THERE IS NO TRAFFIC ON EXTRA MILE in Hindi Short Stories by PRAWIN books and stories PDF | THERE IS NO TRAFFIC ON EXTRA MILE

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THERE IS NO TRAFFIC ON EXTRA MILE

दोस्तों ये कहानी आधारित है एक बड़ी पुरानी कहावत के ऊपर, की अकसर कहा जाता है की, THERE IS NO TRAFFIC ON EXTRA MILES. यानि की वो व्यक्ति जो अपने COMPETITION से बढ़ कर कुछ कदम आगे बढ़कर कुछ करने की जब कोशिश करता है, SUDDENLY वो यह पाता है, ये DISCOVER करता है की उस रास्ते पर कोई TRAFFIC नहीं है। क्योंकि उस रास्ते पर चलने वाले ही बहोत कम रह गए है। ज्यादातर लोग पीछे भीड़ मे फंसे हुए है, एक दूसरे के साथ धक्का मुक्की कर रहे है। क्योंकि जब भीड़ में इंसान होता है तो शायद अपना दिमाग इस्तमाल करना बंध कर देता है । THERE IS SAFETY IN NUMBERS.


हो सकता हे ये हमारे हमारे इवोल्यूशन का एक हिस्सा है। क्योंकि आज से हजारों साल पहले जब इंसान जंगलों मे रहा करता थे तो झुंड मे रहना SAFE था, GROUP में रहना SAFE था। पर दोस्तों आज कल एसा कोई risk नहीं है। पर फिर भी हमारी जो विचारधाराये, हमारी जो habbits वो break नहीं हुई है। हम दूसरों को follow करना ज्यादा आसान समजते है, ज्यादा convenient समजते है। खुद का दिमाग इस्तमाल करना इतना convient नहीं समजते।


यही चीज लेखक ने prectice में देखि है एक कॉन्फ्रेंस में। 4000 लोगों की bangalore की एक कन्वेंशन में। जब भी ब्रेक होती तो rest रूम के आगे एक बड़ी लाइन लग जाती थी। ये वो rest रूम था, जो कॉन्फ्रेंस रूम के exit के सामने था बिलकुल बाहर। शायद सबसे अनुकूल था। और शायद ये लाइन लगि देख कर दूसरे लोगों को भी एक proof मिल जाता था की this is the only available option।


लेखक के पास भी इतना टाइम नहीं होता था हर बार इस लाइन में wait करने के लिए, तो वो ये पाते है की कुछ कदम आगे चलकर ही और खुश खबरी की बात ये है की, YOUR EFFORTS NEED NOT EVEN THE EXTRA MILES. EXTRA MILES भी होना भी जरूरी नहीं है। कुछ extra कदम से ही आपको एक नया solution मिल सकता है। जैसे ही लेखक कुछ आगे चक कर जाते कुछ 15-20 कदम की दूरी पर, उसे एक different rest रूम मिल जाता। ठीक coffee break में जब आपको एक जगह coffee नहीं मिलती तो उसके थोड़े ही आगे दूसरे counter चलिए, एक और मिल जाएगी।


एक बड़े फैमस ऑथर है, rolf dobell। इनकी एक एक बुक जिसका नाम है, the art of thinking clearly। in this book, इन्होंने हर्ड मेंटालिटी के ऊपर, group think के ऊपर अपने विचार पेश किए है। और ये विचार कुछ ऐसे है, की एक behaviour जितना repeat किया जाता है लोग इसे उतना ही अच्छा मानते है और उसे follow करने की कोशिश करते है। this is the herd mentality। अपने जीवन में IF YOU DO JUST A LITTLE BIT EXTRA, I THINK YOU WILL GET HUGE RESULTS. इसी conference पर लेखक front seat पर बेठना चाहते थे। 4000 लोगों की free seating थी। THERE WAS NO FIX SEATING. IT WAS ON FIRST COME FIRST SERVE BASIC. पहले दिन देखक का aim था की वो सुबह 8 बजे निकलेंगे। पर कुछ कारणों की वजह से वो late हो गए। तो 8:15 जैसे ही उन्होंने निकल ने की कोशिश की, क्योंकि बाकी लोग भी उसी according late थे, taxi लेना भी मुस्किल था। हर जगह उन्हे delays मिले। ENTER करने में, सिक्योरिटी चेक में, टैक्सी लेने में, रास्ते में भी traffic था। पर अगले दिन दोस्तों, अगले दिन सिर्फ 15 मिनिट पहले निकलने के कारण, कुछ भी inconvenience नहीं हुआ।


और इस अनुभव से लेखक ने यही चीज capture की जो आपसे share कर रहा हु वो यही है की, दूसरों के मुकाबले अपनी life को improve करने के लिए आपको ये जरूरी नहीं की आप कोई बहुत बड़ा काम करे। अगर आप little bit 10-15% extra, 15 minutes एक्स्ट्रा, अगर आप इतना भी effort लगाते है, तो suddenly आप खुद को एक ऐसे रास्ते पे पाएंगे जिसपे traffic नहीं है।


DO A LITTLE BIT EXTRA THAN OTHERS AND SEE YOUR LIFE FLOURISH.


इस STORY को RATE करके आप मेरा मनोबल बढ़ा सकते है. में हर महीने एक समरी POST करता हूं. अगर आप कोई भी समरी MISS नही करना चाहते तो मुझे FOLLOW कर सकते है. आपका बहु मूल्य समय देने बहुत बहुत धन्यवाद।


I'm Pravin Rathod. मिलूंगा आपसे जल्द ही एक ओर नई समरी के साथ । तब तक खुश रहिए, मुस्कुराते रहिए और LEARNING को अपनी लाइफ में इंप्लीमेंट करते रहिए।