प्रिया वापस आई है (भाग 3)
इधर आकाश के घर पर प्रिया को लेकर मातम का माहौल छाया हुआ था,लेकिन आकाश की छोटी बहन पूनम के आंखों पर एक अजीब सी दहशत थी,ये बात शायद किसी ने नोटिस नही किया।पूनम किसीको कुछ बोल नही सकती कियौकी वो बोल नही पाती थी।
राजन सिंह=देखिए आकाश इस रास्ते पर तो ऐसा कोई घर या खंडर नही दिखा की जिसमे किसीको किडनैप करके रखा जा सके।और आपका घर से स्टेशन का रास्ता ज्यादा दूर भी नही है,तो अब हमें आपका घर जाना होगा पूछताछ के लिए।
आकाश=ठीक है इंसपेक्टर साहब चलिए
अब इंसपेक्टर ओर आकाश दो कांस्टेबल को लेकर घर पर पोहोच जाते हैं।घर पोहोच कर दोनों कांस्टेबल पूरे घर की तलाशी लेते है,ओर इधर इंस्पेक्टर राजन सिंह सबसे पूछताछ करने लगते है।एक बात अजीब ये थी कि प्रिया के कुछ कपड़े और मेकअप का सामान घर पर नही था।अब ये केस ओर भी पेचीदा होता जा रहा था।मानो सबकुछ आंखों के सामने ही है,फिर भी कोई क्लू नही मिल पा रहा।अब इस बात पर कोई शक नही था कि प्रिया का किडनैप हुआ है।इंसपेक्टर राजन सिंह ये कहते हुए चले गए,की अगर जरूरत पड़े तो में आप लोगों को पुलिस स्टेशन पर बुला सकता हु,या फिर में खुद आ सकता हु" तबतक कोई भी सहर छोड़ कर नही जायँगे।
आकाश अपनी बहन पूनम की तरफ देखता है,तो वो अजीब सी कसमकस खो जाता है,जैसे के बोहोत कुछ छुपा है उसके चेहरे पर।खेर आकाश इन सब बातों पर ध्यान नही दिया वो ऐसेही बोहोत परीशान था।एक दिन में कितना कुछ बदल गया उसके ओर प्रिया के घरवालों के लिए।पूरे 24 घंटे से ज़्यादा हो चुके थे पर प्रिया का कोई पता नही चल पाया,आकाश के पास प्रिया के कुछ फ्रेंड्स के नम्बर था तो उसने सबको कॉल किया पर वो किसीके घर नही गई थी।
रातमे किसीकी आंखों में नींद नही सब लोग जागे हुए थे,आकाश लेटे-लेटे बस प्रिया के बारे में सींचे जा रहा था।की तभी उसने सोचा कि प्रिया का मोबाइल में फोन करकर देखता हूं।फोन रिंग हो रहा था उसका फोन वाइब्रेट हो रहा था।बगल वाले तकिए के नीचे।आकाश ने मन ही मन सोचा की प्रिया सायद गलती से फ़ोन को रखकर गई होगी,
अब उसे ओर चिंता होने लगा रात में लगभग 3 बजे आकाश का अंख लग गया था और उसने सपने में देखा की प्रिया किसी कब्र के नीचे दबी हुई थी ओर कह रही थी
.....आकाश मुझे यहां से बाहर निकालो मेरा यहाँ दुम घुट रहा है प्लीज़ मुझे किसी तरह बाहर निकालो ये कहते हुए प्रिया रोने लगी।आकाश का नींद टूट चुका था,ओर अब आकाश भी बुरी तरह से रोने लगा_और मन ही मन कहने लगा प्रिया"कहाँ हो तुम प्रिया प्लीज़ एकबार तुम मेरे सामने आजाओ, में तुम्हारी जुदाई बर्दास्त नही कर सकता।सुबह आकाश किसी तरह खुदको सम्हालकर पुलिस स्टेशन पोहुचा
आकाश=सर मुझे प्रिया का मोबाइल घरपर मिला।
राजन सिंह=हूं.. मुझे लगता है कि पत्नी घर से बाहर गई ही नही,ओर अगर गईं तो अपना फोन छोड़ कर.... मुझे तो लगता है कि कहीं आपके घरवालों ने ही आपकी पत्नी को...
क्रमांश___