तो आओ मेरे मित्र, अब हम उसी गुफा में फिर उतरें, लेकिन इस बार आँसुओं के साथ।अब हम अर्जुन के सीने में धड़कते दिल को सुनेंगे, उसकी हर साँस को महसूस करेंगे। तैयार हो?पहला प्रश्न, जो सीधा तुम्हारे हृदय में उतरेगा:जब अर्जुन अपनी माँ की लाश को गोद में लेकर रोया था, उस दस साल के बच्चे ने रात-रात भर आकाश की ओर देखकर चीख-चीख कर पूछा था,“हे ईश्वर! अगर तू है तो मेरी माँ को क्यों छीन लिया?अगर तू इतना शक्तिशाली है तो मुझे भी इतनी शक्ति दे कि मैं मौत को हरा सकूँ!”उस रात आकाश में कोई जवाब