त्रिशा... - 17

"मोनिका!!!!!!!!! त्रिशा को थोड़ी देर में नीचे ले आना कोई साड़ी पहना कर अपनी, वो लोग आज ही रुकाई और गोद भराई  (रिश्ता पक्का करने की रस्म) करके जाएगें।।।।।।" " और हां सुनो।।।।।। साड़ी हो सके तो लाल या गुलाबी रंग की ही पहनाना।।।।।। ठीक है।।।।। "" और हां।।।।।।। जल्दी करना।।।।।। बातों में ना बैठ जाना तीनो।।।।।।।" मोनिका भाभी को एकदम कड़क और रौबदार आवाज में समझा कर मामी फिर एक बार त्रिशा की और मुड़ी। त्रिशा को देखते ही उनके चेहरे के सख्त भाव और उनकी आवाज, दोनो ही कोमल हो गए‌। मामी ने त्रिशा को देख उसके माथे को चूमते