पती पत्नी और वो

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पति-पत्नी और वो भाग 1---प्रस्तावनाज़िंदगी में सबसे कठिन लड़ाई अक्सर अपने ही लोगों से होती है। प्यार, भरोसा, शक और इंसानियत — इन चारों की टकराहट जब एक ही रिश्ते में हो, तो कहानी सीधी नहीं रहती… उलझ जाती है।समीर, रानी और प्रिया की कहानी भी कुछ ऐसी ही थी। एक ऐसी कहानी, जिसमें किसी का इरादा गलत नहीं था… लेकिन हालात गलत हो गए।---अध्याय 1 — समीर की नई ज़िंदगीसमीर ने आखिरकार अपने पैरों पर खड़े होकर जिंदगी का एक नया अध्याय शुरू किया। अच्छी नौकरी, बढ़िया सैलरी और जिम्मेदार स्वभाव—इन्हीं सब की वजह से उसके परिवार ने उसकी

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पती पत्नी और वो - भाग 1

पति-पत्नी और वो भाग 1---प्रस्तावनाज़िंदगी में सबसे कठिन लड़ाई अक्सर अपने ही लोगों से होती है। प्यार, भरोसा, शक इंसानियत — इन चारों की टकराहट जब एक ही रिश्ते में हो, तो कहानी सीधी नहीं रहती… उलझ जाती है।समीर, रानी और प्रिया की कहानी भी कुछ ऐसी ही थी। एक ऐसी कहानी, जिसमें किसी का इरादा गलत नहीं था… लेकिन हालात गलत हो गए।---अध्याय 1 — समीर की नई ज़िंदगीसमीर ने आखिरकार अपने पैरों पर खड़े होकर जिंदगी का एक नया अध्याय शुरू किया। अच्छी नौकरी, बढ़िया सैलरी और जिम्मेदार स्वभाव—इन्हीं सब की वजह से उसके परिवार ने उसकी ...Read More

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पती पत्नी और वो - भाग 2

पति-पत्नी और वो — भाग 2---अध्याय 7 छुपाया हुआ सचसुबह की रोशनी परदों से छनकर कमरे में फैल रही रानी अभी भी गहरी नींद में थी, लेकिन उसकी पलकों की हल्की फड़फड़ाहट बताती थी कि रात उसने चैन से नहीं गुज़ारी। समीर उसके पास बैठा था, उसके हाथों को अपने हाथों में थामे हुए। उसके चेहरे पर असमंजस, दर्द और मजबूरी का मिला-जुला रंग उभर रहा था।समीर ने धीरे से कहा:समीर: "रानी… सुनो। मुझे तुमसे एक बात करनी है।"रानी आधी नींद में ही मुस्कुराई और बोली:रानी: "क्या हुआ समीर? ऐसे सुबह-सुबह इतना सीरियस क्यों दिख रहे हो?"समीर ने उसके ...Read More