Mere shabd meri pahchan - 4 in Hindi Poems by Shruti Sharma books and stories PDF | मेरे शब्द मेरी पहचान - 4

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मेरे शब्द मेरी पहचान - 4


---- एक बीज भी कभी पेड़ होगा ----

रख सबर एक एसा भी समा होगा
जो तेरी काबिलियत का गवाह होगा
ना दे तू ध्यान उन तानों पर
जो दुनिया द्वारा बेवजह होगा
समय खुद देगा तेरी कला का प्रमाण
जब उस समय का आवाहन होगा
और ये ताना क्षणो में ही हवा होगा
रख सबर एक एसा भी समा होगा।

सब कुछ होगा साकार
जब खुद के भीतर हौंसला होगा
ना करना कभी खुद पर घमंड
वरना तेरे अहंकार में ज़रूर एक दिन छेद होगा
और याद रखना मेरी ईस बात को
की एक बीज भी कभी पेड़ होगा
एक बीज भी कभी पेड़ होगा।।

रख सबर एक एसा भी समा होगा
जो तेरी काबिलियत का गवाह होगा।।।


-×-×-×-×-×-×-×-×-×-×-×-×-×-×-×-×-×-×-×-

---- सफर ----

की ये तो सिर्फ शुरुआत है
अभी तो बहुत आगे जाना है
जो कहते थे की तुझ से कुछ ना होगा
उन्हे भी गलत साबित कर के दिखाना है
सब कुछ पीछे छोड़ बस खुद की काबिलियत को आज़माना है
हम भी किसी से कम नहीं ये ईस जहाँ को बतलाना है
सब कुछ कर बस खुद को आगे ले जाना है
एक बार फिर खुद को खुद से रूबरू अराना है
ये तो बस आगाज है हमारा
मंजिल तो कुछ और है
अभी निकले ही नही थे की चरों ओर पीछे खींचने का शोर है
पर हम भी किसी से कम नही
हम में भी पूरा ज़ोर है
अभी तो एक पड़ाव भी पार नही हुआ
अभी तो बहुत नाम कमाना है
मेरे माँ बाप को मुझ पर गर्व हो बस एसा कुछ कर दिखाना है।।
बस एसा कुछ कर दिखाना है।।।

-×-×-×-×-×-×-×-×-×-×-×-×-×-×-×-×-×-×-×-×-×-×-

---- तू सिर्फ मेरी माँ नहीं ----

कि तू सिर्फ मेरी माँ नहीं
मेरी जान है तू,
मेरी जिंदगी का हर एक अरमान है तू,
तू मेरी जान जिंदगी क्या
मेरी पहचान है तू,
की तू सिर्फ मेरी माँ नहीं
मेरी जान है तू।

भगवान का मुझ पर किया
एहसान है तू,
मेरे लिए मेरी धरती मेर आसमान है तू,
मेरे चेहरे की मुस्कान है तू,
मेरी आन बान और शान है तू,
मेरा गुरूर मेरा अभिमान है तू,
मेरे लिए तो मेर भगवान है तू,
अब और क्या कहूँ मैं माँ
मेरे लिए तो मेरी दुनिया मेरा जहान है तू।।।


-×-×-×-×-×-×-×-×-×-×-×-×-×-×-×-×-×-×-×-×-×-

---- तोहफा ----

जीवन में थमने वाला खुद से बड़ा कोई हाथ नहीं होता,
असफल होने पर हर कोई हताश नहीं होता,
दुनिया छोड़ देती है साथ हर मुश्किल घड़ी में,
जो तेरे कदम से कदम मिलाकर चले
उन माँ बाप से बड़ा जिंदगी में कोई साथ नही होता।
जिंदगी में रिश्तों का कोई तोल नहीं होता,
हर रिश्ते का एक समान मोल नहीं होता,
माना की बहुत मूल्यवान चीजें हैं हमारी जिंदगी में
मगर
माँ बाप की मुस्कान से ज्यादा कुछ अनमोल नही होता।
जिंदगी में जिंदगी जीने का दूसरा मौका नहीं होता,
जिसे छक्का कहा जाए वो चौका नहीं होता,
जीवन में तोहफे की जिद ना किया करो हर दफा,
क्योंकि माँ बाप से बड़ा जीवन में और कोई तोहफा नही होता।।।


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जैसे एक अच्छा वक्ता बनने से पहले
एक अच्छा श्रोता होना जरूरी है,
ठीक वैसे ही एक अच्छा लेखक बनने से पहले
एक अच्छा पाठक होना जरूरी है।।


✍🏻 ✍🏻- - श्रुति शर्मा