Momal :Diary ki gahrai - 11 in Hindi Horror Stories by Aisha Diwan books and stories PDF | मोमल : डायरी की गहराई - 11

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मोमल : डायरी की गहराई - 11

पिछले भाग में हमने देखा कि अंकल हैरी एक बच्ची के साथ खड़े थे। वह बच्ची करीब 5 साल की होगी। बड़ी बड़ी नीली आंखे, लंबे बाल और मासूम सा गोल चहरा , चहरे पर मायूसी और उदासी सी छाई थी। अंकल हैरी बहुत उदास थे उनकी आंखों में आंसू झिलमिला रहे थे। 
मोमल किचन जाते हुए रुक गई और झांक कर देखते हुए बोली :" अंकल हैरी आ गए क्या ? 
अब्राहम ने हरैत से कहा :" अंकल क्या हुआ है ? आप रो क्यों रहें हैं! अंदर आईए "

अंकल हैरी बच्ची की उंगली पड़कर उसे भी अंदर ले आए, मोमल उत्सुकता से बच्ची को देखते हुए बोली :" ओह वाव! ये कितनी प्यारी बच्ची है! अंकल यह आपकी पोती है? 

फिर जब अंकल की भरी हुई आंखों को देखा तो परेशान हो गई, अब्राहम ने चिंतित हो कर कहा :" अंकल क्या बात है? आप बैठ जाइए और बताइए क्या बात है आप इतने उदास क्यों हैं?

अंकल हैरी और अब्राहम सोफे पर बैठे, अंकल ने बच्ची की ओर देखते हुए कहा :" ये मेरी नवासी है, लुना! मेरी बेटी एलिस अब इस दुनिया में नही रही!"

ये कहते ही अंकल फूट फूट कर रो पड़े, बच्ची के आंखों से भी आंसुओ की धारियां बहने लगी। 
मोमल ने बच्ची को गले लगा लिया और गोद में उठा कर उसके आंसू पोंछने लगी। उसे प्यार करते हुए बोली :" नही बेटा सब ठीक है कोई बात नही! स्ट्रॉन्ग गर्ल्स ऐसे नही रोते!"

अब्राहम अंकल को संभालते हुए बोला :" लेकिन अचानक उन्हें क्या हो गया था? और ये सब हुआ कब?

अंकल हैरी ने किसी तरह अपने आंसुओ पर काबू किया और कहा :" यहां से निकलते ही मुझे पुलिस स्टेशन से कॉल आया जब मैं वहां गया तो पता चला के मेरे जल्लाद दामाद ने मेरी बेटी को दो हफ्ते पहले चाकू गोदकर मार डाला और अपने घर के बैकयार्ड में दफना दिया था। गली के कुत्तों ने खोद कर मेरी बेटी की लाश को बाहर निकाल दिया, मुहल्ले वालों में से किसी ने देख लिया और पुलिस को सूचना दे दी! उसकी बॉडी पूरी तरह खराब हो गई थी।"

अंकल हैरी आगे कह नही पाए और सर पकड़ कर फिर से रो पड़े, मोमल बच्ची को उसका सर सहलाते हुए गोद में लेकर बैठी थी। बच्ची उसके गोद में सुकून से सो गई थी, छोटी सी जान आंसू बहाते बहाते थक गई थी इस लिए मां जैसी गोद पाते ही सो गई। 
मोमल के आंसू झर झर बह रहे थे। सोती हुई मासूम सी बच्ची को देख कर उसे और भी रोना आ रहा था। 
अब्राहम ने अंकल हैरी का हाथ पकड़ कर उन्हे दिलासे दे कर कहा :" अंकल संभालिए खुद को! मैं समझ सकता हूं, आपको इस समय कैसा लग रहा होगा।... उस कमिने ने अपनी बीवी को कैसे मार दिया? कोई प्राब्लम थी तो छोड़ देता, आपके पास भेज देता लेकिन इतनी बेरहमी! इंसान कैसे इतना बेरहम हो जाता है!"

अंकल ने फफरते हुए कहा :" जब से शादी हुई है एलिस ने हर मुमकिन अपने रिश्ते को बचाने की कोशिश की! एलिस कहती थी के उसके पति के ज़िंदगी में कोई दूसरी औरत भी है और इस बात को लेकर उनके बीच हमेशा झगड़े होते रहते थे। वो झगड़ा इतना बढ़ गया के उसने मेरी बेटी को मार डाला! अब ये छोटी सी लुना बिन मां के कैसे जीयेगी।"
अब्राहम ने कहा :" आप लुना की चिंता मत कीजिए उसके लिए हम सब हैं न!.... आपका दामाद पकड़ा गया या नही?

अंकल हैरी :" हां उसे पुलिस ने पकड़ लिया है! उसे सख़्त से सख़्त सजा दिलाऊंगा मैं ताकी उस जैसे कमीनों के दिल में थोड़ी दहशत पैदा हो।"

अब्राहम ने देखा के मोमल बच्ची को गोद में लिए आंसू बहा रही है तो उसने देखते हुए कहा :"मोमो! अगर लुना सो गई है तो उसे मेरे पास वाले बेड रूम में सुला दो! तुम भी उसी रूम में सो जाना और अंकल हैरी गेस्ट रूम में सो जायेंगे।"

अंकल हैरी ने कहा :" नही बेटा! मैं लुना को लेकर घर चला जाता हूं! तुम लोग अपनी जिंदगियों में खुद परेशान हो मैं और परेशानी खड़ी नही करना चाहता! मैं उसका खयाल रख लूंगा।"

अब्राहम ने समझा कर कहा :" अंकल आप ऐसा मत कहिए मुझे पराया मेहसूस होगा! हमारी ज़िंदगी में तो परेशानी आती जाती है इसमें कोई बड़ी बात नही है! लुना बहुत छोटी है इस समय उसके मेंटल हेल्थ के बारे में सोचना चाहिए! आप के पास अकेले रहेगी तो मां की ज़्यादा याद आयेगी! अकेले होने की वजह से उसे बुरे सपने भी आ सकते हैं! यहां मैं हूं, मोमल है और आप भी रहेंगे तो उसे अच्छा लगेगा।"

मोमल उसे लेकर उठते हुए बोली :" मैं लुना को उसकी मां की कमी महसूस नहीं होने दूंगी! इस बच्ची के दिमाग में कोई चोट न रह जाए इस लिए मैं इसका खयाल रखूंगी! तो क्या हुआ अगर मैं ने किसी बच्चे को जन्म नहीं दिया तो आखिर एक औरत तो हूं ना ! ममता तो है मेरे अंदर, ये इसी ममता को महसूस करेगी और खुश रहेगी आप देखना।"

उसकी बात सुन कर अब्राहम और अंकल हैरी खुश हुए, फिर अंकल हैरी उसे बहुत सी दुवाएं देने लगे :" हमेशा खुश रहो बेटी! तुम एक फरिश्ते जैसी हो हमारे लिए, ईश्वर की तरफ से भेजी हुई तोहफा हो! तुम्हे दुनिया की सारी खुशियां मिले।"

अब्राहम ने धीरे से आमेन कहा। 
मोमल कमरे में गई तो उसे नीलम का फोन आया। वो नाराज़ हो कर बोल रही थी :" यही दोस्ती है तुम्हारी हां?... रात हो गई लेकिन तुम्हारा कोई अता पता नहीं , मैने कितनी बार मैसेज किया है देखा भी है तुम ने ?

मोमल ने लुना को ठीक से चादर ओढ़ाते हुए कहा :" सॉरी यार!... मिस्टर वाइल्ड की हालत बहुत खराब थी, उस बुरी आत्मा ने किया था! मैं आज नही आ सकती, कल कॉलेज में मिलती हूं।"
नीलम हैरानी में बोली :" क्या?... तुम अब्राहम सर के घर में रहोगी? ओह माय लॉर्ड " 

मोमल :" हो गई तुम्हारी नौटंकी!....मेरा यहां रहना ज़रुरी है वरना मिस्टर वाइल्ड की जान भी जा सकती है! तुम्हे नही पता उनकी हालत कितनी खराब थी, मैं तो बहुत डर गई थी, एक पल को लगा के उनकी बस आखरी सांस चल रही है।"

नीलम उसे झेड़ते हुए बोली :" अए हए!.... कितना रोमांटिक सीन होगा वहां का , मुझे भी वहां होना चाहिए था देखने के लिए!"

मोमल उसे डांट कर :" कोई रोमांटिक वोमैंटिक नही है यहां कुछ ! हम बहुत दुखी और परेशान है तुम ज़्यादा दिमाग मत चलाओ और सो जाओ bye"

ये कह कर उसने फोन बंद कर दिया फिर किचेन चली गई, अब्राहम ने उसे किचेन में देखा तो उसके पास गया और बोला :" कुछ बनाने की ज़रूरत नहीं है मैंने बाहर से खाना ऑर्डर कर दिया है आता ही होगा!"

मोमल :" ओह अच्छा! लेकिन लुना के लिए तो बना लूं कुछ"

अब्राहम :" नहीं मैंने उसके लिए भी मंगाया है।" 

मोमल कुछ बोलने ही जा रही थी के उसकी नज़र किचेन की खुली हुई खिड़की पर पड़ी जहां पर उसे वोही भूत दिखाई दे रही थी। लेकिन इस बार उसका चहरा नज़र नही आ रहा था , सब दिख रहा था यहां तक के बाल भी लेकिन चहरे पर अंधेरा था। मोमल ने देखते हुए अब्राहम को सहमी हुई धीरे से बोली  :" वो खड़की के बाहर खड़ी है! उसका चहरा नही है!"

अब्राहम ने झट से पीछे मुड़ कर देखा तो उसे कुछ नहीं दिखा। उसने ठीक से देखते हुए कहा :" वहां तो अंधेरा है ,मुझे कुछ नहीं दिख रहा है!"

मोमल ने फिर से देखा तो वो गायब हो गई थी। 
उसने हवा निगलते हुए कहा :" लेकिन मैने उसे देखा ,इस बार मुझे उसका चहरा नही दिखा।"

अब्राहम ने कुछ सोच कर कहा :" अच्छा तुम बता रही थी के उसके सीने में चाकू लगा हुआ है?

मोमल :" हां बड़ा सा चाकू ! बिलकुल दिल पर, मैने फिर से वो चाकू लगा हुआ देखा।"

अब्राहम ने शक करते हुए कहा :" एलिस की मौत भी इसी तरह हुई है! कहीं वो तो नही?

मोमल भी कुछ देर सोच में पड़ गई और फिर सोचने समझने के बाद बोली :" लेकिन वो ये सब क्यों करेगी! मतलब अगर उसे परेशान करना होता तो अपने पति को करती ना! वो आपको या मुझे क्यों चोट पहुंचाएगी , वो तो हमे जानती तक नही!"

अब्राहम :" हां ये बात भी है! लेकिन कोई भी हमे क्यों परेशान करेगा ? ना तुम ने किसी का कुछ बिगड़ा न मैंने?.... पता नही ये कौन है और क्या चाहती है हम से!"

मोमल :" इस लिए तो फादर ने कहा है हमे उसे पहचानना है! हो सकता है वो कोई भटकती हुई बुरी आत्मा हो, जिसका मकसद सिर्फ हमे परेशान करना हो क्यों के शैतान को इंसानों को परेशान कर के सब से ज़्यादा खुशी मिलती है।" 

अब्राहम लंबी सांस लेते हुए :" मुझे किसी भी चीज़ से डर नही लगता था लेकिन अब डर लगने लगा है! अपने लिए नही तुम्हारे लिए डर लग रहा है! किसी भी कीमत पर इस माला को अपने हाथ से मत उतारना, याद रखना अगर ये नही रहा तो तुम पसेस हो जाओगी! वो तुम पर हावी हो जायेगी, फिर तुम खुद को भी और अपने आसपास के लोगो को भी चोट पहुंचा सकती हो।"

मोमल बड़ी कॉन्फिडेंट हो कर बोली :" मुझे कोई आत्मा पसेस नहीं कर सकती! मेरा (Aura)औरा बहुत स्ट्रॉन्ग है! मेरे आसपास एक लाइट है क्यों के मैं गॉड की बहुत प्यारी हूं! आपको नही दिखता मेरा औरा?

अब्राहम के चहरे पर हल्की सी मुस्कान आ गई और उसे ठीक से देखते हुए बोला :" मुझे तो कोई लाइट दिखाई नहीं दे रही है! तुम्हे कैसे लगता है की तुम गॉड की बहुत प्यारी हो?

मोमल :" क्यों के मैने एक चींटी की भी जान नहीं ली, गलती से पैर के नीचे आ गया होगा वो अलग बात है लेकिन मैं गुनाह नही करती! इस लिए! आपको मेरा औरा इस लिए नही दिख रहा क्यों के आपका आईसाइट अच्छा नही है। चश्मे की ज़रूरत है।"

इतना सा कहना था के वो किसी चीज़ को देख कर चीख पड़ी और अब्राहम के बाजुओं को पकड़ कर उसके पीछे छुपने लगी। 

उसे इतना डरा हुआ देख कर अब्राहम अचानक घबरा गया और हड़बड़ा कर बोलने लगा :" क्या हुआ , क्या हुआ तुम्हे ? 

मोमल आंखे बंद कर के ज़ोर ज़ोर से बोल रही थी :" कॉकरोच , कॉकरोच ,दीवार में कॉकरोच है! मार दीजिए उसे, अगर वो उड़ने लगा तो मुझे हार्ट अटैक आ जायेगा।"

जब दीवार में कॉकरोच देखा तो अब्राहम को हंसी तो बहुत आ रही थी लेकिन उसे ये भी पता था के मोमल को इंसेक्ट्स का फोबिया है। उसने उसे कहा :" तुम हॉल की तरफ चली जाओ मैं उसे भगा देता हूं!"

मोमल दौड़ कर भागते हुए बोली :" सिर्फ भगाना नही है मार देना है! वरना वो कहीं फिर से आ जायेगा! मार दीजिएगा उसे।"

अब्राहम हंस कर बोला :" हां ठीक है! तुम डरो मत।"

उसकी आवाज़ सुन कर फोन पर बात कर रहे अंकल हैरी बाहर से चले आए, देखा तो अब्राहम मकड़ी के जाले साफ करने वाले डंडे से कॉकरोच को भगाने की कोशिश कर रहा है। 
जब कॉकरोच नीचे गिर गया तो उसने उसे हाथ से उठा कर खिड़की से बाहर फेंक दिया। 
अंकल हैरी ने ताज्जुब से मोमल को देखते हुए कहा :" इतनी हिम्मत वाली लड़की एक छोटे से कीड़े से इतना डरती है।"

अब्राहम किचेन से बाहर आया तो मोमल ने उसे घिन की नज़र से देखते हुए कहा :" छी!... आप ने उसे हाथ से छू लिया ! सात बार साबुन से हाथ धो कर आइए फिर आपको खाना खाने मिलेगा वरना नही मिलेगा।"

अब्राहम बेसिन के पास जाते हुए बोला :" बड़ी आई गॉड की प्यारी! तुम कह रही थी के तुम ने एक चींटी को भी नहीं मारा लेकिन मेरे हाथों से एक कॉकरोच का मर्डर करवाया, इसका गुनाह तो तुम्हे ही मिलेगा ना आखिर वो कॉकरोच भी तो ईश्वर की रचना है। तुम्हारा औरा बेकार हो गया।"

मोमल मुंह बिगाड़ कर रह गई, कुछ देर बाद डिलेवरी बॉय खाना लेकर आ गया। मोमल लुना को जगाने के लिए कमरे में गई तो उसे कमरे में रखे अलमारी के अंदर से एक आवाज़ आई जो बहुत धीमी और फिसफिसा कर बोलने जैसी थी। 
सन्नाटे में मोमल ने ध्यान से सुनने की कोशिश की। पहले उसकी बाते समझ नही आ रही थी फिर कुछ कुछ समझ आने लगी। वो बार बार दोहरा दोहरा कर कह रही थी " बेबी मर जायेगा! उसे मरना होगा, बेबी को मार दूंगी मैं!

ऐसा कहते हुए उसके हंसने की खु ,खुं सी आवाज़ भी आ रही थी। 

मोमल कुछ देर मूर्ति बन कर खड़ी रही। उसका सर चकराने लगा था और कानों जैसे सिटी सी बज रही थी। उसने जल्दी से लुना को गोद में उठा लिया और कमरे से निकल कर डायनिंग रूम में भागी।

(अगला भाग जल्द ही)