मुंबई शहर में 25 December की रात एक 16 लड़की बालकनी में खड़े हुए विश मांगती है "काश मेरा आने वाले साल में कुछ ऐसा हो जैसा मैंने सोचा नहीं था।। तभी आसमान से एक तारा चमकता है और वो लड़की मुस्कुराकर बालकनी से अंदर चली जाती है।। नया साल का दिन सब नया साल माना रहे थे।।दिन ढल जाता है रात होने आतीं है वो लड़की सोच में अपने विंडो के पास खड़ी होकर सोचती है "मैने एक्सेप्ट किया था कुछ इंटरस्टिंग होगा आजसे मेरी लाइफ में ये तो डेली की तरह ही है "खुद में बड़बड़ाते हुए बोली।तभी उसकी नजर सामने एक लड़के पर गई जो व्हाइट शर्ट ब्लैक जींस नींद से उठा हुआ बाहर आकर खड़ा था वो लगभग 19 साल का लड़का था। लड़की उसे देखते ही रह गई और सोच में पड़ गई इतना स्मार्ट लड़का मैंने आज तक नही देखा इतना हैंडसम है ये 10 बज कर 37 मिनट पे उसने उस लड़के को देखा था । और उसे ही देखे जारी थी वो नींद से उठा हुआ किसी हीरो से कम नहीं लग रा था । तभी पीछे से आवाज आती है बेला बेटा चलो खाना खालो। बेला खिड़की से नजर हटा के अपनी मां (रोहिनी को देखती है) चलिए मां।फिर वह खाना खाते खाते उस लड़के के बारे में हो सोचे जारी थी" काश ये यही रह जाए " अचानक होश में आके बोलने लगी की सोच रही हु में भी।।
Ishq-Nafrat-Ishq - 1
मुंबई शहर में 25 December की रात एक 16 लड़की बालकनी में खड़े हुए विश मांगती है "काश मेरा वाले साल में कुछ ऐसा हो जैसा मैंने सोचा नहीं था।। तभी आसमान से एक तारा चमकता है और वो लड़की मुस्कुराकर बालकनी से अंदर चली जाती है।। नया साल का दिन सब नया साल माना रहे थे।।दिन ढल जाता है रात होने आतीं है वो लड़की सोच में अपने विंडो के पास खड़ी होकर सोचती है "मैने एक्सेप्ट किया था कुछ इंटरस्टिंग होगा आजसे मेरी लाइफ में ये तो डेली की तरह ही है "खुद में बड़बड़ाते हुए बोली।तभी ...Read More
Ishq-Nafrat-Ishq - 2
CH.2 आंखें हैं या कयामतजहा बेला अपने रास्ते गई वही वीर अपने रास्ते । नजाने क्यों वीर का ध्यान बार बेला पर जा रहा था। करीब 2 घंटे के बाद बेला घर आई वह फ्रेश होके बाल्कनी में चली गई उसकी नजर कही न कही वीर को देखना चाहती थी। उसने यहां वहा नजर घुमाई वीर न दिखने पे याने अपना फोन स्क्रॉल करना शुरू किया । 5 minute बाद वीर घर से बाहर आया उसने मैरून शर्ट ब्लैक जींस शूज पहने थे उसकी हाई 6ft’ थी और बॉडी थी जिसे वह और भी स्मार्ट लग रा था। वीर ...Read More