आज 31 अक्टूबर है, और हम एकता दिवस मना रहे हैं। एकता का अर्थ और उसकी महत्ता को समझना आज के समय में जरूरी है, क्योंकि कई लोग इस शब्द का ज्ञान रखते हैं लेकिन इसके जीवन में महत्व को नहीं समझ पाते। परिवार में समर्पण एकता का सबसे बड़ा उदाहरण है, जहाँ सभी सदस्य अलग-अलग भूमिकाओं में होते हुए भी एक मंच पर एकजुट होते हैं। एकता हमें तब भी दिखती है जब हम अपने दोस्तों के लिए खड़े होते हैं। यह हमें अपने देश के प्रति जागरूक करती है और अच्छे नागरिक बनने का कर्तव्य समझाती है। लेकिन एकता का मतलब जाति या सम्प्रदाय की बुनियाद पर नहीं होना चाहिए, क्योंकि यह गलतफहमियों का जन्म देती है। राजनीतिक दलों में असहमतियों के बावजूद, चुनावों में एकजुटता देखने को मिलती है, जो भारतीय लोकतंत्र में एकता का प्रतीक है। यदि आप किसी समूह से जुड़े रहेंगे, तो आप मजबूत रहेंगे। भारत की शक्ति प्रदर्शन ने पड़ोसी देशों को हिला दिया है, जो हमारी एकता का परिचायक है। हमारा भारत विभिन्न भाषाओं और परंपराओं को समेटे हुए विकास की ओर बढ़ रहा है। भारतीय जनता पार्टी ने एकता का उदाहरण पेश किया है। सरदार वल्लभ भाई पटेल के जन्मदिवस को 31 अक्टूबर को एकता दिवस के रूप में मनाने की घोषणा 2014 में की गई थी। आप सभी से अनुरोध है कि आप अपने मित्रों, परिवार और देश के प्रति सजग रहें और अपने व्यवहार से एकता बनाए रखें। धन्यवाद! एकता दिवस by Jyoti Prakash Rai in Hindi Motivational Stories 31 1.7k Downloads 7.1k Views Writen by Jyoti Prakash Rai Category Motivational Stories Read Full Story Download on Mobile Description आज दिनांक ३१ अक्टूबर है, हम और आप आज के दिन को एकता दिवस के रूप में मना रहे है! एकता क्या है और इसका क्या अर्थ है यह जानना बेहद जरुरी है, आज के समय में बहुत से लोग ऐसे है जिन्हे एकता शब्द तो पता है लेकिन यह किस तरह से हमारे जीवन में कायम रहेगी इसका अनुमान नहीं लगा सकते और अंततः अन्य कोई भी विपरीत व्यक्ति मौके और परिवर्तित समय का लाभ उठा लेता है! एकता का सबसे बड़ा उदाहरण है "अपने आपको अपने परिवार के प्रति समर्पित करना" परिवार वह नाटक का मंच है जहाँ More Likes This श्री बप्पा रावल श्रृंखला खण्ड-दो - षष्ठम अध्याय by The Bappa Rawal लड़का होना आसान नहीं होता - भाग 1 by parth Shukla टीपू सुल्तान - 2 by Sonu Rj जादुई मुंदरी - 1 by Darkness दस महाविद्या साधना - 1 by Darkness श्री गुरु नानक देव जी - 1 by Singh Pams शब्दों का बोझ - 1 by DHIRENDRA SINGH BISHT DHiR More Interesting Options Hindi Short Stories Hindi Spiritual Stories Hindi Fiction Stories Hindi Motivational Stories Hindi Classic Stories Hindi Children Stories Hindi Comedy stories Hindi Magazine Hindi Poems Hindi Travel stories Hindi Women Focused Hindi Drama Hindi Love Stories Hindi Detective stories Hindi Moral Stories Hindi Adventure Stories Hindi Human Science Hindi Philosophy Hindi Health Hindi Biography Hindi Cooking Recipe Hindi Letter Hindi Horror Stories Hindi Film Reviews Hindi Mythological Stories Hindi Book Reviews Hindi Thriller Hindi Science-Fiction Hindi Business Hindi Sports Hindi Animals Hindi Astrology Hindi Science Hindi Anything Hindi Crime Stories