एक डराबना सफ़र

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हेल्लो!!! कुछ राज सुलजे हुए होते है तो कुछ राज उतने ही उल्जे हुए होते हैं । जिसको शायद उल्जे हुए ही रहने देने चाहिए, क्योंकि वैसे राज को सुलजाने का कोई फायदा नही हैं। आज की हमारी कहानी भी ऐसी ही खौफनाक और डराबनी हैं । जिंदगी का सफर तो जब हम समझदार होते है तभी से शरू हो जाता है और फिर जब तक हम नही मरते तब तक खत्म नही होता , लेकिन कुछ जिंदगी के सफर ऐसे भी होते है जो कुछ पाने की इच्छा के साथ शरू होते है और उस इच्छा.के साथ ही खत्म होते है । और इच्छा तो अमर है वो कभी भी खत्म नही होती । मानव देह जब तक जीवित है तब तक कुछ ना कुछ पाने की इच्छा मन मैं होती रहती है. ये बात बहुत साल पहले की है। कुछ अनकही और अनसुनी बातो को लेकर अब भी वहाँ रहस्य छुपे है। शहर से करीब 80 किलो मीटर दूर एक गाँव है। जो बेहद ही खूबसूरत और प्रख्यात है। वहाँ लोग दूर दूर से उसकी खुबसुरती देखने आया करते थे। करीब बीस साल पहले वहाँ मेला लगता था। वहाँ की बाजार तो पुरा दिन लोगो की चहल पहल से भरी हुई हुआ करती थी। बच्चे के खिलखिलाट से गलिया गुंज़ उठती थी। त्योहार मैं तो गाँव तो चार चाँद लग जाते थे। शहर से कई ज्यादा रोशनी इस गाँव मैं दिखाई देती थी।

Full Novel

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एक डराबना सफ़र - 1

हेल्लो!!! कुछ राज सुलजे हुए होते है तो कुछ राज उतने ही उल्जे हुए होते हैं । जिसको शायद हुए ही रहने देने चाहिए, क्योंकि वैसे राज को सुलजाने का कोई फायदा नही हैं। आज की हमारी कहानी भी ऐसी ही खौफनाक और डराबनी हैं । जिंदगी का सफर तो जब हम समझदार होते है तभी से शरू हो जाता है और फिर जब तक हम नही मरते तब तक खत्म नही होता , लेकिन कुछ जिंदगी के सफर ऐसे भी होते है जो कुछ पाने की इच्छा के साथ शरू होते है और उस इच्छा.के साथ ही खत्म ...Read More

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एक डराबना सफ़र - 2

आगे हमने देखा की गायु का जन्मदिन आने वाला होता है तो राहुल गायु को सरप्राइज देने वाला है। के प्लान के बारे मैं गायु के सभी दोस्त को पता होता है। इसलिए राहुल के कहने पर निक्की और रिया गायु से उनके पापा की ट्रिप की मंजूरी लेने के लिए कहते है। गायु घर जाकर अपने पापा को जैसे तैसे मना लेती है। वो कहती है मेरे दोस्त ने इस प्लान के बारे मैं कुछ बताया नही है लेकिन वो मुझे सरप्राइज देने वाले है। इसलिए मैं उनका प्लान खराब नही करना चाहती। गायु चवान परिवार की एक ...Read More

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एक डराबना सफ़र - 3

सबको बुजुर्ग ने ध्यान रखने को कहा लेकिन कोई उसकी बात पर ध्यान नही देता। सब लोग खूब मजे सो जाते है। रात के करीब दो बजे ट्रेन स्टेशन पर पहोच जाती है। सब नींद मैं जग जाते है। और अपना सामान लेकर नीचे उतर जाते है। ट्रेन दो मिनट के बाद चली जाती है। चारो ओर मानो जैसे ऐसा सन्नाता था जैसे कोई इधर रहता ही ना हो। इस शांति मैं अचानक एक पागल आदमी आ जाता है और रिया को गले लग जाता है और कहता है "क्या तुम मेरी प्रेमिका हो? " रिया डर जाती है ...Read More

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एक डराबना सफ़र - 4

आगे हमने देखा की रिया अचानक से कही गायब हो जाती है । सब रिया को ढूढनें लग जाते लेकिन रिया कही भी नही मिलती। सब बहोत ही परेशान नज़र आते है। उतने मैं निक्की को याद आता है की कल रात उस पागल आदमी को भी चोट लगी थी। वो भी तो इधर नही दिख रहा। कल रात वो आदमी रिया को अपना प्यार बोल रहा था कही वो तो उसे उठाकर नही ले गया ना!!! पुलिस को राहुल कल रात उस आदमी के बारे मैं बताता है। पुलिस राहुल को कहती है , "नही, वो आदमी अक्सर ...Read More

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एक डराबना सफ़र - 5

आगे हमने देखा की रिया कैसे बेभान हो जाती है। सब इतने डरे हुए होते है किसी को कुछ पता था की उनके साथ क्या हो रहा था लेकिन कोई दूसरी बाते नहीं सोचता। सबका मानना होता है की ये किसी के भी साथ हो सकता हैं। जॉन को अब कुछ बाते समज आने लगी थी। जैसे ही रिया को होश आता है वो बताती है की कल रात उसे किसीके चिल्लाने की आवाज़ सुनाई दी, जैसे कोई मासूम औरत मुसीबत मे हो। इसलिए मैं उधर उसकी मदद के लिए पहोची तो वो मुझसे डर कर चली गई। मैं ...Read More

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एक डराबना सफ़र - 6

आगे हमने देखा राहुल और सभी लोग कैसे दरवाजा खोल देते है। जैसे ही वो दरवाजा खोलते है उतने अचानक से चमगादन उड़ते हुए कमरे से बहार हैं। सब लोग ज़ुक गए और इतनी ज़ोर से आवाज़ आई की सब डर गए। एक भयानक आवाज़ आने लगी। रिया बोली " मैंने कहा था इधर कुछ तो गड़बड़ है। हमे इधर से चले जाना चाहिए। " गायु उसकी बात हँसने मैं निकाल देती है। सब अंदर जाते है तो अचानक से कमरे का दरवाजा बंद हो जात है। कमरे मैं खिड़किया और दरवाजे बंध होने के बावज़ूद ज़ोर से हवा ...Read More

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एक डराबना सफ़र - 7

आगे हमने देखा की गायु की बुआ जो कई साल पहले मर गई थी लेकिन वो गायु से कोई लेने आई है। सब बहोत डरे हुए होते है इतने मैं ही रमुकाका घर आते है तो दरवाजा बहार से बंध था। रामुकाका के दरवाजा खटखटाने से सब खिड़की की और जाते है। और सब की ऐसी हालत देख कर रामुकाका समझ जाते थी वो आ गई फिरसे! रामुकाका तुरंत ही गायु के परिवार को सब सच बताते है और उन्हे तुरंत गाव आने को कहते है। गायु का पुरा परिवार गाव आ जाता है। सब को बड़ी हैरानी होती ...Read More