एक बड़े से केबिन में एक शख्स लगातार इधर से उधर चक्कर काट रहा था। देखने में तो वह बड़ा ही एक्साइटेड लग रहा था ।पर कभी-कभी उसके चेहरे एक्सप्रेशंस अचानक से चेंज हो जाते और चिंता में बदल जाते थे।शायद वह किसी का इंतजार कर रहा था कि तभी किसी ने केविन का डोर नॉक किया ।
"मे आई कम इन सर?"
" हां आओ ना!"
" आपने मुझे बुलाया सर ?"
"हां डॉली ! तुम एक काम करना ,तुम जरा ऑफिस संभाल लेना मुझे जरा अर्जेंटली अभी जाना पढ़ रहा है।
"ओके ।" डॉली ने मुस्कुराकर कहा।
"सम्हाल लेना हां!"कहकर वह बड़ी जल्दी से केबिन से बाहर निकल गया और तुरंत ही उसे कुछ याद आया उसने पीछे मुड़ कर डॉली से कहा
" और हां केबिन लॉक कर देना और यह रही केविन की चाबियां ।"
कहकर उसने डॉली की ओर चाबियां उछाल दीं और अगले ही पल झट से वहां से निकल गया।
ऑफिस से निकलते उसने जल्दी से अपनी कार का दरवाजा खोला और तुरंत ही कार में बैठ गया और झट से दरवाजा बंद किया और फटाक से कार को चीते की रफ्तार सा दौड़ा दिया।
तो चलिए मैं मिलाती हूं आपको इस शख्स से ।
यह हैं मिस्टर तरुण ओबरॉय। जो एक सक्सेसफुल बिजनेसमैन हैं और करोड़ों की प्रॉपर्टी के मालिक , एज लगभग यहीं कोई 26साल , गोरा रंग, हल्के घुंघराले बाल जो फिलहाल पूरी तरह से माथे पर बिखरे हुए थे।काफी अट्रेक्टिव लुक लग रहा था ।
"इतनी कम एज में सक्सेसफुल बिजनेसमैन होने के पीछे केवल यही राज था कि वह अपने मैं डैड के इकलौते बेटे थे जिसकी वजह अपने डैड की डेथ के बाद उनके बिजनेस को तरुण ने ही संभाला और अपनी कड़ी मेहनत और लगन से उसे आगे बढ़ाया और उसका काफी तेजी से विस्तार कर लिया । फिलहाल तो वह पूरे मुंबई शहर में काफी मशहूर हैं साथ ही एक हैप्पी लाइफ जी रहे हैं फिलहाल तो इनके जीवन में किसी भी चीज की कोई भी कमी नहीं है।
अब तरुण की कार जैसे ही मेन रोड पर पहुंची अचानक से एक काले रंग की दूसरी कार उसके पीछे लग गई और थोड़ा आगे जाने के बाद एक ट्रक ने भी उसका पीछा करना शुरू कर दिया जैसे वह उसी का इंतजार कर रहा था ।वह लगातार धीरे-धीरे उसके पीछे- पीछे जा रहा था ।
तरुण की कार को सुनसान रोड पर पहुंचने का इंतजार कर रहा था उधर इन सब बातों से अनजान तरुण बहुत ही टेंशन में कार चलाए जा रहा था
तभी अचानक से उसका फोन बज उठा स्क्रीन पर एक एक लड़की की डीपी लगी हुई थी जो बहुत ही क्यूट सी स्माइल कर रही थी।इसी कातिल स्माइल पर तो वह अपना दिल दे बैठा था ।तरुण ने झट से कॉल रिसीव की।
"हेलो स्वीटहार्ट डोंट वरी! मैं निकल चुका हूं ,अभी थोड़ी ही देर में पहुंच जाऊंगा,। तुम हिम्मत रखो रिद्धिमा" ।
तभी उधर से टूटी फूटी और घबराहट भरी आवाज में उधर से बड़ी मुश्किल से आवाज आई .. "ओके बट जल्दी आना।"
अब तरुण कुछ कहने ही जा रहा था कि अचानक से उसकी कार के सामने से एक बड़ा सा ट्रक आ गया ।तरुण ने अचानक से ब्रेक मारे पर वह ट्रक अभी भी सामने से नहीं हट रहा था और हॉर्न पर हॉर्न मारे जा रहा था । अब तरुण ने अपनी कार बैक गियर पर डाली और रिवर्स करने लगा कि अचानक से पीछे से आ रहे ट्रक ने कार में एक जोरदार टक्कर मारी जिस वजह से तरुण की चीख निकल गई ।
इससे पहले कि तरुण कुछ समझ पाता कि अगले ही पल सामने वाले ट्रक ने भी उस कार को एक ही झटके में उड़ा दिया जिससे कार हवा में ही चार-पांच पलटे खा गई और झटाक से आकर रोड पर गिरी और उसके साथ ही कार की धज्जियां उड़ गई।
ट्रक ड्राइवर ने किसी को कॉल किया जो एक बंद अंधेरे कमरे में बैठे कुछ लोगों के बीच में एक शख्स के पास बज उठा उसने कॉल रिसीव किया और फोन स्पीकर पर डाल दिया उधर से आवाज आई..
"हेलो साहब काम हो गया!"
इतना सुनते ही वहां पर बैठे सभी लोगों के चेहरे पर गहरी विजयी मुस्कान छा गई।
वहीं काली काली छाया नजर आ रहि थी शायद कोई छुपकर इन सबकी बातों को सुन रहा था।
उधर लास्ट बार ट्रक में बैठे दोनों ड्राइवर ने एक दूसरे को देखा और एक डेविल्स जैसी मुस्कुराहट उनके चेहरे पर आ गई।उनकी आंखें बिल्कुल खून की तरह लाल थी ।लंबी -लंबी काली दाढ़ी जिसने लगभग सारा चेहरा ढक रखा था ।उन्हें तो देख कर एकबारगी तो कोई भी घबरा जाए। उन्होंने लास्ट बार घूर कर कार को देखा फिर एक दूसरे को आंखों ही आंखों में इशारा किया और अपना-अपना ट्रक लेकर वहां से निकल गए।
थोड़ी ही देर में वहां पर भीड़ जुटने लगी बड़ी मुश्किल से उसे तरुण को कार से बाहर निकाला गया वह बहुत ही घायल हो चुका था पर एयरबैग खुल जाने की वजह से किस्मत से उसकी थोड़ी थोड़ी सांसे अभी भी चल रहीं थी ।देखते ही देखते वहां पर हंगामा मच गया ।एंबुलेंस के साथ कई सारी पुलिस की गाड़ियां भी आ गई और एम्बुलेंस में लेकर हॉस्पिटल के लिए रवाना हो गई ।
To be continued..........
Hello everyone 😊........ आप सबको मेरी ये story कैसी लगी please पढ़कर जरूर बताइएगा.....
"और हां!!!अगर आपको ye story पसंद आए ना तो please एक प्यारा सा comment जरूर कीजिएगा....📝📝😇😇 क्योंकी बहुत ही देर लगाकर मैने ये part likh पाया है....... 📃अब आप सब इतना तो कर ही सकते हैं न..🌝
तो मिलते हैं आप सब से कहानी के अगले भाग में.........