तेरे नाम की खुशबू

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शहर की भाग-दौड़ से दूर, एक छोटी-सी कॉफ़ी शॉप थी – Moonlight Café। वहाँ शाम को हल्की-सी भीड़ रहती थी, मगर एक कोने की टेबल पर हमेशा एक ही चेहरा दिखता था – आरव।पढ़ाई में होशियार, मगर भावनाओं में खोया हुआ। उसके लिए किताबें दुनिया थीं, लेकिन दिल अब भी खाली था। उसी कॉफ़ी शॉप में पहली बार काजल आई। बारिश हो रही थी, उसके भीगे बाल चेहरे से लिपट रहे थे। हाथ में किताब थी और आँखों में चमक।आरव ने पहली नज़र में ही महसूस किया – ये लड़की सिर्फ़ किताबें पढ़ने नहीं आई, बल्कि मेरी ज़िंदगी की कहानी लिखने आई है।

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तेरे नाम की खुशबू - 3-4

अध्याय 3 : बरसात और इकरारउस दिन शाम को आसमान काले बादलों से ढका हुआ था।हल्की-हल्की हवा के साथ मूसलाधार बारिश शुरू हो गई।काजल कैफ़े से निकलने ही वाली थी कि बारिश ने रास्ता रोक लिया।आरव पहले से बाहर खड़ा था, हाथ में छतरी लिए।जैसे ही उसने काजल को देखा, बिना कुछ सोचे उसकी तरफ बढ़ा और बोला—“आओ, मैं छोड़ देता हूँ।”काजल ने पहले थोड़ी हिचकिचाहट दिखाई, लेकिन फिर छतरी के नीचे उसके साथ आ खड़ी हुई।बारिश की बूंदें छतरी से टकराकर दोनों के चारों तरफ संगीत-सा बजा रही थीं।करीब खड़े होने से उनके दिलों की धड़कनें और ...Read More

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तेरे नाम की खुशबू - 1-2

1 : पहली मुलाक़ातशहर की भाग-दौड़ से दूर, एक छोटी-सी कॉफ़ी शॉप थी – Moonlight Café। वहाँ शाम को भीड़ रहती थी, मगर एक कोने की टेबल पर हमेशा एक ही चेहरा दिखता था – आरव।पढ़ाई में होशियार, मगर भावनाओं में खोया हुआ। उसके लिए किताबें दुनिया थीं, लेकिन दिल अब भी खाली था।उसी कॉफ़ी शॉप में पहली बार काजल आई। बारिश हो रही थी, उसके भीगे बाल चेहरे से लिपट रहे थे। हाथ में किताब थी और आँखों में चमक।आरव ने पहली नज़र में ही महसूस किया – ये लड़की सिर्फ़ किताबें पढ़ने नहीं आई, बल्कि मेरी ...Read More