Dear comrade - 2 in Hindi Moral Stories by Heena_Pathan books and stories PDF | Dear comrade - 2

Featured Books
  • ભાગવત રહસ્ય - 149

    ભાગવત રહસ્ય-૧૪૯   કર્મની નિંદા ભાગવતમાં નથી. પણ સકામ કર્મની...

  • નિતુ - પ્રકરણ 64

    નિતુ : ૬૪(નવીન)નિતુ મનોમન સહજ ખુશ હતી, કારણ કે તેનો એક ડર ઓછ...

  • સંઘર્ષ - પ્રકરણ 20

    સિંહાસન સિરીઝ સિદ્ધાર્થ છાયા Disclaimer: સિંહાસન સિરીઝની તમા...

  • પિતા

    માઁ આપણને જન્મ આપે છે,આપણુ જતન કરે છે,પરિવાર નું ધ્યાન રાખે...

  • રહસ્ય,રહસ્ય અને રહસ્ય

    આપણને હંમેશા રહસ્ય ગમતું હોય છે કારણકે તેમાં એવું તત્વ હોય છ...

Categories
Share

Dear comrade - 2

समर अपने सपनो की कुर्बानी दे देता है और रिक्शा चला कर घर की आथिक समस्या को सुधारने की कोशिश करता है !
समर अपनी जिंदगी से खुश नहीं है बस जी रहा है अपने परिवार की समस्या को बदलना और अपने परिवार पर गुस्सा भी है कोई नही समझ पाया मेरे दर्द को जबरदस्ती मुझे रिक्शा चलाना पड़ता है मुझे गुस्सा आता है ! हमारे काम करने की कोई एक्सपेयरी डेट नही है बस करते ही रहो काम लडकी को नही वो नही चाहती तो नही करती !

फिर कुछ महीनो बाद समर की बहन के रिश्ता की बाते शुरू होने लगती है ! घर में दो दो बहन घर बैठी है ! और मां भी कही शादी नही करवाती लोग ताने कसने लगते है और समर को एक दिन सुन लेता है सब और वह घर आके अपनी मां को बोलता है की मां दीदी की रिश्तों की बात करो में उसकी मां कहती है पर कोन उठाएगा खर्चा ? शादी में होता है और फिर देहज भी मां में वोह सब देख लूंगा और आप बस देख
लो कोई रिश्ता पर फिर भी बेटा हम कहा तुझ पर बोझ दे !

समर थोड़ा दुखी स्वर में कहता है " अब मैं ही हुना इस घर का कॉमरेड इस घर और परिवार को संभालुगा बहन को और पापा का इलाज भी हा बेटा पर इनकी दवाई का भी खर्चा !
आप फिक्र मत करो मां मै दूसरा और काम देख लूंगा ! समर की माता एक तरह खुशी भी होती है की बेटा अब समझदार हो गया है और एक तरह दुखी भी की अब उसका बेटा और मेहनत करेगा और वह खुद दुखी होकर भी घर पर ध्यान देगा ! समर खाना अधूरा छोड़ बहार जाने लगता है ! बेटा पूरा तो कर के जा हा मां खा लिया बस आता हु एक काम याद आ गया ! माता बोलती है उसके पीछे जाके पर अभी तो आया है बेटा तू हा मां अब सवाल मत पूछो आता हु खा लिया है और समर हड़ बड़ी में निकल जाता है घर से और वह याद करता है कुछ महीनो पहले एक दिन वह अपने एक दोस्त के साथ एयरपोर्ट पर कार ले कर गया था वह नही जा पाया तो वह समर को भेजता है !

समर को याद आता है की एक मैडम ? जो बहुत खूबसूरत थी और बाते भी अच्छी अच्छी कर रही थी और उसे भी सलाह दी और वह याद करता हुए मुस्कराता है " वह एयरपोर्ट पर लेने जाता है और वह महिला उसकी कार में बैठ ती है और वह देखता है की एक महिला कद थोड़ा छोटा आंखे नीली ! वह उस महिला की मदद करता है तो वह लड़की उसे कहती है की तुम बहुत समझदार हो और बहुत अच्छी बाते करते हो मेरे यहां काम करोगे वह कहता है नही मैडम में ठीक हु वैसे भी में तो यह करना नही चाहता ड्राइवर बन के !

वह फिर सोचता है को वह मैडम मेरी मदद कर सकती है !
वह ढुंढ ने जाता है ! समर की जिंदगी में आखिर वह लड़की कैसे उसकी मदद करेगी और समर आखिर कैसे मिल पाएगा और वह लड़की कैसे समर का जीवन बदल देती है ?

क्या समर अपनी परिवार की मदद कर पाएगा !

आगे पढें .......

भाग :३