"गबन" के पहले अध्याय में बरसात का मौसम और सावन का माहौल वर्णित किया गया है। आकाश में सुनहरी घटाएँ हैं और मद्धिम बारिश हो रही है। लड़कियाँ आमों के बाग़ में झूलों का आनंद ले रही हैं, और माताएँ भी उनके साथ हैं। इसी दौरान, एक बिसाती (खिलौने और आभूषण बेचने वाला) वहाँ आता है, जिससे सभी बच्चों का ध्यान खींचता है। वह चमकदार और सुंदर चीजें दिखाता है, जिसमें एक गिरोजी रंग का चन्द्रहार जालपा नामक लड़की को बहुत पसंद आता है। उसकी माँ, मानकी, पहले हार की कीमत सुनकर उसे महंगा बताती हैं, लेकिन बिसाती की बात सुनकर हार खरीद लेती हैं। जालपा इस हार से अत्यंत खुश होती है और इसे अपना सबसे प्रिय खिलौना मानती है। महाशय दीनदयाल, जालपा के पिता, गाँव के मुख्तार हैं। वे किसान नहीं हैं, लेकिन खेती करते हैं और गाँव में उनकी एक पहचान है। उनके चार चपरासी और कुछ मवेशी हैं, लेकिन उनकी आय बहुत कम है। जालपा के तीन भाई पहले थे, लेकिन वे अब नहीं रहे। जालपा को अपने पिता से आभूषणों का प्रेम है और वो इन्हीं से खेलती है। यह हार उसके लिए सबसे मूल्यवान है, और उसकी असली हार की चाहत अभी उसके मन में नहीं जगी है। गबन अध्याय 1 by Munshi Premchand in Hindi Fiction Stories 32 12.8k Downloads 26.5k Views Writen by Munshi Premchand Category Fiction Stories Read Full Story Download on Mobile Description ग़बन प्रेमचंद द्वारा रचित उपन्यास है। ‘निर्मला’ के बाद ‘गबन’ प्रेमचंद का दूसरा यथार्थवादी उपन्यास है। कहना चाहिए कि यह उसके विकास की अगली कड़ी है। ग़बन का मूल विषय है - महिलाओं का पति के जीवन पर प्रभाव । ग़बन प्रेमचन्द के एक विशेष चिन्ताकुल विषय से सम्बन्धित उपन्यास है। यह विषय है, गहनों के प्रति पत्नी के लगाव का पति के जीवन पर प्रभाव। गबन में टूटते मूल्यों के अंधेरे में भटकते मध्यवर्ग का वास्तविक चित्रण किया गया। इन्होंने समझौतापरस्त और महत्वाकांक्षा से पूर्ण मनोवृत्ति तथा पुलिस के चरित्र को बेबाकी से प्रस्तुत करते हुए कहानी को जीवंत बना दिया गया है। इस उपन्यास में प्रेमचंद ने पहली नारी समस्या को व्यापक भारतीय परिप्रेक्ष्य में रखकर देखा है और उसे तत्कालीन भारतीय स्वाधीनता आंदोलन से जोड़कर देखा है। सामाजिक जीवन और कथा-साहित्य के लिए यह एक नई दिशा की ओर संकेत करता है। यह उपन्यास जीवन की असलियत की छानबीन अधिक गहराई से करता है, भ्रम को तोड़ता है। नए रास्ते तलाशने के लिए पाठक को नई प्रेरणा देता है। ‘ग़बन’ की नायिका, जालपा, एक चन्द्रहार पाने के लिए लालायित है। उसका पति कम वेतन वाला क्लर्क है यद्यपि वह अपनी पत्नी के सामने बहुत अमीर होने का अभिनय करता है। अपनी पत्नी को संतुष्ट करने के लिए वह अपने दफ्तर से ग़बन करता है और भागकर कलकत्ता चला जाता है जहां एक कुंजड़ा और उसकी पत्नी उसे शरण देते हैं। डकैती के एक जाली मामले में पुलिस उसे फंसाकर मुखबिर की भूमिका में प्रस्तुत करती है। उसकी पत्नी परिताप से भरी कलकत्ता आती है और उसे जेल से निकालने में सहायक होती है। इसी बीच पुलिस की तानाशाही के विरूद्ध एक बड़ी जन-जागृति शुरू होती है। इस उपन्यास में विराट जन-आन्दोलनों के स्पर्श का अनुभव पाठक को होता है। लघु घटनाओं से आरंभ होकर राष्ट्रीय जीवन में बड़े-बड़े तूफान उठ खड़े होते हैं। एक क्षुद्र वृत्ति की लोभी स्त्री से राष्ट्र-नायिका में जालपा की परिणति प्रेमचंद की कलम की कलात्मकता की पराकाष्ठा है। इसमें दो कथानक हैं - एक प्रयाग से सम्बद्ध और दूसरा कोलकाता से सम्बद्ध। दोनों कथानक जालपाकी मध्यस्थता द्वारा जोड़ दिए गये हैं। कथानक में अनावश्यक घटनाओं और विस्तार का अभाव है। प्रयाग के छोटे से गाँव के जमींदार के मुख़्तार महाशय दीनदयाल और मानकी की इकलौती पुत्री जालपा को बचपन से ही आभूषणों, विशेषत: चन्द्रहार की लालसा लग गयी थी। वह स्वप्न देखती थी कि विवाह के समय उसके लिए चन्द्रहार ज़रूर चढ़ेगा। जब उसका विवाह कचहरी में नौकर मुंशी दयानाथ के बेकार पुत्र रमानाथ से हुआ तो चढ़ावे में और गहने तो थे, चन्द्रहार न था। इससे जालपा को घोर निराशा हुई। Novels गबन ग़बन प्रेमचंद द्वारा रचित उपन्यास है। ‘निर्मला’ के बाद ‘गबन’ प्रेमचंद का दूसरा यथार्थवादी उपन्यास है। कहना चाहिए कि यह उसके विकास की अगली कड़ी है। ग़ब... More Likes This बन्धन प्यार का - 34 by Kishanlal Sharma Love Blossom Devil's Unwanted Wife - 1 by Bhumika Prajapati प्रेम और युद्ध - 1 by Anand Tripathi कल्पांत सृजन by satish bhardwaj तानाशाह - भाग 1 by MaNoJ sAnToKi MaNaS सर्विस पॉर्ट - 1 by Lalit Kishor Aka Shitiz किरन - 2 by Veena More Interesting Options Hindi Short Stories Hindi Spiritual Stories Hindi Fiction Stories Hindi Motivational Stories Hindi Classic Stories Hindi Children Stories Hindi Comedy stories Hindi Magazine Hindi Poems Hindi Travel stories Hindi Women Focused Hindi Drama Hindi Love Stories Hindi Detective stories Hindi Moral Stories Hindi Adventure Stories Hindi Human Science Hindi Philosophy Hindi Health Hindi Biography Hindi Cooking Recipe Hindi Letter Hindi Horror Stories Hindi Film Reviews Hindi Mythological Stories Hindi Book Reviews Hindi Thriller Hindi Science-Fiction Hindi Business Hindi Sports Hindi Animals Hindi Astrology Hindi Science Hindi Anything Hindi Crime Stories