ख़ास उनसे मुलाक़ात ना हो रातों में कम -से -कम सो तो अच्छे से पाये गये. क्या करे की उनकी याद ना आए,पर ये कब होने वाला था. यादे है इंसान के आने से पहले आती है।
ये लॉकडाउन तो उनके ना आने पर ही लगा हो मानो,  पर उनकी  
यादे कब रूकती.
ह्रदय बड़ा व्याकुल और विचलित है ।उनके बिना  ज़ी करता है की,उनकोअपना तकिया बना ले या अपनी चदर इस बहाने वो हमारे साथ तो होगे  ।  आज उनकी बहुत याद आ रही व्याकुलता ये है की उनको ये  बता भी नहीं सकते. ये कभी कभी होता है की उनकी यादो का समंदर अंधरूनी उफ़ान के साथ शांत होता है पर बाहर शांत कर जाता है। मेरी हर समय तुम से वार्ता होती है पर मनोविचार से तुम सामने होते हो तो कुछ कहा ही नहीं जाता या कुछ होता ही नहीं है कहने को बस ज़ी करता है तुम साथ हो हर पर हर पहर.
फ़कीर के दर पर जाने से बहुत डर लगता, की लोग ये ना पूछ ले की क्यू आती हो यहां ।
आज तुम साथ हो बस यही इच्छा है मेरी रब से, तुम्हारे बिना ये सब एक जंजाल लगते है मानो मुझे बांधे  हो बिना प्रेम के ।
तुम आओ और गले से लगा लो अब नहीं रहा जाता तुम्हारे बिना, तुम्हारी यादो के सहारे ।
मन में तुमऔर की आस नहीं तुम ने आज जो मेरी  बात की  मानो मेरी वो बात सच हो गईं हो  की तुम्हारे बात करने से मेरा 250मल खून बढ़ जाता है । इस बात पर तुम्हारा हसना बहुत याद आता है मुझे।
तुम कितने बदल गए गए हो मेरी चिंता करते हो पर ज़हिर नहीं करते, प्रेम करते हो पर इजहाऱ नहीं करते पर भी तुम मुझे पसंद हो, इन सब खूबी होने या ना होने पर भी ।
तुम्हारा  मुझे कभी झूठ ना बोलना इस बात पर बहुत याद aate हो तुम मुझे, तुम्हारी फोटो का वॉलपेपर अपने फ़ोन में लगाना और बार -बार  उसे निहारना आँखो को सुख़ून भरता है
में  रब से बस तुमको  मांगती हुँ और तुम से कहती हुँ की कुछ नहीं मांगा,
बदला  जमाना, नजारे बदल गई गए
नहीं बदला तो, बस मेरा प्रेम  ।
आज तुम से मिलने को ज़ी कर रहा है अपने पास आ जाओ. आज मन नहीं लगता तुम बिन  नहीं रहा जाता अब तुम बिन 
बन जाओ मेरी सासों की डोरी मेरी हर  साँस
बस तुम्हारी यादें ही जो मेरा सब कुछ या कुछ नहीं तुम बिन ये सब मेरा नहीं मिलने पर नहीं पर यादो में भी मत आओ नहीं रहा जाता अब तुम बिन या सच कहु तो तुम्हारी खुश्बू के बिन तुम ही हो मेरी पहली और आख़री महोब्बत.
तुम  क्यू हो  सासों  में मेरी रूह की रुबानी मत तड़पाओ इस नन्ही सी जान को.
तुम यादो में तुम  में मत आओ मेरा सब कुछ चला जाता  आँख खुलने पर बस अब सच कर  दो इस यादो के इन सपने को भर लो अपनी बाहो में
यादे नहीं बस यादें ही है मेरी जो भी तुम्हारी मेरा कुछ भी नहीं