a meeting in Hindi Women Focused by NEELKAMAL GAUTAM books and stories PDF | एक मुलाकात

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एक मुलाकात

आज से 5 वर्ष पहले मुझे एक लड़की मिली देखने मै सुन्दर जिसका 2 लड़के पीछा कर रहे थे वो लड़की घबराई हुई थी मैंने पूछा क्या हुआ लड़की बोली वो दो लड़के मेरा पीछा कर रहे है मैने कहा कोई नही तुम मेरे पास खड़े रहो लड़की बोली ठीक है कुछ देर तक लड़के इधर उधर घूमते रहे और फिर वहा से चले गए मैने पूछा इतनी रात मै कहा से आ रहे हो लड़की बोली जॉब से धीरे धीरे बाते करते करते मैने उसे पूछा कोन कोन है तुम्हारे घर मै लड़की बोली मैं और मेरे 2 बच्चे है मैने कहा क्या शादीसुदा हो बोली हा पर किस्मत मै पति का सुख नही लिखा था
मैने कहा वो कैसे लड़
लड़की मेरे पति अब इस दुनिया मै नही है
मैने कहा सॉरी
लड़की कोई बात नही
इतने ही मेरा घर आ गया मैने कहा मैं चलता हूं मेरा घर आ गया
लड़की ओके मैने कहा लो मेरा नम्बर एड कर लो कोई दिक्कत हो तो कॉल करना लड़की ठीक है अगले दिन मेरी आंखे खुली और मैने देखा मेरे फोन पर एक मैसेज लिखा था गुड मॉर्निंग वो भी ऑडियो मै मेरे मैने उसके प्रति और अधिक जानने की इच्छा हुई और मैने कॉल कर कहा एक बात बताओ आपके मायके मै भी कोई नही है क्या लड़की है मेरे भाई चाचा मम्मी सब है फिर अपने घर क्यों नही जाते हो लड़की कुछ नही बोली और तुम्हारे बच्चो को कोन रखता है और कितने वर्ष के है दोनो
लड़की एक 3 वर्ष का है दूसरा 6 महीने का है इसका मतलब तुम्हारे पति की मृत्यु अभी जल्दी मै हुई है लड़की हा 8 या 9 महीने पहले ससुराल मै कोन कोन है लड़की मेरी सास एक मेरा जेठ फिर भी अलग रहते हो क्यों लड़की मेरी सास मुझे से वैश्य गिरी का काम करने के लिए मुझे मरती थी इस लिए मैं अपने बच्चो को लेकर अलग रहती हूं फिर बच्चे कहा रहते है मतलब कोन ख्याल रखता है उन्होका लड़की पास मै ही एक और किरायेदार है उन्होकी लड़की रखती है 100 रुपए रोज लेती है मैने कहा इसका मतलब किराए पर रहते हो लड़की हा
मैने कहा ok bye फोन रखता हूं बाद मैं बात करता हूं लड़की बोली वो क्यों मैने कहा कुछ नहीं बस आपके जीवन की व संघर्ष को जानने के लिए लड़की बोली क्या जीवन और क्या संघर्ष मैने कहा कोई नही ऊपर वाला सबका होता है और कह कर फोन रख दिया कुछ दिनों बाद मैंने फिर से फोन क्या और बोला कैसे हो आप लड़की कोन लड़का उस दिन बात जो की थी क्या नंबर डिलीट कर दिया क्या लड़की नही देखा नही था और बताओ बस बढ़िया और बताओ क्या चल रहा है कूछ नही खाना बना रही हूं
मैने पूछा आप यहां कैसे आए थे मतलब शादी कैसे हुई थी तुम्हारी लड़की कुछ नही मै अपने घर से नाराज हो कर निकल गई थी और ट्रेन मै बैठ गई और ट्रेन मुझे बिहार रेलवे स्टेशन पर उतार दिया वही पर मेरी सास जो है मुझे अपने घर ले गई और मेरी शादी अपने लड़के से करवा दी तुमने माना नही क्या लड़की मुझे नही पता था मै नासमझ थी मतलब 16 साल की थी उप्पर से मुझे डर भी लग रहा था और अपने घर से पहली बार निकली थी
Ok फिर अब जिंदगी इसी प्रकार से ......लड़की हा मैने कहा अपने घर चले जाओ लड़की आंखों मै आंसूओ के साथ चुप हो गई मैंने बहुत समझाया और उसने मेरी बात मानली और अपने घर चली गई और आज 2 साल बाद उसका फोन आया और बोली पहचाना क्या मैने कहा नही मै बोल रही हूं मैने कहा ओ.....
हा पहचान लिया कैसे हो लड़की बढ़िया कहा हो अपने घर और मेरा रिश्ता हो गया है 2 महीने बाद यानी की ईद के बाद मेरी शादी है मैने कहा तुम मुसलमान हो लड़की हा और जो मेरे होने वाले पति है वो मेरे दोनो बच्चो को रखने को राजी है पर मेरी मम्मी ने कहा है की उन्हें वो रखेंगी चाहे बाद में ले जाना मैने कहा ये तो बहुत अच्छी बात है लड़की अगर आप ना होते तो मैं......मैने कहा क्या मै लड़की कुछ नही
मैने कहा सब का एक न एक जरिया होता है लड़की धन्यवाद
मैने हंस कर कहा कोई नही और फोन रख दिया बोली bye