अध्याय 1 : शोहरत की सीढ़ियाँ सुबह की धूप खिड़की से छनकर कमरे में गिर रही थी। दीवार पर टंगे पोस्टरों में कैमरे, लाइटें और एडिटिंग के नोट्स लगे हुए थे। कमरे के बीच में एक लड़का अपनी लैपटॉप स्क्रीन के सामने बैठा एडिटिंग कर रहा था — वही था निशांत, जो अब इंटरनेट की दुनिया में एक जाना-माना नाम बन चुका था। लाइटिंग, साउंड और बैकग्राउंड म्यूज़िक के बीच वो पूरी तन्मयता से अपने वीडियो को एडिट कर रहा था। कई घंटे से वही काम कर रहा था, लेकिन चेहरे पर थकान नहीं थी — बस एक अजीब-सी संतुष्टि थी।
निशांत ब्लॉगर - भाग 1
निशांत ब्लॉगर — भाग 1अध्याय 1 : शोहरत की सीढ़ियाँसुबह की धूप खिड़की से छनकर कमरे में गिर रही दीवार पर टंगे पोस्टरों में कैमरे, लाइटें और एडिटिंग के नोट्स लगे हुए थे।कमरे के बीच में एक लड़का अपनी लैपटॉप स्क्रीन के सामने बैठा एडिटिंग कर रहा था — वही था निशांत, जो अब इंटरनेट की दुनिया में एक जाना-माना नाम बन चुका था।लाइटिंग, साउंड और बैकग्राउंड म्यूज़िक के बीच वो पूरी तन्मयता से अपने वीडियो को एडिट कर रहा था।कई घंटे से वही काम कर रहा था, लेकिन चेहरे पर थकान नहीं थी — बस एक अजीब-सी ...Read More
निशांत ब्लॉगर - भाग 2
निशांत ब्लॉगर भाग 2दोनिशांत ने कैमरा ऑन किया और धीरे से कहने लगा—निशांत (कैमरे से):हेलो दोस्तों, मैं निशांत. आज एक ऐसे बंगले में हूँ जिसका नाम है ‘राजविलास’। लोग कहते हैं यहाँ अजीब बातें होती हैं, पर हम सच्चाई दिखाएंगे।वह कैमरे को थोडा नीचे रख कर मोबाइल स्क्रीन Check करने लगा. तभी कैमरे की छोटी सी स्क्रीन पर, उसी कुर्सी पर एक आदमी बैठा हुआ दिखा — बिल्कुल उसी की तरह जो अभी तक उसे उस जगह पर मिल चुका था. निशांत पीछे मुडा — कुर्सी खाली थी. उसने फिर से मोबाइल के जूम के बटन दबाए — स्क्रीन ...Read More