अभी तक आपने पढ़ा कि बारातियों के बीच वीर अचानक आकर अनुराग से मिला और अनन्या को बधाई देते हुए उसका हाथ ज़ोर से दबाकर एक कागज़ थमा गया। अनुराग को उसका व्यवहार अजीब लगा, पर अनन्या के मन में वीर की मौजूदगी गहरी बेचैनी छोड़ गई। आगे क्या हुआ अब पढ़िए: - इस तरह वीर के वहाँ आ जाने से अनन्या की बेचैनी बढ़ गई थी। उसके दिलो दिमाग़ में एक ही विचार आ रहा था कि वीर ने उस कागज़ में क्या लिखा होगा। वह उस कागज़ को निकाल कर पढ़ना चाहती थी लेकिन यह तो संभव नहीं