The Author ... Follow Current Read खूबसूरती है... सिरत की...!! By ... Hindi Moral Stories Share Facebook Twitter Whatsapp Featured Books Trembling Shadows - 22 Trembling Shadows A romantic, psychological thriller Kotra S... The Courage of A Drunkard It was a cold December night, and the town lay in quiet slum... Met A Stranger Accidently Turned Into My Life Partner - 19 After listening to the announcement made by their professor... Cornered- The Untold Story - 1 Chapter 01: The Campus Crisis The student, with frantic step... THE WAVES OF RAVI - PART 18 THE LAST JOURNEY The municipal clock struck four. It was fou... Categories Short Stories Spiritual Stories Fiction Stories Motivational Stories Classic Stories Children Stories Comedy stories Magazine Poems Travel stories Women Focused Drama Love Stories Detective stories Moral Stories Adventure Stories Human Science Philosophy Health Biography Cooking Recipe Letter Horror Stories Film Reviews Mythological Stories Book Reviews Thriller Science-Fiction Business Sports Animals Astrology Science Anything Crime Stories Share खूबसूरती है... सिरत की...!! (6) 2.3k 5.7k देखो तो कितनी लंबी हैं....! इसकी height का तो लड़का भी नही मिलेगा,हाय राम ! इतनी ठिगनी .....! को कैसे कोई पसंद करेगा ? इतनी काली !गोरी होती तो पसंद कर लेता कोई ..! इतनी पतली कुछ खाया ,करो बेटा ,कही कमज़ोरी तो नही ? कितनी मोटी हो बापरे, क्या बूडापे में आते आते track बन जाना है ! नाक थोड़ी लंबी होती तो चेहरा और जम जाना है । मुँह थोड़ा कम खोलो नही तो घर पर ही बैठे रहजना हैं । और गूंगी तो नही या ?? कोई, नया बहाना हैं । क्या करोगी इतना पढ़ कर क्या बनना हैं तुमको कलेक्टर..!! सिर्फ़ बाहरवीं तक ही पड़ी हो, कैसे ? बनाएगा कोई तुमको अपनी चौधराइन...!! देखो तो जिंस पहनती हैं ,लगता हैं पूरी शर्म बेच कर खा गई । और देखो इसको ऊपर से नीचे ऐसे ढकी हैं जैसे कोई बहनजी आ गई !! ये काला रंग क्यो पहना इसमें एकदम चुडैल दिखती हो , और ये लाल में तो तुम बिल्कुल माता जी लगती हो । थोड़ा पार्लर चली जाओ makeup करवा लेना पसंद करलेगा कोई फिर मज़े से रहना , और इतना makeup पोत लिया की पूरी दुकान ही लगा आई..अरे भाई सुनो .... थोड़ा limits में रखो नही , तो ये हाथ से हैं निकल गई । सुनो समाज के बड़बोलो तुम अपना मुँह थोड़ा कम ही खोलो , हम लड़कियाँ जैसी भी हैं बहुत अच्छी हैं ज़रूरत नही सलाह कि तुम्हारी क्योंकि हमारी खूबसूरती सच्ची हैं । हाँ रंग साँवला हैं हमारा कोई रंग नही जमता , और चहेरे की खूबसूरती सिर्फ गोरे रंग में नही होती साँवला रंग भी चेहरे पर बहुत अच्छा फबता । रंग की क्या बात करते हो रंग तो उम्र में ढल जाता हैं , सीरत की बात करो हमसे शक्ल से नही क्योकि हमारा रिश्ता दिल♡ से बनता हैं । और बंद करो अपना ये रंग रूप का ताना ये तुम से भी ज्यादा घटिया लगता हैं.....!! जो शिक्षित और आत्मनिर्भर तो हैं मगर उन्हें आए दिन अपने रंग-रूप, कद और फिगर को लेकर घरवालों, रिश्तेदारों और समाज से दिल को चुभने वाले कमेंट्स सुनने को मिलते हैं ! हमारे समाज में आज भी लड़कियों के अलग अलग तराह कि टिप्पणियाँ दी जाति ह, क्यों जिंदगी जीने के लिए सिरत थिक नहीं हैं ! You are beautiful and nobody has the right to make you feel you’re not!!! Our society never understood true Beauty is about being comfortable in your own skin. It's about knowing and accepting who you are Like it or not, you are being judged by how you look, how you dress, and how you carry yourselfMany students are judged by the marks he obtain if a student get excellent marks but have poor character he is always considered the best while those students Unable to obtain such marks but have very good character is always treated badly. In our society a person is judged by achievements he had rather than his character. We live in a judgemental society !!🙃 now the time is change our thinking ! Download Our App