ने उसे नज़र अंदाज़ कर दिया था लेकिन जो आज मैं ने देखा वो भयानक मंजर जैसे मेरे दिमाग में छप गया हो। क्या वो मर गया होगा ? 

अब्राहम ने चिंतित हो कर कहा :" पता नहीं! रात को ही वो हॉस्पिटल में था, मैं उसके क़रीब गया तो वो बेहोश हो गया फिर उसे एडमिट किया गया लेकिन आधी रात को वो वहां से चला गया था। कुछ समझ नहीं आ रहा है की उस के साथ क्या गड़बड़ है और हम से क्या कनेक्शन है!"

दरवाज़े की बेल बजी। अब्राहम ये कहते हुए उठा के मैं देखता हूं कौन है।
दरवाजे के बाहर नीलम और साहिल खड़े थे। साहिल और नीलम ने उसे देखते ही गुड मॉर्निंग कहा। अब्राहम ने उन्हें अंदर आने के लिए कहा। मोमल नीलम को देख कर खुश हो गई और उठकर गले लगाया। 
नीलम और साहिल ने पहले उन दोनों को शादी की मुबारक बाद दी फिर मोमल के ज़ख्मों को देखते हुए बोली :" क्या हो गया तुम्हे ? हम ने सुना के तुम ने मेडीकल लीव लिया है इस लिए क्लास बंक कर के आ गए! 
वो भूल गई थी के उसके सब से स्ट्रिक्ट टीचर अब्राहम यही बैठा है। जब उसे एहसास हुआ तो उसे हिचकिचा कर देखते हुए बोली :" सॉरी सर वो मोमल की चिंता हो रही थी इस लिए हम देखने आ गए, मैं ने पहले कभी क्लास बंक नही किया और आगे भी नहीं करूंगी प्रॉमिस!"

अब्राहम ने मुस्कुरा कर कहा :" कोई बात नहीं! थोड़ा ज़्यादा पढ़ाई कर के रिकवर कर लेना।"

अब्राहम साहिल को उसके लॉन में लगे पौधे दिखने लगा और उनकी खुबिया, खराबिया बताने लगा जैसे वो क्लास में बताया करता है। मोमल और नीलम ने बहुत सारी बाते की, इन दिनों उनके ज़िंदगी में क्या चल रहा है वो सब भी बताया। 

वो दोनों जब तक वहां रहे, मोमल को अच्छा लग रहा था। इस डर के माहौल में उसे ज़्यादा लोगों के बीच ही अच्छा लगता जब के वो हमेशा अकेले रहना पसंद करती थी। लेकिन अब हालत ऐसे थे की कोई एक भी साथ होता तो उसका दिल करता के बस वो कहीं न जाए इस लिए वो अब्राहम को भी कहीं जाने देने के लिए राज़ी नहीं होती। यहां तक के जब वो बाथरूम जाता तो बाहर ही इंतज़ार में खड़ी रहती। अब्राहम ने एक बार खुद सिमोन को ढूंढने जाने की बात कही लेकिन मोमल राज़ी नहीं हुई और इसी तरह उनका दिन गुज़र गया। 

रात के समय वो सिकुड़ कर अपने बिस्तर पर बैठी थी। अब्राहम ने अपना कुछ पढ़ाई लिखाई का काम खत्म कर के उसके पास बैठा। जेब से सफेद मोती का माला निकाल कर उसके हाथ में पहना दिया और उसके बालों पर हाथ फेरते हुए कहा :" मुझे लगा था के अब इसकी ज़रूरत नहीं है लेकिन हम अनजान थे की लामिया के अलावा भी हम पर किसी की बुरी नज़र लगी है। इसे अभी पहने रहो जब तक कुछ कंफर्म नही होता।"

मोमल मासूमियत से देखते हुए बोली :" और आप?... खतरा तो आप पर भी है।"

अब्राहम :" वो तुम्हे दिखा है तो शायद खतरा तुम्हे है! मुझे तो पहले खतरा रहता था लेकिन मैं अभी कोई बुरी शक्ति महसूस नहीं कर रहा हूं!.... तुम्हारी हिफाज़त सब से पहले है चाहे मुझे खतरा ही क्यों न हो।"

मोमल :" तो फिर आपको हर वक्त मेरे साथ ही रहना होगा !.... अच्छा ये बताइए डैड की वसीयत का क्या हुआ ? परेशानियों में मैं पूछना ही भूल गई!"

अब्राहम ने बताया :" डैड ने हम तीनों भाइयों को प्रॉपर्टी का बराबर हिस्सा दिया है! उन्हे पता था के मैं कंपनी कभी ज्वाइन नही करूंगा इस लिए उन्होंने कंपनी के शेयर्स मेरे बच्चों को दिया है। मतलब डैड को यकीन था के मैं कभी न कभी शादी करूंगा और मेरे बच्चे भी होंगे! या फिर उन्हें लगा होगा के इस वसीयत के वजह से मैं शादी ज़रूर कर लूंगा!... अगर हम ने लूना को ऑफिशियली एडॉप्ट किया तो वो मेरी पहली वारिस होगी!"

मोमल :" डैड ने और भी पोते पोतियों को भी कंपनी में शेयर्स दिए हैं क्या ?

अब्राहम :" नहीं वो मेरे हिस्से के शेयर्स है जो उन्होंने मेरे बच्चों को दिया है!... बाकी मेरे बाइयों के नाम पर है।"

मोमल ने शर्मा कर कहा :" अभी तो बच्चे दुनिया तो क्या पेट में भी नही आए और उनके दादा ने उनका फ्यूचर तैयार कर दिया!"

अब्राहम :" हां अब हम मैरेड कपल हैं तो बच्चे भी हो जायेंगे लेकिन मैं एक अच्छा बाप बनूंगा और जो वो करना चाहेंगे वोही करेंगे! बच्चों पर कोई प्रेशर नहीं डालना है।"

मोमल :"लूना ही हमारी पहली वारिस बनेगी, अभी तो मैं कुछ सोच ही नहीं पा रही हूं की हमारा आगे क्या होगा, कैसी ज़िंदगी होगी, मन में बुरे खयाल आते हैं और डर लगने लगता है।"

अब्राहम ने उसे समझाते हुए कहा :" अच्छा सोचो अच्छा ही होगा!... गॉड से अच्छे की उम्मीद रखना चाहिए! देखना हम जल्द लूना को ले आयेंगे।"

वो दोनों बाते ही कर रहे थे की डेनियल का कॉल आया। अब्राहम ने फोन उठाया तो उसने उधर से कहा :" अब्राहम हम ने सिमोन को ढूंढ लिया है!... उसकी हालत थोड़ी ठीक नही लग रही है लेकिन चोट या मार के निशान नहीं है। उसे छोड़ दें या लेने आओगे?

अब्राहम ने मोमल की ओर देखते हुए कहा :" देखो अभी तो देर रात हो गई है और मैं मोमो को अकेले छोड़ कर जा भी नहीं सकता! क्या तुम उसे रात भर लॉकअप में रख सकते हो? 

डेनियल ने सोचते हुए कहा :" ठीक है मैं कोई ना कोई बहाना लगा कर उसे रख लेता हूं! वैसे भी ऐसा लगता है वो नशे में है।"

अब्राहम :" थैंक यू यार तुम ने बहुत हेल्प की!"

डेनियल :" थैंक यू नही तेरे अजीब वा गरीब प्लांट्स चाहिए मुझे! मेरी गर्लफ्रेंड नेचर लवर है उसे गिफ्ट देकर खुश करूंगा।"

अब्राहम हंसते हुए :" ओके ले लेना !"

फोन रखते ही मोमल ने उत्सुकता से पूछा :" क्या कहा डेनियल ने ?.... वो जिंदा है क्या?

अब्राहम :" हां वो तो ज़िंदा है!... लेकिन डैनी ने कहा के वो नशे में लग रहा है। उसकी हालत कुछ ठीक नहीं लग रही है।.... अब पता नहीं वो तुम्हे पेड़ पर लटकता हुआ क्यों दिखा? 

मोमल को थोड़ी सी तस्सली हुई के सिमोन ज़िंदा है। लेकिन उसके ज़हन से वो मंजर हट नही रहा था।

मोमल :" चलो अच्छा है! मुझे तो अंकल हैरी के लिए बुरा लग रहा था।"

अब्राहम ने उसके चहरे को अपने हाथों में लेकर कहा :" मोमो अपने दिमाग को शांत करो! दिल में बुरे खयाल आए तो लॉन में लगे पौधों को देखना तुम्हे अच्छा लगेगा! फिलहाल वो सब भूल जाओ और सिर्फ हमारे बारे में सोचो।"

मोमल :" हम्मम!"

सुबह की सफेदी फैल चुकी थी। चिड़ियों की चहचहाने की तेज़ तेज़ आवाज़ें आ रही थी। ठंडी हवाएं पेड़ो के पत्तों को हिला रही थी जिसमे जमी ओस की बुंदे टप टप टपक कर ज़मीन में गिर रहे थे। 
अब्राहम उठ कर सिमोन को लेने जाने के लिए तैयार हो गया। मोमल आंख मलती हुई उठी और बच्चों की तरह बोली :" आप कहां जा रहे हैं मुझे भी जाना है! मैं अकेली नहीं रहूंगी घर में !"

अब्राहम ने बालों पर कंघी करते हुए कहा :" मैं सिमोन को लेने जा रहा हूं! बस दस मिनट में लेकर आ जाऊंगा तब तक तुम कोई किताब पढ़ लो या जो तुम्हे अच्छा लगे वो कर लो ! मैं नहीं चाहता सिमोन की गंदी नज़र तुम्हे देखे इस लिए तुम मत जाओ।.... मैं जल्दी आ जाऊंगा।"

मोमल मुंह लटका कर बोली :" ओके जल्दी आ जाना !"

अब्राहम उसे लेने चला गया। मोमल बिस्तर से उठी, फ्रेश होकर किचन गई, अपने लिए चाय बनाया और चाय पीते हुए हॉल में बैठी अब्राहम के लौटने का इंतज़ार करने लगी। 

इंतज़ार करते करते एक घंटा बीत गया लेकिन वो अब तक नहीं लौटा। मोमल ने उसे कॉल किया लेकिन उसने फोन नही उठाया। अब मोमल परेशान हो कर बार बार कॉल करने लगी लेकिन दस बार कॉल करने के बाद भी उसने फोन नही उठाया। 
फिर उसने सोचा के डेनियल को कॉल करना चाहिए, वो उसे कॉल करने ही जा रही थी के दरवाज़े की घंटी बजी। 
मोमल ने जल्दी में जा कर दरवाज़ा खोला। सामने अब्राहम था। मोमल ने घबराहट में उसे गले लगा कर कहा :" मेरी जान हलक पर आ गई थी! आप ने मेरा कॉल रिसीव क्यों नहीं किया? आपको अंदाज़ा नही है के मैं कितनी डर गई थी।"

वो बोली जा रही थी लेकिन अब्राहम मूर्ति बन कर खड़ा था। उसने एक शब्द नही कहा। 
मोमल ने गले लगा कर ही पूछा :" सिमोन को आप ने अंकल हैरी के पास छोड़ा है क्या ?

अब्राहम ने बिलकुल धीमी और रुके रुके लहज़े में कहा :" नहीं!.... मैं ने उसे मार दिया है! उसने तुम्हारे साथ बद्तमीजी की था ना इस लिए!"

अब्राहम से इस तरह की बात सुन कर मोमल के रोंगटे खड़े हो गए, उस से अलग हो कर बड़ी बड़ी आंखों से उसे देखा तो उसके होश वा हवास जाने लगे। कुछ देर बेसुध सी देखती रही। जो अब्राहम उसके सामने खड़ा था ये वो नही लग रहा था जो सुबह घर से निकला था। इसके आंखो में लालिमा छाई हुई थी और पलके आधी ढलकी हुई सी और होंठ सफेद पड़े थे। 
उसकी आंखे बिना पलकें झपकाए मोमल को टकटकी लगाकर देख रही थी। इसी तरह देखते देखते उसके चहरे पर हल्की सी मुस्कान आ गई और दबे आवाज़ में कहा :" मेरी मोमल!... सिर्फ मेरी मोमल!...तुम मेरा ही इंतज़ार कर रही थी ना?

मोमल का जैसे दिमाग सुन्न पड़ रहा था। उसे पूरा शक हो गया के ये अब्राहम नही है उस पर किसी की आत्मा हावी है। उसने अपने क़दम पीछे लेते हुए कहा :" अब्राहम प्लीज़ ऐसे मत कीजिए ! आप मुझे डरा रहें हैं! अब्राहम ये आप ही हैं न?

अब्राहम ने एक एक क़दम आगे बढ़ाते हुए गुस्से में फुफकार मारते हुए कहा :" अब्राहम हां!... अब्राहम के लिए तुम रो रही हो? तुम अब्राहम की नही मेरी हो! निक्कू की मोमल हो!... अब्राहम हमारे बीच कब आ गया।"

ये कहते हुए उसके आंखो से आंसू भी टपक रहे थे और आंखों में गुस्से की लालिमा भी छाई हुई थी। 

मोमल के हाथ में सफेद मोती था लेकिन उसका इस पर कोई असर नहीं था। अब्राहम के शरीर में वो आत्मा उसके क़रीब क़दम बढ़ा रहा था। 
मोमल बेहद डरी सहमी आंखो में आंसू लेकर पीछे हट रही थी। उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था कि उसे अब क्या करना चाहिए और क्या नहीं। 
वो खुले हुए दरवाज़े की ओर तेज़ी से भागी और बाहर से दरवाज़ा लॉक कर के भागने लगी। बाहर कार खड़ी थी और उसमे चाबी भी लगी हुई थी। वो कार में बैठी और सीधा चर्च की ओर तेज़ी से चलाते हुए गई। उसके दिल वा दिमाग में भूचाल आया हुआ था। उसका दिल फट रहा था। रोते रोते गाड़ी चला रही थी। 

(अगला भाग जल्द ही)