न भूली जाने वाली कुछ मीठी यादों के घेरे में बंध कर रह जाती हैं ज़िंदगी का वो पहला पाक एहसास नेहा की फ़्लाइट कोहरे के कारण लेट हो गयी थी। "अब फ़्लाइट रात में साढ़े तीन बजे आएगी, तब तक जागना ही पड़ेगा" उस ने एक नज़र अपनी कलाई घड़ी पर डाली फिर बेमन से सोचा, क्यों न एक चक्कर ड्यूटी फ्री शॉप का ही लगा लिया जाय। कम से कम समय तो कट ही जाएगा... दीपकान्त ने घर से निकलते वक्त एक अच्छी सी व्हिस्की लाने की फ़रमाइश की थी और परफ्यूम? अगर उसके स्टॉक में एक और जमा हो भी गई तो बुरा क्या है। बच्चों के लिए चॉकलेट्स भी ख़रीद लेगी"
Full Novel
कशीश.... पहले प्यार की....... 1
न भूली जाने वाली कुछ मीठी यादों के घेरे में बंध कर रह जाती हैं ज़िंदगी का वो पहला एहसासनेहा की फ़्लाइट कोहरे के कारण लेट हो गयी थी। "अब फ़्लाइट रात में साढ़े तीन बजे आएगी, तब तक जागना ही पड़ेगा"उस ने एक नज़र अपनी कलाई घड़ी पर डाली फिर बेमन से सोचा, क्यों न एक चक्कर ड्यूटी फ्री शॉप का ही लगा लिया जाय। कम से कम समय तो कट ही जाएगा... दीपकान्त ने घर से निकलते वक्त एक अच्छी सी व्हिस्की लाने की फ़रमाइश की थी और परफ्यूम? अगर उसके स्टॉक में एक और जमा हो ...Read More
कशीश...... पहले प्यार की.... 2
उधर संजय के मन में उत्सुकता अभी भी बनी हुई थी,क्या कहता मैं? याद है जब तुम्हें कोविड हुआ सारी सारी रात जागकर तुम्हारे पेपर मैं ही तैयार करता था? नारियल पानी, और दूसरे फल, और खाने का सामान, मां से झूठ बोलकर, मुंह अंधेरे ही तुम्हारे घर तक पहुंचा कर भी आता था क्योंकि, उसके बाद तो पुलिस की गश्त शुरू हो जाती थी...। याद है तुम हमेशा कहा करतीं थीं कि तुम किसी सरकारी कर्मचारी से ही शादी करोगी और तब मैंने सरकारी प्रतियोगिताओं की ही तैयारी शुरू कर दी थी" बहुत सी बातें कहने के बाद ...Read More
कशीश...... पहले प्यार की.... 3
"थोड़ा कमज़ोर लग रहा था लेकिन आवाज़ में वो ही खनक थी। लेकिन, एक बात कितनी अजीब है कि दोनों ही कॉलेज के ज़माने में ही एक दूसरे को पसंद करते थे लेकिन, न कभी उसने अपने प्यार का इज़हार किया न ही कभी मैंने""अच्छा ही हुआ न। अगर पता चल जाता तो तुम मेरी पत्नी कैसे बनतीं?"कहने को तो दीपकान्त ने शरारत से नेहा की आंखों में झांक कर कह दिया लेकिन थे तो वो पुरुष ही और पति भी थे। मन का एक कोना फ़िलहाल यही सोच सोच कर संदिग्ध था कि, राशि ने खुद को एक ...Read More