My Soul Lady - 29 in Hindi Love Stories by Iffat fatma books and stories PDF | My Soul Lady - 29

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My Soul Lady - 29

सारा की इस हरकत से आर्यन हैरान था लेकिन उसने सारा को खुद से दूर धकेल दिया और गुस्से से उसके बाल को पकड़ते हुए कहा , यह क्या करने की कोशिश कर रही थी तुम , , तभी सना गुस्से से उठकर आर्यन के करीब जाती है और उससे कहती है जवाब दे रही थी तुम्हारे सवाल का , , मैंने तुम्हारे कांट्रेक्टर आखरी रूल तोड़ा यह बताने के लिए कि मैं कभी भी तुम्हारी बातों पर हां नहीं कहूंगी और हां मैं उस कॉन्ट्रैक्ट को कभी नहीं मानूंगी , , , सारा की यह सारी बातें सुनकर आर्यन को और भी गुस्सा आता है अनु गुस्से से उसका मुंह पकड़ता है और कहता है मुझे ना कहने की हिम्मत तुम लाती कहां से हो , लेकिन एक बात याद रखो कॉन्ट्रैक्ट की सारी शर्तें तो तुम्हें माननी होगी अभी तुम पर डिपेंड करेगा कि तुम यह खुद मानोगी या मैं तुम से जबरदस्ती मनवाओ , , ,




और अब रही बात तुम्हारी बहन की तुम मुझे यह पता चल गया कि तुम बस उससे प्यार करने का दिखावा करती हो तो अब मुझे लगता है कि उसके मरने से तुम्हें कोई दिक्कत नहीं होगी लेकिन अब तुम यहां से कभी बाहर नहीं जा पाओगे अब तुम्हें उम्र भर यही मेरे साथ रहना होगा , , , इतना बोल कर आर्यन वहां से चला जाता है , , ,





Oberoi mantion , , ,

अखिल अपनी स्टडी रूम में बैठकर अपना ऑफिस वर्क कर रहा था सभी रिया उसके पास आती है और उससे कहती है भाई आप अब तक यहीं बैठे हैं कैसे भूल सकते हैं कि आज का दिन कौन सा है तभी अखिल उसे आश्चर्य से देखता है और उससे पूछता है ऐसे क्यों बोल रही हो रिया क्या हुआ आज कौन सा दिन है ? लेकिन रिया अखिल के किसी भी सवालों का जवाब नहीं देती और दौड़कर अखिल के पीछे रखिए वॉच को उठा लेती है उसमें टाइम देखकर वह घबरा जाती है और अखिल से कहती है भाई बस 5 मिनट बचा है प्लीज आप यहां से जल्दी जाइए क्योंकि आज अमावस है , , और आप यह कैसे भूल सकते हो भाई , , यह सुनते ही अखिल झट से वहां से गायब हो जाता है , , ,





उसके जाते ही रिया खुद से कहती है , , थैंक गॉड मुझे याद था वरना पता नहीं आज क्या हो जाता लेकिन इतने सालों में पहली बार हुआ है कि भाई यह दिन भूल गए कहीं ऐसा तो नहीं कि वह भविष्यवाणी धीरे-धीरे ही सही सच हो रही है मुझे इस बारे में मां से बात करनी होगी वरना पता नहीं भाई के साथ क्या होगा । ।





इतना बोल कर दिया भागकर अपने कमरे में जाती है जल्दी-जल्दी अलमारी में कुछ ढूंढने लगती है और उस वक्त आयुष अपने कमरे में ही सोने की तैयारी कर रहा था वो रिया को इस तरह परेशान होता देखकर उससे पूछता है तुम्हें यह क्या कर रही हो ? आखिर क्या ढूंढ रही हो तुम ? लेकिन दिया उसके किसी भी सवालों का जवाब नहीं देती और ढूंढना जारी रखती है जिसकी वजह से वह उस अलमारी के सारे कपड़े और उसमे रखी हुई चीजें बाहर फेंक देती है तभी अचानक उसकी नजर एक बड़े से किताब पर पड़ती है जिसको देखकर उसके चेहरे पर स्माइल आ जाती है और वह झट से उसे बाहर निकाल लेती है , , , ,




रिया के हाथ में उस बुक को देखकर आयुष परेशान होते हुए उसे कहते हैं तुमने इसे बाहर क्यों निकाला है अब मुझे यह मत कहना कि तुम्हें अखिल में बदलाव दिख रहे हैं क्योंकि मैं यह नहीं सुनना चाहता , , लेकिन तभी रिया उदास होते हुए आयुष्य कहती है कि जो सोच रहे हो तो सही है यही हो रहा है रिया की इस बात को सुनकर आयुष परेशान हो जाता है और उससे कहता है रिया तुम्हें जो करना है वह करो लेकिन प्लीज यार मेरे दोस्त को मरने से बचा लो क्योंकि भले वह खडूस है बदतमीज है लेकिन मेरा सच्चा दोस्त है मैं उसे इस तरह मरते हुए नहीं देख सकता तभी रिया की आंखों से आंसू निकलने लगते हैं और वह आयुष के गले लग कर रोने लगती है और उससे कहती है हां आयु मैं भी अपने भाई को इस तरह मरते हुए नहीं देख सकती ।




तभी अचानक अंश उस कमरे में आ जाता है नींद में ही कहता है मामा मुझे बहुत जोर की भूख लगी है अंश की आवाज सुनकर रिया जल्दी से अपने आंसू पूछ लेती है अपने चेहरे पर स्माइल आते हुए अंश के करीब जाती है और उससे कहती है , वो मेरी बेबी को भूख लगी है , , कोई बात नहीं चलो मैं तुम्हें एक चीज सैंडविच बना कर खिलाती हूं तभी अंश मुंह बनाते हुए कहते हैं , no mumma मुझे सैंडविच नहीं खाना मुझे कुछ और खाना है ,





तभी आयुष अंश के पास जाता है और उससे कहता है तो मेरी बेबी को क्या खाना है तुम बताओ पापा अभी बनवा देंगे इतना कहकर आयुष अंश को अपनी गोद में उठा लेता है और उसे नीचे ले जाने लगता है जाते वक्त वह रिया को उस किताब को छुपाने का इशारा करता है और फिर अंश से कहता है , , हम लोग नीचे चलकर वेट करते हैं मामा थोड़ा देर में आकर तुम्हारे लिए खाने को कुछ तेजी से बना देंगे " ओके " तभी अंश प्यार से कहता है पापा तब तक चलो हम लोग मामू को बुलाते हैं उन्हें भी तो भूख लगी होगी ना तभी आयुष अंश से कहता है नहीं मामू को भूख नहीं लगी है वह सो गए हैं हम लोग दोनों ही खाएंगे चलो तभी अंश जिद करते हुए कहता है , , नहीं पापा चलो........




अंश को इस तरह जिद करते हुए देखकर आयुष को उस पर गुस्सा आता है और वह उसे डांटते हुए कहते हैं , , तुम आजकल बहुत ज्यादा बदमाश हो रहे हो अंश मैंने एक बार मना किया ना कि मामू नहीं आएंगे उन्हें भूख नहीं लगी है तो तुम मेरी बात को एक बार सुनते क्यों नहीं तुम्हें हर बार क्यों जिद करना होता है , , आयुष को खुद पर इस तरह चिल्लाते हुए देख कर अंश रोने लगता है और उसकी गोद से उतर जाता है और रोते हुए कहता है , , पापा आप बहुत बुरे हो " आप मुझ पर गुस्सा करते हो ' " मैं आपसे कभी बात नहीं करूंगा " कट्टी " इतना बोल कर अंश दौड़कर कर अपने कमरे की तरफ चला जाता है , ,