I Hate You I Love You - 2 in Hindi Love Stories by Swati books and stories PDF | I Hate You I Love You - 2

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I Hate You I Love You - 2

2

सिया दबी हँसी हँस दी। सुहानी ने कहा, "इंटर्न्स डिपार्टमेंट सिद्धार्थ सर के पास है । कार्तिक सर बिज़नेस वर्ल्ड वाइड अफेयर्स की वजह से लंदन में है । अनुज मार्केटिंग के रोल मेकर है और आदित्य सर तो पूरी कंपनी का होल्ड रखते हैं । जहाँ आपके काम में उन्हें लापरवाही मिली, वह वही इंटर्नशिप ख़त्म कर देंगे । यह सुनकर सबके चेहरे गंभीर हो गए और काव्या ने सिया को देखते हुए कहा, "कंपनी शुरू करने का आईडिया आदित्य सर का था" और हमें बाहर निकालने का आईडिया भी इन्हीं का होगा सिया ने हँसते हुए कहा ।

सिद्धार्थ अब आदित्य के कैबिन में बैठा हुआ है और आदित्य फ़ोन पर बातें कर रहा है । जैसे ही उसने फ़ोन रखा सिद्धार्थ ने बोलना शुरू किया "। तान्या का फ़ोन था क्या ? अभी वो अपने ख्वाब से बाहर नहीं निकली । नहीं सिड ! तुझे मेरा पता नहीं है, मैं इतनी आसानी से किसी को अपने सिर पर सवार नहीं होने देता । उसकी कॉलेज के बाद की पढ़ाई मैं स्पॉंन्सर कर रहा हूँ । इसका मतलब तू उसकी कनाडा की पढ़ाई का खर्चा उठा रहा हैं । Yes ! This is not a big deal for Aditya Khanna . । आदित्य ने कॉफ़ी का घूँट पीते हुए कहा । उसके सपने मेरे साथ घर बसाने के थे, पर मैंने उसके सपने बदल दिए । आदी तेरा समझ नहीं आता, अमेरिका में सिर्फ पढ़ाई की । महविश के अलावा किसी को डेट नहीं किया । और यहाँ तो तान्या जैसी मिडिल क्लॉस स्टफ के पीछे लग गया । पहली बात, मैं उसके पीछे नहीं लगा । वो मुझे फॉलो कर रही थी । जिस कॉफ़ी होम में वो काम करती है, उसी में हमारी बिज़नेस मीटिंग थी । वहाँ उसने मुझे अप्प्रोच किया तो लगा कि Lets try! यार! यह मिडिल क्लॉस फैरी टेल्स बहुत देखती है । असल ज़िन्दगी में इन्हें जीना नहीं आता । हाँ, मगर एक बात अच्छी है। हम जो इन्हें गिफ्ट देते है उसे सीने से लगाकर रखती है । वरना अपनी फैमिली में Nobody Cares । जब पीछे नहीं हट रही थी तो मैंने कनाडा का ऑफर दिया । और वह मना नहीं कर सकी । कहानी खत्म । तान्या के अलावा भी तो ऐसी कई मिडिल क्लॉस स्टफ के सपने तू पूरे कर चुका है। अदिति, सौम्या, पीहू, स्नेहा और सोनाली। क्या मैं गलत कह रहा हूँ?

नहीं, तू सही कह रहा है । मगर इनके सपनों का राजकुमार बनने से अच्छा है कि इनके सपने खरीद लो । अदिति और सौम्या को बड़ी गाड़ी, बड़ा घर चाहिए था । पीहू और स्नेहा को अपने बिज़नेस के लिए कोई स्पॉन्सर चाहिए था और सोनाली को डॉक्टर बनना था । देख ! ये भी खुश और हम भी खुश । Give and Take this is a rule of Life. कहकर आदी हँसने लगा और सिद्धार्थ ने भी उसकी हँसी में साथ दिया । अब नए प्रोजेक्ट को लेकर मीटिंग करनी है । इस बार हम टॉयज़ फॉर किड्स को लेकर मार्किट कैप्चर करेंगे । चीन के खिलौने को मार्किट से रिप्लेस करने के लिए कोई strong strategy बनानी पड़ेगी । सिद्धार्थ ने कॉफ़ी का कप उठाते हुए कहा । Do one thing छोटी एनीमेशन ऐड फिल्म बनाते है, बच्चों को पहले अपने प्रोडक्ट से जोड़ते है । कार्टून के जरिये अपने टॉयज़ रिलीज़ करते हैं । फ़िर मार्किट में इन्हें लांच करेंगे । गुड आईडिया ! हम कुछ इंटर्न को इन्वॉल्व कर सकते हैं । उनके लिए यह प्रोजेक्ट एक चैलेंज की तरह होगा । क्यों ? क्या कहता है ? सिड, ये सब तू देख की किससे क्या काम करवाना है । जो ट्रेनी तुझे सही लगे, वही मीटिंग में आएंगे । आदित्य ने घड़ी की तरफ़ देखते हुए बोला । आज शाम की फ्लाइट से महविश आ रही है । मुझे उसे लेने जाना है । ग्रेट, अब तू उसी के साथ बिजी रहने वाला है । अपनी कजिन की शादी के लिए आ रही है । और मेरे लिए Work is more important, you know that. Yes, I know । कितने इंटर्न्स हमारी कंपनी में शामिल हुए हैं? कुल मिलाकर दस इंटर्न्स शॉर्टलिस्ट हुए हैं। और. ....... कहकर सिद्धार्थ चुप हो गया । और क्या ? आदित्य ने ज़ोर देकर पूछा। दो इंटर्न का रिटेन टेस्ट और इंटरव्यू नहीं हुआ, वे एप्रोच से आए हैं। what ? तुझे पता है न हर साल कितने ट्रेनी हमारी कंपनी के लिए एप्लाय करते है, और हम हर छह महीनें बाद यह प्रोसेस करते हैं, जो इस लायक हो वहीं आए । सिद्धार्थ ने उसकी बात ध्यान से सुनी और फ़िर शांति से जवाब दिया, "देख एक कुणाल की सिफारिश है और दूसरी हमारे पुराने क्लाइंट्स मिस्टर मेहता की । कुणाल और मेहता ? आदित्य ने टेबल पर रखा पेपर वैट लिया और घुमाने लगा । फ़िर लम्बी साँस लेते हुए बोला, " तू मीटिंग फ़िक्स कर ।" ठीक है । कहकर सिद्धार्थ कैबिन से चला गया ।

ऑफिस का लंच टाइम हो गया । सिया, काव्या के साथ अनीश और दक्ष भी लंच कर रहे हैं । सिया ने अपना घर का टिफ़िन निकाला तो चारों उसे हैरानी से देखने लगे । ऐसे क्यों देख रहे हो? इस कैफ़े से अच्छा खाना मेरी मम्मी बनाती है । लो खाकर देखो ! सभी ने कोफ्ते की सब्जी को रोटी के साथ खाया तो अनीश से रहा नहीं गया । यार ! मज़ा आ गया । मेरे घर में तो मैड खाना बनाती हैं । मेरी मम्मी किचन में कम घुसती हैं । पर पापा बहुत अच्छा खाना बनाते हैं । काव्या ने अपना मँगाया पिज़्ज़ा खाते हुए कहा । सिया को उनकी बातों से समझ में आ गया कि सभी बिज़नेस क्लॉस हाई सोसाइटी से है। बस, तान्या के पापा की सरकारी नौकरी है और मम्मी पार्लर चलाती हैं । पर फ़िर भी काव्या की हालत मुझसे बेहतर है । मेरे पापा अपनी जिम्मेदारी को छोड़कर संन्यास के बहाने हिमाचल चले गए हैं । कभी-कभी आकर बाप होने की औपचारिकता निभा देते हैं, उनकी दुकान को हमने किराए पर चढ़ा दिया है। मम्मी और मैं टूयशंस लेते हैं । एक भाई है जो कोटा में इनजीयरिंग की पढ़ाई कर रहा है ।छोटी बहन अभी स्कूल में है । राम भरोसे हमारे घर की गाड़ी चल रही है । सिया कहाँ खो गई ? कहीं नहीं ।

उनके टीम लीडर ने बताया कि लंच के बाद मीटिंग है। ठीक चार बजे मीटिंग शुरू हुई । सिद्धार्थ, टीम लीडर विवेक, प्रोजेक्ट मैनेजर नकुल ने सिया, अनीश, काव्या दक्ष और राघव को इस प्रोजेक्ट के लिए चुना । सिद्धार्थ ने फ़ोन पर किसी से बात की और मीटिंग शरू कर दी ।