आजकल की खबरें कोई खबरें हैं जो दिन भर शब्दों के हेर फेर करके ब्रेकग न्यूज़ के नाम पर पब्लिक को धमकाते और डराते रहते हैं जीके लिए ज्ञानी अज्ञानी और बुद्धिजीवी की एक पूरी की पूरी फौज धन के आभाव में तन-मन से लगी रहती हैं. वैसे मेरे ख्याल से जब भारत के पत्रकार को देश का चौथे स्थम्ब से नवाज़ा था तब शायद उस दौर के पत्रकारों ने सावित किया होगा की सही में हमारी कौम भारत का चौथा स्थम्ब ही हैं... लेकिन गुजरते समय के साथ साथ ये चौथा स्थम्ब कितना बदल गया हैं ये हम आज के दौर में बखूबी देख ही रहें हैं.. इन्ही की फौज से नकारे गए हमारे मोहल्ले के झग्गू चाचा जी हैं जो पैदाइसी पत्रकार हैं ऐसा उनके हाव भाव और रहन सहन से ही नहीं बातों के लहजे से उनकी पत्रकारिता के कीड़े को मजबूती से प्रदान करता हैं. ये पत्रकारिता का कीड़ा झग्गू भाई को गॉड गिफ्टेड हैं इसीलिए तो वो हमेशा कहते हैं मियां हम जन्मजात पत्रकार हैं..
झग्गू पत्रकार (व्यंग सीरीज)
नमस्कार, आदावआजकल की खबरें कोई खबरें हैं जो दिन भर शब्दों के हेर फेर करके ब्रेकग न्यूज़ के नाम पब्लिक को धमकाते और डराते रहते हैं जीसके लिए ज्ञानी अज्ञानी और बुद्धिजीवी की एक पूरी की पूरी फौज धन के आभाव में तन-मन से लगी रहती हैं. वैसे मेरे ख्याल से जब भारत के पत्रकार को देश का चौथे स्थम्ब से नवाज़ा था तब शायद उस दौर के पत्रकारों ने सावित किया होगा की सही में हमारी कौम भारत का चौथा स्थम्ब ही हैं... लेकिन गुजरते समय के साथ साथ ये चौथा स्थम्ब कितना बदल गया हैं ये हम ...Read More