श्रापित एक प्रेम कहानी - 22

दोनो सुंदरवन के पास पँहुच जाता है जहां पर वर्शाली ने एकांश को बुलायी थी। एकांश बाइक से उतर कर इधर उधर देखता है पर वहां पर कोई नहीं था। ।आलोक एकांश से पुछता है---आलोक :- एकांश क्या वर्शाली ने तुम्हें इसी जगह पर बुलाया था। एकांश :- हाँ यार..! यही तो कहा था उसने। आलोक :- पर यहाँ तो कोई नहीं है। एकांश जंगल के अंदर जाने लगता है तो आलोक एकांश को रोक कर कहता है---आलोक :- तू बिलकुल पागल हो गया है। जब यहाँ कोई नहीं है और तू फिर से जंगल के अंदर जा रहा हैं। एकांश :- तू डर