इस कहानी में लेखक कुंभ के संगम की महिमा और अनुभव को साझा कर रहे हैं। वे दिल्ली से प्रयागराज जा रहे थे, जहां कुंभ मेले के लिए कई श्रद्धालु यात्रा कर रहे थे। लेखक, जो प्रयागराज का निवासी है, अन्य यात्रियों को कुंभ के बारे में जानकारी दे रहे थे और उनसे बातचीत कर रहे थे। कुंभ का महत्व बताते हुए उन्होंने रामचरितमानस का एक उद्धरण भी साझा किया, जिसमें तीर्थराज का दर्शन करने का महत्व बताया गया है। प्रयागराज में त्रिवेणी संगम एक प्राचीन तीर्थ स्थल है, जहाँ श्रद्धालु मोक्ष की कामना करते हैं और बड़े पैमाने पर एक महीने का कल्पवास करते हैं। शहर को श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए सजाया गया है, और वहां ठहरने के लिए कई सुविधाएं उपलब्ध हैं, जैसे होटल, पंडाल और टेंट सिटी। लेखक ने अरैल घाट पर एक मित्र के स्विस कॉटेज में ठहरने का अनुभव किया, जहां उन्हें सभी आधुनिक सुविधाएं प्राप्त हुईं। उन्होंने संगम में डुबकी लगाई और हेलीकॉप्टर से मेले का दृश्य देखा। हालांकि, उन्हें वास्तविक संगम के आस्था का अनुभव नहीं हुआ। अंत में, लेखक ने इलाहाबाद स्टेशन पर श्रद्धालुओं के आगमन का दृश्य देखा, जिसमें विभिन्न संस्कृतियों और परंपराओं का संगम हो रहा था। इस प्रकार, कुंभ मेला एक बड़ा और विविधतापूर्ण अनुभव है, जहां लोग एक साथ मिलकर अपनी धार्मिक आस्था व्यक्त करते हैं। भैया संगम केहर बा? by r k lal in Hindi Spiritual Stories 26 2.4k Downloads 7k Views Writen by r k lal Category Spiritual Stories Read Full Story Download on Mobile Description भैया संगम केहर बा?आर0 के0 लालप्रयागराज में लगने वाले कुंभ के संगम की बात आज पूरे विश्व में चर्चा का विषय है। उस दिन दिल्ली से प्रयागराज आते समय हमारी बोगी में कुंभ जाने वालों की भरमार थी । सभी चर्चा कर रहे थे कि कैसे पहुंचा जाए और क्या क्या किया जाए । पता चलने पर कि मैं वहीं का रहने वाला हूं अगल- बगल वाले इकट्ठा हो गए, मुझसे कुंभ की बातें पूछने लगे । अपनी समझ के अनुसार मैं उन्हें समझाता रहा। मैं बहुत रोमांचित हो उठा था । मुझे लोग कितना महत्त्व दे रहे थे। उन्हें More Likes This भगवद गीता क्या है और इसे क्यों पढ़ना चाहिए - अध्याय 1 by parth Shukla एक औरत की ख़ामोश उड़ान - 1 by Mohini समरादित्य महाकथा - 1 by Kapil Jain श्री दुर्गा सप्तशती- आचार्य सदानंद – समीक्षा छन्द 1 by Ram Bharose Mishra हनुमान बाहुक रहस्य -प.गंगाराम शास्त्री समीक्षा - 1 by Ram Bharose Mishra हनुमत हांक - समीक्षा व परिचय - 1 by Ram Bharose Mishra नारद भक्ति सूत्र - प्रस्तावना by Radhey Shreemali More Interesting Options Hindi Short Stories Hindi Spiritual Stories Hindi Fiction Stories Hindi Motivational Stories Hindi Classic Stories Hindi Children Stories Hindi Comedy stories Hindi Magazine Hindi Poems Hindi Travel stories Hindi Women Focused Hindi Drama Hindi Love Stories Hindi Detective stories Hindi Moral Stories Hindi Adventure Stories Hindi Human Science Hindi Philosophy Hindi Health Hindi Biography Hindi Cooking Recipe Hindi Letter Hindi Horror Stories Hindi Film Reviews Hindi Mythological Stories Hindi Book Reviews Hindi Thriller Hindi Science-Fiction Hindi Business Hindi Sports Hindi Animals Hindi Astrology Hindi Science Hindi Anything Hindi Crime Stories