Devil Ceo Ki Mohabbat - 39 in Hindi Love Stories by Saloni Agarwal books and stories PDF | डेविल सीईओ की मोहब्बत - भाग 39

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डेविल सीईओ की मोहब्बत - भाग 39

अब आगे,

 

अर्जुन ने जब देखा कि आराध्या ने उस को देख अपनी आंखे बंद कर ली है तो अर्जुन के चेहरे पर एक तिरछी मुस्कान आ गई और अब अर्जुन ने अपने होटों को आराध्या के गालों पर रख दिया..!

 

और उस को एक सॉफ्ट किस करते हुए, अराध्या से कहने लगा, "गुड मॉर्निंग माय अरु बेबी, मुझे यकीन है कि तुम्हे अच्छी नींद आई होगी और अब जल्दी से रेडी हो जाओ फिर हम दोनो साथ में मिल कर ब्रेकफास्ट करेंगे..!"

 

अर्जुन की बात सुन कर, अब अराध्या ने धीरे से अपनी दोनो आंखो को खोल कर अपनी डरी हुई आंखो से अर्जुन को देखा और उस से कहने लगी, "प्लीज, मुझे मेरी फैमिली या फिर मेरी बेस्ट फ्रेंड के पास जाने दो..!"

 

आराध्या की बात सुन कर, अर्जुन के चेहरे पर जो अभी तक मुस्कान थी वो जल्द ही गायब भी हो गई और अब अर्जुन का गुस्सा फिर से बढ़ गया..!

 

और अब उस ने अराध्या के गालों पर अपनी पकड़ मजबूत कर दिया जिस से आराध्या को दर्द होने लगा तो अब आराध्या दर्द से कराहते हुए अर्जुन से कहने लगी, "मुझे दर्द हो रहा है, प्लीज मुझे छोड़ दो..!"

 

आराध्या की बात सुन कर, अब अर्जुन ने अपने चेहरे को दुबारा से आराध्या के करीब कर दिया और अब उस ने आराध्या से शांत मगर डरा देने वाली आवाज में उस से कहा, "मैने तुम से पहले भी कहा था कि मुझे अपनी बात दोहराना बिलकुल भी पसंद नही है और मैने तुम से कल ही कहा था कि अब से तुम मेरे साथ ही रहोगी तो तुम्हे एक बार मे मेरी बात समझ में क्यू नही आ रही है और अब से तुम ने यहां से और मुझे छोड़ कर जाने की बात करी तो मैं तुम्हारे साथ वो करूंगा जो तुम नही चाहती हो कि मैं वो करू..!"

 

अपनी बात कह कर अब अर्जुन ने झटके से आराध्या के गालों को छोड़ दिया और अराध्या अब अर्जुन के किंग साइज बेड पर गिर गई क्योंकि अर्जुन से अचानक से ऐसे छोड़ देने से आराध्या अपने आप को संभाल नही पाई..!

 

अब अर्जुन ने अराध्या से थोड़े दूर हटते हुए उस से कहा, "चलो जाओ और जल्दी से तैयार हो जाओ..!"

 

अपनी बात कह कर अब अर्जुन, अब साइड में लगे शीशे में देख कर अपने बाल सेट करने लगा और वही अर्जुन की बात सुन कर अब आराध्या धीरे धीरे रोने लगी..!

 

और जब अर्जुन ने शीशे में से आराध्या को रोता हुआ देखा तो वो अपनी कड़क आवाज में अराध्या से कहने लगा, "तुम्हे मेरी बात एक बार मे बात समझ नही आई क्या और तुम्हे रोने की इजाजत किस ने दी है और जाओ जाकर जल्दी से तैयार हो जाओ फिर मुझे अपनी कंपनी भी जाना है..!"

 

अर्जुन की बात सुन कर, अब आराध्या थोड़ा सहम गई और धीरे से अर्जुन के किंग साइज बेड से उठने लगी और जब आराध्या, अर्जुन के किंग साइज बेड से उठ रही थी तो उस की नजर अर्जुन के कमरे के दरवाजे पर गई जो थोड़ा सा खुला हुआ था..!

 

आराध्या ने जब अर्जुन के कमरे के दरवाजे को थोड़ा सा भी खुला हुआ पाया तो उस के मन में अपने आप को अर्जुन के विला से बाहर जाने की एक उम्मीद दिखाई देने लगी..!

 

और इसी वजह से वो, अब अर्जुन को देखने लगी जिस का सारा ध्यान अपने बालो को सेट करने में था तो..!

 

जब आराध्या को लगा कि अर्जुन का ध्यान उस पर नही है तो अब आराध्या धीरे धीरे अपने कदमों को अर्जुन के कमरे के दरवाजे की तरफ बढ़ाने लगी और जब वो दरवाजे के बहुत करीब पहुंच गई तो..!

 

वही अर्जुन का सारा ध्यान शीशे पर होने से जब उस ने अब आराध्या की परछाई को शीशे में से अपने कमरे के दरवाजे के पास देखा तो वो अब जैसे ही पीछे मुड़ कर देखा तो ठीक वैसे ही अब वो, अराध्या का नाम अपनी तेज आवाज में जोर से पुकारने लगा, "अराध्या..अराध्या..!"

 

और वही आराध्या को जब अर्जुन की तेज आवाज सुनाई दी तो वो जल्दी से अर्जुन के कमरे से बाहर निकल गई..!

 

और वही अब तक अर्जुन का चेहरा अब डार्क हो चुका था क्योंकि उस को ये बिलकुल भी बर्दाश नही है कि कोई भी उस की बात को अनदेखा करे..!

 

और ऊपर से आराध्या तो उस की एक भी बात को सुनने को तैयार ही नहीं थी इसलिए अब अर्जुन का गुस्सा बहुत ज्यादा ही बढ़ने लगा..!

 

To be Continued......

 

हेलो रीडर्स, यह मेरी दूसरी नोवेल है। कृपया इसे अपनी लाइब्रेरी में जोड़ें, मेरी प्रोफाइल को फॉलो करे और कमेंट्स, रिव्यू और रेटिंग के साथ मुझे अपना सपोर्ट दे। अधिक जानने के लिए पढ़ते रहिए मेरी दूसरी नोवेल "डेविल सीईओ की मोहब्बत" और अगला भाग केवल "मातृभारती" पर।