यह कहानी "कानून का मस्त प्यार," "शैतान की याद," और "पक्षी बना जनसेवक" शीर्षक वाले तीन भागों में बांटी गई है। **"कानून का मस्त प्यार":** इस भाग में एक व्यक्ति की उदासी का वर्णन है, जिसके पास से अमीरी चली गई है और अब वह काले धन के खुलासे के बाद गरीब हो गया है। वह कानून के डंडे के डर से खुद को बचाने की कोशिश कर रहा है और अपनी स्थिति को सुधारने के लिए उपाय सोच रहा है। वह अपनी प्रेमिका को लेकर चिंतित है और इस परिस्थिति में कानून को लेकर अपनी निराशा व्यक्त कर रहा है। **"शैतान की याद":** दूसरे भाग में रामू की भैंस की मृत्यु के कारण एक व्यक्ति की पीड़ा और उसके आसपास की घटनाओं का वर्णन है। वह व्यक्ति रामू के आँसुओं को पोछता है, लेकिन उसके आस-पास की स्थिति अजीब लगती है। वह यह समझता है कि कुछ गड़बड़ है और रामू के साले पर शक करता है, जो गाँव में कुख्यात है। **"पक्षी बना जनसेवक":** तीसरे भाग में एक चाचू की कहानी है जो लखनऊ की धरमसाला में पहुँचता है। वहाँ वह शोर और हलचल को देखता है और स्थिति को समझने की कोशिश करता है। चाचू की बातें और उसके चारों ओर के दृश्य हास्यप्रद हैं, जिसमें कुत्ते और अन्य पात्रों की मौजूदगी है। इन तीन भागों में सामाजिक मुद्दों, कानून, और मानवीय भावनाओं की अलग-अलग परतें हैं, जो हास्य और व्यंग्य के साथ प्रस्तुत की गई हैं। आओ कविता करें by Pawnesh Dixit in Hindi Poems 2.8k 1.9k Downloads 5.9k Views Writen by Pawnesh Dixit Category Poems Read Full Story Download on Mobile Description शुरुआत में कानून और काले धन वालों की बातों का ट्वेंटी -ट्वेंटी ,दिखाया गया है || कुत्ता बिल्ली, पंक्षी और प्रक्रति की दस्तकों जैसे झरना ,पहाड़ ,नदी,सूरज को इंसान बनकर बातें करते हुए तो टीवी, नाटक ,सब जगह लोगों ने देखा है पर अगर ये दिल की बातें और इंसानियत का पाठ चुटीले- मस्त और बेबाक अंदाज़ में करने लगें और कवि का दिली संवाद भी हो तो अनूठा अनुभव हो ही जाता है |प्रेरणा और पथ प्रदर्शन हमेशा से ये करते आयें हैं |ये कवितायेँ भी अछूती नहीं हैं| उम्मीद है कि पाठक पसंद करेंगे| More Likes This जिंदगी संघर्ष से सुकून तक कविताएं - 1 by Kuldeep Singh पर्यावरण पर गीत – हरा-भरा रखो ये जग सारा by Poonam Kumari My Shayari Book - 2 by Roshan baiplawat मेरे शब्द ( संग्रह ) by Apurv Adarsh स्याही के शब्द - 1 by Deepak Bundela Arymoulik अदृश्य त्याग अर्धांगिनी - 1 by archana ग़ज़ल - सहारा में चल के देखते हैं - प्रस्तावना by alka agrwal raj More Interesting Options Hindi Short Stories Hindi Spiritual Stories Hindi Fiction Stories Hindi Motivational Stories Hindi Classic Stories Hindi Children Stories Hindi Comedy stories Hindi Magazine Hindi Poems Hindi Travel stories Hindi Women Focused Hindi Drama Hindi Love Stories Hindi Detective stories Hindi Moral Stories Hindi Adventure Stories Hindi Human Science Hindi Philosophy Hindi Health Hindi Biography Hindi Cooking Recipe Hindi Letter Hindi Horror Stories Hindi Film Reviews Hindi Mythological Stories Hindi Book Reviews Hindi Thriller Hindi Science-Fiction Hindi Business Hindi Sports Hindi Animals Hindi Astrology Hindi Science Hindi Anything Hindi Crime Stories