कितनी राहें 

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      ------------------------------   "अरे यह बिल तो पिछले माह भी पास होने को आया था। तब जो दिक्कतें बताई बताई थीं ,वह दूर हुई या नहीं?" अतिरिक्त अधिशाषी अभियंता ने अर्थपूर्ण ढंग से अपने निजी सहायक की तरफ देखा । निजी सहायक,कोई और नहीं उनका ही भांजा था। इंजिनियरिंग अधूरी छोड़कर पिछले तीन वर्षों में मामा के साथ संविदाकर्मी के तौर पर लगा हुआ था। पूर्ण निष्ठा से काम सीख गया था और बचने के नए नए तरीके भी। दो तीन बार तो क्लाइंट के ही हाथ धुलवाके नोट पकड़वाकर लेता था। मामा, अ अ अ (अतिरिक्त अधिशाषी