Internet wala love - 15 in Hindi Love Stories by Mehul Pasaya books and stories PDF | इंटरनेट वाला लव - 15

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इंटरनेट वाला लव - 15

हा अब ज्यादा ना कृष्ण और सुदामा मत बनो और चलो

हा चलो अब मिस्स आषथा जी

ओके समू

अब ये समू कौन है

अरे बुधू मे तुम्हे ही ऐसा बोल रही हू प्यार से

अरे वाह समीर नाम बहुत अच्छा रखा है आषथा जी ने आषथा जी ग्रेट

थैंक यू हितेश भाई

वेलकम डीयर

हम्म इट्स माय प्लेजर

वैसे गाइज़ अब घर जाके ना सब को डेकोरट करना पडेगा कैसे भी करके

वॉट डेकोरेट

हा आषथा जी घर जाके ना सबको अच्छे सब तयार करना पडेगा सबकी लाइफ ना बोरिंग सी हो गये है सो हमे ही कुच करना पडेगा

पर ऐसे कैसे बोरिंग लाइफ चल रही है उन लोगो की

दरअसल फैमिली है तो ये सब चलता रहता है पर अगर लिमिट क्रॉस हो जाये तो फिर नही चलता

हा ये तो है

गाइज़ घर आ गया

ओह इतनी जल्दी ओके सो अब सबसे मिल लेते है

हा जरूर

तो ये है मेरि मॉम

पाये लागू आंटी जी

जीते रहो बेटा

आप कैसे हो आंटी जी

जी बेटा हम बिल्कुल ठीक है तुम कैसी हो बेटाजी

जी आंटी हम भी बिल्कुल ठीक हे

और ये मेरा भाई समीर जिससे आप बहुत पहले से ही जानते हो और हमसे तो आप मिल ही चुके है

जी ये तो है पर घर मे और मेम्बर्स कहा है इतने ही है क्या

अरे नही आषथा जी दरअसल पापा बहार गये है कुच समय के लिये तो उनको कुच दिनो की या कुच महिनो की देर लग सक्ती है और सिस्टर बहार पढाई कर रही है और मेरि दादी यात्रा पे गये है और जो मेरे दादा जी भी अपने पुराने दोस्तो से मिलने गये है सो सब को आने मे देर लग जायेगी पर अभी बस फिलहाल हम इतने ही है समीर और मेरि मॉम और मैं पर डोंट वरि समीर की फैमिली भी तो हमारी फैमिली है सो हम वहा भी कभी कभी चले जाते है

ओह कोई बात नही भैया वो आजायेंगे सब के सब

हा अब इन्तज़ार है सबका पर कोई आने का नाम ही नही ले रहा

अरे भाई डोंट वरि वो आजायेंगे

बस उमीद सी बहुत जागी हुए है उन सब के आने की

हा भाई ये तो हमे भी है क्यू की हम तो बाद मे आये सो हमे तो सबसे पहले मिलना है

ओके समीर आयेंगे तब मिल लेना

हा वो तो मिलना ही पडेगा और हा भाई अब ऑफ़िस जाने की जरुरत नही है मे फ़ोन कर के जो कहना है कह दूंगा ठीक है

ओके जो भी है ऑफीस का काम वो पुछ लेना वहा के एप्लोय से वरना कल फिर मुसीबतो का पहाड टूट पडेगा

अरे रिलैक्स भाई कुच नही होगा ऐसा

ओके

वैसे तुम दोनो की बिजनेस की बाते खतम हो गये हो तो हम कुच कहे मिस्टर समू और हितेश भैया

अरे जरूर बोलो

हा बोलो आषथा जी

हम आपके ऑफ़िस जाना चाहते है

अभी नो नो कल रखो अभी नही क्यू की अभी हमे हमारी फैमिली को देखना है की कब तक इस फैमिली के सब लोग आयेंगे आषथा जी बुरा मत लगायेगा पर आज नही जा सकते हम लोग ऑफ़िस कल रख लेते है ऑफ़िस का

ओके कोई बात नही कल चले जायेंगे

थैंक यू आषथा जी

To be continue...