वेदान्त 2.0 - भाग 15

  अध्याय 20 :Vedānta 2.0  अध्याय 20- ब्रह्मचय — शब्द की उत्पत्ति और असली अर्थ𝔹𝕣𝕒𝕙𝕞𝕒𝕔𝕙𝕒𝕣𝕪𝕒 - 𝕥𝕙𝕖 𝕠𝕣𝕚𝕘𝕚𝕟 𝕒𝕟𝕕 𝕥𝕣𝕦𝕖 𝕞𝕖𝕒𝕟𝕚𝕟𝕘 𝕠𝕗 𝕥𝕙𝕖 𝕨𝕠𝕣𝕕.वेदान्त 2.0 — काम से ब्रह्मचय तकदुनिया ने ब्रह्मचर्य शब्द कोइतना डरावना, कठोर, सूखा,और नकारात्मक बना दियाकि आज यह सुनते हीमन में दमन, त्याग, बचाव, और पाप का भय उठ जाता है।परंतु सच्चाई इससे बिल्कुल उलटी है।सत्य हमेशा उलटा होता है —मन को जो अच्छा लगे,वही झूठ है।इसलिए ब्रह्मचय कोपहले भ्रमचय से मुक्त करना पड़ेगा। ब्रह्मचय शब्द — उसका वास्तविक अर्थब्रह्म + चर्य= ब्रह्म में चलना= ऊर्जा में चलनायह ऊर्जा का धर्म है।ऊर्जा कैसे चले?ऊपर।सृजन की तरफ।समर्पण की