13वां दरवाज़ा

(0)
  • 2.4k
  • 0
  • 768

गांव का नाम था भैरवपुर। चारों ओर ऊँचे पेड़ों से घिरा, एक ऐसा गांव जहां शाम ढलते ही लोग अपने दरवाज़े बंद कर लेते थे। गांव के बाहर एक पुरानी, टूटी-फूटी हवेली थी — राय हवेली। गांववालों का मानना था कि वहां कुछ "अनदेखा" रहता है। कोई आत्मा, कोई साया... या शायद कुछ और। आरव, एक नवोदित पत्रकार, शहर से भैरवपुर इसी कहानी की तह तक पहुँचने आया था। दादी बचपन में हवेली की कहानियाँ सुनाया करती थीं — "उस हवेली में बारह दरवाज़े हैं, पर तेरहवां दरवाज़ा कभी मत खोलना। वो जो एक बार खुला, फिर कभी बंद नहीं हुआ..." “सिर्फ एक कहानी है,” आरव ने खुद से कहा। “मैं पत्रकार हूँ, मुझे सच्चाई चाहिए। डर नहीं।”

1

13वां दरवाज़ा - 1

एपिसोड 1: पहला कदम गांव का नाम था भैरवपुर। चारों ओर ऊँचे पेड़ों से घिरा, एक ऐसा गांव जहां ढलते ही लोग अपने दरवाज़े बंद कर लेते थे। गांव के बाहर एक पुरानी, टूटी-फूटी हवेली थी — राय हवेली। गांववालों का मानना था कि वहां कुछ "अनदेखा" रहता है। कोई आत्मा, कोई साया... या शायद कुछ और। आरव, एक नवोदित पत्रकार, शहर से भैरवपुर इसी कहानी की तह तक पहुँचने आया था। दादी बचपन में हवेली की कहानियाँ सुनाया करती थीं — "उस हवेली में बारह दरवाज़े हैं, पर तेरहवां दरवाज़ा कभी मत खोलना। वो जो एक बार खुला, ...Read More