रात का राजा - भाग 1

रात का राजा भाग 1️ लेखक: राज फुलवरे---अध्याय 1 — सूर्य की छाया में अंधकारराज्य का नाम था अमृतगढ़ — चारों ओर फैले घने जंगल, मधुर नदियाँ, और ऊँचे पहाड़ उसकी पहचान थे।यह राज्य अपनी समृद्धि, न्यायप्रिय राजा और प्रजाजन के सुख के लिए दूर-दूर तक प्रसिद्ध था।लेकिन उस वैभवशाली महल की दीवारों के भीतर एक ऐसा रहस्य छिपा था,जो सूरज की पहली किरण के साथ ही उजागर हो जाता था —राजा वीरेंद्र सिंह की आँखों से रोशनी गायब हो जाती थी।--- सुबह का महलसूर्योदय होते ही महल में शंखनाद गूंजता। सैनिकों के कदमों की आवाज़, सेवकों की हलचल