Milan pur - 4 in Hindi Fiction Stories by Mehul Pasaya books and stories PDF | मिलन पुर - 4

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मिलन पुर - 4

देखो मम्मा मे किसको लेकर आया हू सरप्राइज

अरे वाह बेटा फाइनली तुम मेरि बहू को ले आया मे कब से इस अकेले घर मे परेशान हो रही थी अब मेरे एंटरटेनमेंट की रानी आ गई है अब मुझे कोई फिकर नही है

प्रनाम माजी कैसे है आप तबियत तो ठीक है ना आपकी और घर मे सब ठीक ठाक है ना वैसे हमे माफ कर दिजीये गा आपके बेटे से कुच ज्यादा ही लडाई हो गई थी इस लिये ये घर छोड कर जाना पडा

कोई बात नही बेटा अब आ गई हो ना वही हमारे लिये काफी है घर का काम ना करना पडे मुझे इस लिये घर का काम करने के लिये काम करने वाले लोग मंगाए है तो जब से तुम गई हो तब से वो सब काम करते है मुझ से तो अब कोई काम नही हो पा रहा है

अच्छा सुनो तुम बहू बेटी बाते करो मे फ्रेश होकर आता हू ठीक है

हा बेटा आराम से जाना हम दोनो यहा पे थोडी बाते करेंगे फिर कही पे घुमने जायेंगे वैसे ये तो बताओ बेटा की तुम दोनो मिले कहा पर हो

हा माजी हम ना मिलन पुर के शहर के रास्ते पर जा रहे थे और उतने मे ये आगये और इनको देख कर मे बेहोश हो गई क्यू की तरस गई थे इनको देखने के लिये और आप सब को देखने के लिये

कोई बात नही अब तुम आ गई हो ना अब मत जाना भी कही भी बस मेरे पास रहना

जी माजी ठीक है नही जायेंगे यही रहेंगे आपके साथ ओके

कुच देर बाद...

अरे रिशब बेटा कहा यहा आओ तो

हा मा बस थोडी ही देर बस आया समझो ठीक है

सुनो बहू जब तक रिशब बेटा आता है तब तक तुम यहा बैठो ठीक है मे कुच बना कर ले आती हू खाने को

अरे माजी आप कैसे जाओगे मेरे होते हुए नही आप नही जाओगे मे जाऊंगी ठीक है

अरे नही बेटा मे बना के ले आऊंगी तूम बहुत दिनो के बाद आई हो अभी तो करने दो बाद मे तो तुम हो ये सब करने के लिए

जी नही बिल्कुल नही मेने मना किया है ना सो नो मतलब नो

ठीक है बेटा तो तुम जाओ और बना लाओ मे यहा बैठती हू

लो मा मे आ गया अब बोलो क्या कह रहे थे कुच काम था क्या

हा देखो ना ये बहू बहुत दिन के बाद आई है और मुझे उसकी खातिर्दारि भी नही करने दे रही है

अरे मा आप को अब ये सारे काम नही हो पायेंगे अब ये सारे काम जो है वो ये आपकी बहू करेगी ओके फिक्र करने की बात नही है आप यहा पे रेस्ट करो ठीक है और बताओ की अपनी बहू को वापस पा कर कैसा लग रहा है

क्या बताऊ बेटा इतने दिन से इतनी परेशान थी की क्या बताऊ अब जो मेरि कमी पूरी करने वाली आ गई है ना देखना अब ये जो बच्ची खुशी जिन्दगी कैसे गुजर ती है

अरे मा ऐसा क्यू बोल रहे हो अभी तो आप के आगे बहुत लम्बी ज़िंदगी जीना है

पढ्ना जारी रखे...