8:30 pm शांति एक्सप्रेस - 2

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       बस धीरे-धीरे विजय चौकड़ी की ओर बढ़ी। अवनी ने खिड़की से बाहर देखा, सड़क के किनारे छोटे-छोटे कैफे, आधुनिक इमारतें, और दूर से IT कंपनी की गगनचुंबी इमारतें दिखाई देने लगीं। हर मोड़ पर शहर की हलचल और जीवन की ऊर्जा उसे अंदर तक महसूस हो रही थी।       जैसे ही बस उसकी मंजिल  के पास पहुँची, अवनी ने गहरी सांस ली। आज उसका पहला बड़ा मौका था। HR के पद के लिए इंटरव्यू। बैग को कसकर पकड़ते हुए, उसने खुद से कहा, “चलो, अब दिखाते हैं कि मेहनत और आत्मविश्वास क्या कर सकते हैं।” वो