खामोशी की वापसी

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रात लगभग 1 बजे का समय था। शहर की सड़कों पर हल्की धुंध तैर रही थी। दूर कहीं कुत्तों के भौंकने की आवाज़ें छोड़ दें तो आसपास पूरा शहर जैसे सोया हुआ था। लेकिन इस नींद भरी रात में एक लड़की थी — आयरा, जिसकी आँखों में नींद नहीं, सिर्फ जलती हुई आग थी।हाथ में फाइलें…दिल में दर्द…और दिमाग में सिर्फ एक नाम — विराट कपूर।ये कहानी आज की नहीं थी।ये बदले की कहानी कई साल पहले से शुरू हुई थी, एक ऐसी रात से… जिसे आयरा कभी भूल नहीं सकती थी।⭐ उस रात की शुरुआत…आयरा एक शांत, समझदार और