इतना तो चलता है

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आज की कविता का टॉपिक थोड़ा सा नाजुक है, ये औरत के लिए है जिन्हे अक्सर ये समझाया जाता है की इतना तो चलता है। एक औरत एक लड़की ने नई जॉब ली है, यहां उसके लिए तो पूरा ऑफिस स्टाफ उसका सीनियर हो जाता, आपने देखा है,आपने सुना है और आपने भी ये चीज को कही ना कही जेला है, और आपको भी यही कहके चुप करवाया गया होगा की इतना तो चलता है। मजाक मजाक में तुम्हारे बॉडी पर विशेष टिप्पणी या की जाती है, मजाक मजाक मैं तुम्हे औरत से सीधा मर्द कहा जाता है, मजाक मजाक मैं तुम्हारी इज्जत शब्दो से लूटी जाती है, मजाक मजाक में तुम पर हाथ तक उठाने की बात होती है, और तुम्हे ये कह कर चुप करवा दिया जाता है की इतना तो चलता है ऑफिस में।

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इतना तो चलता है - 1

आज की कविता का टॉपिक थोड़ा सा नाजुक है, ये औरत के लिए है जिन्हे अक्सर ये समझाया जाता की इतना तो चलता है।एक औरत एक लड़की ने नई जॉब ली है, यहां उसके लिए तो पूरा ऑफिस स्टाफ उसका सीनियर हो जाता, आपने देखा है,आपने सुना है और आपने भी ये चीज को कही ना कही जेला है, और आपको भी यही कहके चुप करवाया गया होगा की इतना तो चलता है।मजाक मजाक में तुम्हारे बॉडी पर विशेष टिप्पणी या की जाती है,मजाक मजाक मैं तुम्हे औरत से सीधा मर्द कहा जाता है,मजाक मजाक मैं तुम्हारी इज्जत शब्दो ...Read More

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इतना तो चलता है - 2

बात करते है इतना तो चलता है यार।यदि तुम्हारा सहकर्मचारी बात बात पे ..तुम्हे छूता है,कभी तुम्हारे शोल्डर पर तुम्हारे हाथ को,और तुम कैसे ये सोच सकते हो,कीइतना तो चलता है।यदि तुम्हारा सहकर्मचारी कुछ भी काम तुम्हे सिखाता है,हर बात बात पै तुम्हारे बहुत नजदीक आ जाता है,तुम uncomfortable होती हो, तुम्हे पता हैऔर फिर भी तुम अपना मुंह खोल करके क्यों यह नही बोल पाती की थोड़े Distance maintain रखे।और कुछ समझ ना आए तो मेरी जान क्यो ये कहती जो कि,इतना तो चलता है।यदि तुम्हारा सहकर्मचारी तुम्हारे साथ काम के अलावा कोई और कुछ ऐसी बात करता ...Read More

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इतना तो चलता है - 3

इतना तो चलता है, कितना चलता है भाई, क्यों हम लड़कियों को हर जगह चुप रहने को मजबूर किया है, यह जिव्हा जो हमें मिली हैं क्या उसका इस्माल केवल हमें ना ओर हा के लिए करना है।अपनी आवाज उठाओ जहां तूने लगे वार तुम्हारे चरित्र पर हो रहा है, तुम्हारे आत्मसम्मान का चीरहरण किया जा रहे वहां वहां अपनी आवाज को बुलंद करो और भागवत का चूड़ा पहनो अपने हाथ में।चुप रहो पर जहां जरूरी हो,ओर बोलो जहां जरूरी हो,कर आवाज को अपनी बुलंद,क्यों कि तू कोई कठपुतली नहीं,तेरे पास अपनी सोच है ओर तेरी शिक्षा तेरा धनुष ...Read More