दर्द इमोशनल शायरी और गजल ना फूलों की दुकान होती ना इश्क होता तेरी चाहत में यार मैं यूं ना बर्बाद होता दिया था वह फूल भी किताब में सूख गया तेरी याद आई तो तुझे गजलों में लिख दिया अब रात भर गजले लिखूं और उन्हें पढ़ता रहता हूं महफिलों में तेरी दास्तां में यूं ही सुनाता रहता हूं....! मोहब्बत के सफर में कुछ यूं ही होता है कोई हमको हमसे ही चुरा लेता है फिर यूं ही छोड़ जाता है हमें चाहते होती है जिनकी। देखते हैं राहे उनकी, सोचते हैं यादों में बसी बातें उनकी लेकिन फिर भी वह हमें छोड़ जाते हैं। यार मोहब्बत के सफर में कुछ ऐसा ही होता है न जाने क्यों मेरा हर एक लम्हा उसकी यादों में रहता है। चाहूं बिछड़ना फिर भी बिछड़ ना सके ऐसी डोर से रिश्ता बांदा होता है। जिससे पूछूं वह यही कहता है यार मोहब्बत के सफर में कुछ ऐसा ही होता है।
My Shayari Book - 1
दर्द इमोशनल शायरी और गजलना फूलों की दुकान होती ना इश्क होता तेरी चाहत में यार मैं यूं ना होता दिया था वह फूल भी किताब में सूख गया तेरी याद आई तो तुझे गजलों में लिख दियाअब रात भर गजले लिखूं और उन्हें पढ़ता रहता हूं महफिलों में तेरी दास्तां में यूं ही सुनाता रहता हूं....!मोहब्बत के सफर में कुछ यूं ही होता हैकोई हमको हमसे ही चुरा लेता है फिर यूं ही छोड़ जाता हैहमें चाहते होती है जिनकी। देखते हैं राहे उनकी, सोचते हैं यादों में बसी बातें उनकीलेकिन फिर भी वह ...Read More