The Author Akshay jain Follow Current Read गलती तो ये थी कि तुमसे दिल लगाया था....। By Akshay jain Hindi Poems Share Facebook Twitter Whatsapp Featured Books ભાગવત રહસ્ય - 119 ભાગવત રહસ્ય-૧૧૯ વીરભદ્ર દક્ષના યજ્ઞ સ્થાને આવ્યો છે. મોટો... પ્રેમ થાય કે કરાય? ભાગ - 21 સગાઈ"મમ્મી હું મારા મિત્રો સાથે મોલમાં જાવ છું. તારે કંઈ લાવ... ખજાનો - 85 પોતાના ભાણેજ ઇબતિહાજના ખભે હાથ મૂકી તેને પ્રકૃતિ અને માનવ વચ... ભાગવત રહસ્ય - 118 ભાગવત રહસ્ય-૧૧૮ શિવજી સમાધિમાંથી જાગ્યા-પૂછે છે-દેવી,આજે બ... ગામડા નો શિયાળો કેમ છો મિત્રો મજા માં ને , હું લય ને આવી છું નવી વાર્તા કે ગ... Categories Short Stories Spiritual Stories Fiction Stories Motivational Stories Classic Stories Children Stories Comedy stories Magazine Poems Travel stories Women Focused Drama Love Stories Detective stories Moral Stories Adventure Stories Human Science Philosophy Health Biography Cooking Recipe Letter Horror Stories Film Reviews Mythological Stories Book Reviews Thriller Science-Fiction Business Sports Animals Astrology Science Anything Crime Stories Share गलती तो ये थी कि तुमसे दिल लगाया था....। (6) 2.2k 11.1k 1 सोच रहा था कि, दिल लगाकर कोई गलती तो नहीं की मैने,मगर गलती तो ये थी, कि मैंने तुमसे दिल लगाया था।।🤔🤔दिल तो मैने दिल से ही लगाया था, पर तुम्हारा दिल उसे समझ नहीं पाया था।पर, तुम्हें क्या पता? कि तुम्हारी उस "न" ने इस दिल को कितना तड़पाया था।।😞😞फिर भी - उस दर्द को मैनें सामने जाहिर नहीं किया, उसे दिल में ही दबाया था।और जहां तक मुझे याद है कि, उसने "न" का कारण अपना carrior बताया था।।😟😟उसकी इस वजह को जैसे ही सुना, तभी मेरे दिल में एक हसीन ख्याल आया था।सोचा कि - हम क्या निठल्ले हैं , जो carrior का ख्याल सिर्फ इसे सताया था।।😏😏हसीं को तो दबा लिया, पर अभी भी सही वजह को मै समझ नहीं पाया था।और न ही उसकी आंखों से लगा कि, उसे carrior का फिक्र सताया था।।🤨🤨मैने सोचा- न चाहती हो इन सब में पड़ना, या ऊपर मां-बाप का दबाव आया था।ऐसे बहुत कुछ विचार करके, तब उस समय मैनें अपने दिल को मनाया था।। ❣️❣️फिर क्या- बहुत भुलाना चाहा उसे, लेकिन कुछ दिन तो भुला ही न पाया था।और जब भी देखता किसी lovers को, तब उसका चेहरा अपने सामने पाया था।।😳😳तब तो - न करता किसी से कुछ बात, न ही ढंग से मै कुछ खाता था।और खुद तो भीतर से जल ही रहा था, साथ ही सारे परिवार को जलाया था।।😵😵तब मैं क्या कर रहा था क्या नहीं? मुझे खुद को भी समझ में नहीं आया था।सोचा - एक बार फिर से उससे बात करूं,पर मैं हिम्मत न जुटा पाया था।।🙁🙁सुनता रहता था sad song, पता नही मोटिवेशनल स्पीच बीच में कहां से आ गया था।फिर क्या - स्पीच को ध्यान से पूरा सुना, और फिर से बुलंद जीने का विचार आया था।।😇😇जी रहा था हंसी - खुशी फिर से, पर जीवन की राह में फिर से एक मोड़ आया था।मै चला तो रहा था tiktok, पर अचानक ही बीच में एक अनजाने नं. से कॉल आया था।।🤔🤔मैनें कॉल उठाकर पूछा कौन?, वो लड़की थी, उसने अपना नाम ............. बताया था।मैं बोला Sorry! I Don't Know, But उसने तो मेरा पूरा बायोडाटा बताया था।।🙄🙄मैनें पूछा ये सब क्यों और कैसे?, तो कारण उसने मेरा ही Insta ID बताया था।करती रही मेरी किसी Pic की तारीफ, उसने Friendship मुझसे करना चाहा था।।☹️☹️वो बंदी थी, मुझे क्या परेशानी होती, इसलिए मैं भी इंकार न कर पाया था।Intro हुआ बहुत बातें हुई, उसने तो मेरा बीता हुए कल भुलाया था।।🙂🙂पर - एक दिन उसने कुछ ऐसा कहा,जिसने मेरा दबा हुआ घाव फिर उबारा था।वो बोली I Love You, ये सुनते ही मुझे मेरा बीता हुआ प्यार याद आया था।।😲😲मैं शायद अभी भी उसी से प्यार करता था, जिसे में पीछे छोड़कर आया था।पर मैने इसे निराश न करते हुए, सोचने के लिए कुछ समय उधार मांगा था।।😌😌फिर क्या - कुछ ही समय बीता, उसने मुझे फिर उसी बात को याद दिलाया था।और सोचा - कि क्यों अंधेरे में रखूं उसे, बता देता हूं सच, ऐसा मुझे विचार आया था।।🙁🙁मैने कहा - कि करता हूं किसी और को प्यार,इतनी सी बात को भी बड़ी हिम्मत करके बताया था।और मुझे अभी तक यही लगता था कि वही बात में अपने प्यार को ठीक से न समझा पाया था।।😞😞मगर - इस बात का इस पर कोई असर नहीं हुआ, क्योंकि इसने अपने दिल में मुझे जो बसाया था।पर मैने भी बहुत कोशिश की समझाने की, क्योंकि मैं भी अभी बीते हुए कल को न भुला पाया था।।😩😩I Love U, I Love U, सिर्फ इसी बात का रटना इसने लगाया था।और मै शायद नासमझ था तब, जो कि उसके प्यार से पीछा छुड़ाना चाहा था।।🤯🤯फिर एक दिन अचानक मैने जो देखा, उसे देखकर मुझे चक्कर आया था।अपनी वाली बंदी जिसे मै प्यार करता था, उसे किसी और के साथ पाया था।।😮😮उस समय जिंदगी ने सारे बीते हुए पलों को एक साथ मेरी नजरों के सामने से गुजारा था।फिर सोचा carrior का बहाना तो झूठा था, बंदी ने तो किसी और को ही फंसाया था।।🤨🤨मै बिल्कुल नहीं रोया, क्योंकि बीच बाज़ार में था, मगर रोना तो बहुत आ रहा था।क्योंकि प्यार ने तो धोखा दिया ही,इसके चक्कर में प्यार करने वाली को भी गंवाया था।😤😤लेकिन फिर में शांत न रहा, उसके पास गया, और गाल पर जोर का चांटा जमाया था।और कहा कि देना ही था धोखा, तो क्यों मुझे अपने प्यार की आड़ में घुमाया था।।😠😠कह देती कि कोई और है जिंदगी में मेरे, क्यों तुमने मुझे इतना तड़पाया था।यहां मैने- मेरी ही कोई गलती है, ऐसा सोचकर खुद को ही कसूरवार ठहराया था।।🙄🙄मै कितना तड़पा, कितना रोया, और न जाने कितनों को रुलाया था।मगर ये सब कहां दिखता, क्योंकि मैंने दिल जो तुमसे लगाया था।।😭😭अब सोचता हूं, कि दिल लगाकर कोई गलती तो नहीं की मैंने।मगर गलती तो यह थी, कि मैने दिल ही तुमसे लगाया था।।💔💔💔💔💔💔💔💔💔💔💔💔💔💔💔💔 Download Our App