"ये शादी सिर्फ एक समझौता है, लिआ… एक मजबूरी। लेकिन शायद इसी में हमारी किस्मत भी छुपी हो।” माँ की बातों की गूंज अब भी मेरे कानों में थी, जबकि मैं शीशे के सामने खड़ी खुद को उस जोड़े में देख रही थी, जिसे मैंने कभी पहनने का सपना तक नहीं देखा था। लाल और सुनहरे रंग की साड़ी में सजी मैं, आज दुल्हन बनी थी। लेकिन वो चमक मेरी आँखों में नहीं थी जो एक दुल्हन की आँखों में होती है। वहां सिर्फ सवाल थे – डर, अनजाना डर, और एक अजीब सा खालीपन। घर… जहां रिश्ते बिखरते और जुड़ते रहे मैंने जब से होश संभाला, तभी से अपने घर को संघर्ष करते देखा है। पापा की अचानक हुई मौत के बाद, माँ ने बहुत कुछ सहा – रिश्तेदारों की बातें, पैसों की कमी, समाज की कड़वी निगाहें। और अब जब मेरी उम्र शादी की हो चली थी, तो माँ चाहती थी कि मैं एक ‘अच्छे’ घर में चली जाऊं।
Eternal Vows - Married to a Vampire - 1
भाग 1: एक अनजानी शुरुआत ये शादी सिर्फ एक समझौता है, लिआ… एक मजबूरी। लेकिन शायद इसी में हमारी भी छुपी हो।”माँ की बातों की गूंज अब भी मेरे कानों में थी, जबकि मैं शीशे के सामने खड़ी खुद को उस जोड़े में देख रही थी, जिसे मैंने कभी पहनने का सपना तक नहीं देखा था।लाल और सुनहरे रंग की साड़ी में सजी मैं, आज दुल्हन बनी थी। लेकिन वो चमक मेरी आँखों में नहीं थी जो एक दुल्हन की आँखों में होती है। वहां सिर्फ सवाल थे – डर, अनजाना डर, और एक अजीब सा खालीपन। घर… जहां ...Read More
Eternal Vows - Married to a Vampire - 2
भाग 2: वो रात और वो रहस्यरात गहराती जा रही थी। आसमान काले बादलों से ढका था, और हर मिनटों में बिजली दूर पहाड़ियों के पीछे चमक रही थी। हवाएं बर्फ की तरह सर्द थीं, और एड्रियन के महल जैसे घर में हर कोना जैसे कोई अनकहा राज छुपाए बैठा था।लिआ अब उसी घर में थी – अपने नए पति एड्रियन के साथ, लेकिन इस नए जीवन की शुरुआत किसी सामान्य जोड़े जैसी नहीं थी।---️ अजनबी हवेली की पहली रात"यहाँ तुम्हारा कमरा है," एड्रियन ने एक लकड़ी के दरवाजे को हल्के से धकेलते हुए कहा। दरवाजे के उस ...Read More
Eternal Vows - Married to a Vampire - 3
भाग 3: अतीत की दस्तकरात के सन्नाटे में हवेली की दीवारें भी जैसे Lia की बेचैनी को महसूस कर थीं। उसके दिल में अब सिर्फ डर नहीं था — अब वहाँ था सवालों का तूफ़ान, और जवाबों की तलाश।---️ वो सपना... जो सपना नहीं थालिआ बिस्तर पर लेटी थी, लेकिन नींद उससे कोसों दूर थी। खिड़की के बाहर से आती सर्द हवा कमरे में अजीब सी गंध फैला रही थी — जैसे पुराने कागज़, सूखी लकड़ी और… खून की हल्की परछाई।तभी उसकी आँखें धीरे-धीरे बंद होने लगीं… और एक बार फिर वो उसी जगह पहुँच गई — वही ...Read More