आलोक :- संपूर्णा तुम यही छुप जाओ मैं चतुर को यहां से लेकर चला जाउगां तब तुम निकल कर यहां से चली जाना। संपूर्णा आलोक को जाने देना नही चाहती थी क्योकी संभोग पुरा नही हुआ था तभी आलोक संपूर्णा तो समझाते हुए कहता है----आलोक :- संपूर्णा ऐसे तो मैं भी तुम्हे छौड़कर नही जाना चाहता पर अगर अभी किसी ने दैख लिया तो गड़बड़ हो जाएगी। इतना बोलकर आलोक संपूर्णा के ऊपर बिचाली डाल देता है जिससे संपूर्णा पूरी तरह से ढक जाती है और आलोक अपने शर्ट उठा कर पहन ने लगता है। तभी चतुर आ जाता है और आलोक को देख कर कहता है---चतुर :-