सुख की कामना लेखक: विजय शर्मा एरी(लगभग १५०० शब्दों की कहानी)गाँव का नाम था नंदगाँव। पहाड़ों के बीच बसा यह गाँव इतना सुंदर था कि लगता था प्रकृति ने अपनी सारी कलाकारी यहीं उड़ेल दी हो। सुबह-सुबह कोहरे की चादर में लिपटा गाँव जब सूरज की पहली किरण से जगता, तो ऐसा लगता मानो स्वर्ग धरती पर उतर आया हो। लेकिन इस स्वर्ग जैसे गाँव में एक युवक था, जिसका नाम था आरव। आरव को यह स्वर्ग अच्छा नहीं लगता था। उसे लगता था कि सुख कहीं और है। बहुत दूर। बहुत ऊँचा। बहुत चमकदार।आरव की उम्र पच्चीस साल थी। पढ़ा-लिखा